
- शार्दूल ठाकुर ने 34 वर्ष की आयु में भारतीय क्रिकेट के लिए 13 टेस्ट, 47 वनडे और 25 टी20 मैच खेले हैं
- ठाकुर मुंबई से पालघर तक रोजाना 87 किलोमीटर की यात्रा कर अपनी क्रिकेट ट्रेनिंग के लिए जाते थे
- उन्होंने 2021 के गाबा टेस्ट में 67 रन की पारी और 7 विकेट लेकर महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया था
Shardul Thakur turns 34th on Thrusday: भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई ऑलराउंडरों ने अपनी छाप छोड़ी. इनमें से कुछ बल्लेबाज-ऑलराउंडर रहे, तो कुछ बॉलर ऑलराउंडर. इन्हीं में एक रहे शार्दूल ठाकुर, जिनका टीम इंडिया तक पहुंचने के संघर्ष, जज्बे और इच्छाशक्ति के ठीक वैसे ही दर्शन 22 गज की पट्टी पर बैटिंग और बॉलिंग दोनों में ही हुए. शार्दूल ठाकुर (Shardul Thakur) ने मैच विशेष में ऐसा असाधारण प्रदर्शन किया कि फैंस ने उन्हें 'लॉर्ड शार्दूल.' लेकिन बुधवार को 34 साल के होने जा रहे ठाकुर अब लगता नहीं भारत के लिए आगे कोई टेस्ट मैच खेल भी पाएंगे. इस साल हालात में फिट होने के कारण ठाकुर को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में चुना गया, तो अब टीम इंडिया का अगला विदेश दौरा जुलाई में अगले साल इंग्लैंड का ही है. ऐसे में कोई भी अनुमान लगा सकता है कि वह भारत के जितना खेल सकते थे, खेल चुके हैं. लेकिन बहुत छोटे से ही करियर में शार्दुल ने सीमित योग्यता के बावजूद खासकर खेले 13 टेस्ट, 47 वनडे और 25 टी20 मैचों में जैसी जिद दिखाई, उसे भारतीय फैंस कभी भी नहीं भूला पाएंगे.

ट्रेनिंग के लिए हर रोज 87 किमी की यात्रा
महाराष्ट्र के पालघर में जन्मे शार्दुल ने अपने आठ साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में कई बार टीम इंडिया के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाई. मुंबई से पालघर तक शार्दूल ठाकुर हर रोज़ ट्रेनिंग के लिए 87 किमी की दूरी तय करते थे. किशोरावस्था में अपना करियर बनाने के लिए उन्हें काफ़ी संघर्ष करना पड़ता था और उन्हें लगभग 7 घंटे का सफ़र तय करना पड़ता था, लेकिन उनकी मेहनत और त्याग रंग लाया. करीब 8 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में आज शार्दुल ठाकुर भारतीय क्रिकेट का एक चमकता सितारा है.
सोशल मीडिया से मिला नाम पसंद आया
एक इंटरव्यू में ठाकुर बताते हैं कि उन्हें अच्छा लगता है जब टीम के सदस्य उन्हें लॉर्ड शार्दूल बुलाते हैं. हालांकि, यह निकनेम उन्हें सोशल मीडिया के मीम्स से मिला. सोशल मीडिया पर मीम्स इतना वायरल हुआ कि टीम के बाकी सदस्य मुझे लॉर्ड बुलाने लगे. मुझे टीम के अन्य साथ अगर दूसरे निकनेम से भी बुलाते हैं तो मुझे अच्छा लगता है. ठाकुर ने अपने करियर में कई अच्छी पारियां और अच्छी गेंदबाजी से सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है.
गाबा का यह प्रदर्शन कोई नहीं भूलेगा
उन्होंने 2021 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गाबा टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपनी स्विंग और सीम से परेशान किया. उनकी 67 रन की पारी और 7 विकेट उस टेस्ट में ऐतिहासिक थे. शार्दूल भले ही तेज गेंदबाज हों, लेकिन उनकी बल्लेबाजी ने कई बार भारत को मुश्किल से निकाला. साल 2021 के ओवल टेस्ट में उनकी 57 रन की ताबड़तोड़ पारी (36 गेंदों में) ने इंग्लैंड के खिलाफ भारत को मजबूत स्थिति में ला दिया था. इस मैच में भले ही ऋषभ पंत प्लयेर ऑफ द मैच रहे, लेकिन ठाकुर का प्रदर्शन भी प्लेयर ऑफ द मैच सरीखा ही था. इसी प्रदर्शन के बाद लोग शार्दूल को लॉर्ड ठाकुर कहने लगे थे.

करियर में ऐसा रहा प्रदर्शन
शार्दुल ठाकुर ने टेस्ट क्रिकेट के 13 मैचों की 21 पारियों में 377 रन बनाए, जिसमें उच्चतम स्कोर 67 रहा। टेस्ट में उनके बल्ले से 4 अर्धशतक, 46 चौके और 9 छक्के निकले। इस दौरान उन्होंने 22 विकेट भी लिए. वनडे इंटरनेशनल के 47 मैचों की 25 पारियों में 329 रन, उच्चतम स्कोर 50, वनडे क्रिकेट में 47 मैचों की 46 पारियों में 65 विकेट लिए. उन्होंने टी-20 क्रिकेट में 25 मैचों की 6 पारियों में 69 रन बनाए है. टी-20 क्रिकेट में 25 मैचों की 24 पारियों में 33 विकेट हासिल किए. आईपीएल की 105 मैचों की 42 पारियों में 325 रन बनाए हैं, जिसमें उच्चतम स्कोर 68 है. इस दौरान उन्होंने 107 विकेट भी लिए.
जानें किस फॉर्मेट में कब हुआ डेब्यू
शार्दूल ठाकुर ने साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू किया था. ठाकुर ने 21 फरवरी 2018 को साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी-20 में डेब्यू किया, जबकि 2018 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था. शार्दुल ठाकुर एक ऑलराउंडर के रूप में भारतीय क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ चुके हैं. उनकी गेंदबाजी में तेजी और स्विंग के साथ-साथ निचले क्रम में उपयोगी बल्लेबाजी ने उन्हें विभिन्न प्रारूपों में महत्वपूर्ण बनाया.
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