शेन वॉर्न (Shane Warne) के निधन की जब खबर आई तो इस निष्कर्ष पर पहुंचने में ज्यादा वक्त नहीं लगा कि उन्होंने थाइलैंड में छुट्टियां बिताते हुए मौत भी वैसी ही चुनी, जैसा उन्होंने जीवन गुजारा. टैब्लॉइड्स, विशेष रूप से ब्रिटेन में, जहां उन्होंने अपना अधिकांश जीवन व्यतीत किया, ने उनके जीवन को बहुत ही रोचक ढंग से चित्रित किया था. कई लोगों को जरूर लगा होगा कि उन्होंने जिंदगी को भरपूर जीते हुए अंतिम सांस ली. हालांकि ऐसा था नहीं, वार्न, जो सिर्फ 52 वर्ष के थे, ने घोषणा की थी कि वह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या के शिकार थे, वजन कम करने और स्वस्थ होने की कोशिश कर रहे थे. इससे पहले, वह वजन घटाने को एक घोटाले में बदलने में भी कामयाब रहे थे, जब वह दक्षिण अफ्रीका में 2003 क्रिकेट विश्व कप में ड्रग्स टेस्ट में विफल रहे और उन्हें घर भेज दिया गया. उन्होंने इस संबंध में प्रतिबंधित दवा लेने की देने के लिए अपनी मां को ही दोषी ठहरा दिया था. इसके लिए उनकी जमकर आलोचना हुई थी.
इस बात में दो राय नहीं है कि वह एक असाधारण क्रिकेटर थे, लेकिन इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता कि वह विवादों के लिए अजनबी नहीं थे. विजडन के सदी [20वीं] के पांच क्रिकेटरों में से एक वार्न के गेंदबाजी रिकार्ड को क्रिकेट प्रशंसकों ने उसी फोरेंसिक आंख से देखा, जैसा कि पपराज़ी ने उनकी जिंदगी को भरपूर जीने की आदत को. यह वॉर्न ही थे जिन्होंने 1993 में ‘‘बॉल ऑफ द सेंचुरी'' डाली, उस गेंद पर इंग्लैंड क्रिकेट टीम के हैरान कप्तान माइक गैटिंग का आउट होना शायद आधुनिक क्रिकेट की सबसे प्रसिद्ध घटना थी. यह खेल में महारत का ऐसा कौशल था, जिसे कभी नहीं भुलाया जा सकेगा. ये परस्पर विरोधी बातें हमें यह पूछने के लिए प्रेरित करती हैं कि शेन वॉर्न कौन थे, और वह इतने सारे लोगों के लिए इतना मायने क्यों रखते हैं?
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ऐसे दिलचस्प खिलाड़ी कम ही होंगे, जिन्हें एक पूरी संगीत रचना समर्पित कर दी जाए, लेकिन एडी परफेक्ट ने उनमें ऐसा कुछ तो जरूर देखा होगा कि उनपर 2008 में शेन वार्न: द म्यूजिकल की रचना कर डाली. दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों के बीच इसके विषय की खूब चर्चा रही, लेकिन वह और बहुत से लोगों के बीच भी बेहद लोकप्रिय थे क्योंकि वह टैब्लॉइड को जमकर दिलचस्प सामग्री देते रहते थे. वॉर्न सर डॉन ब्रैडमैन और रिची बेनौ जैसे अन्य ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट नायकों से मौलिक रूप से अलग थे. रिची बेनौ को ऑन-फील्ड विद्रोही से शांत कमेंटेटर के रूप में बदलते देखा गया था.
शेन वॉर्न ने भी टेलीविजन कमेंट्री की ओर कदम बढ़ाया, लेकिन जहां बेनौ के विचारों को संजीदा और सम्मानजनक माना जाता था, वहीं वॉर्न के ख्याल जोशीले और मनमौजी हुआ करते थे. संयम से कभी भी वॉर्न का कोई खास नाता नहीं रहा, हालांकि एक पेशेवर पोकर खिलाड़ी के रूप में उनका सफल करियर और उनकी गेंदबाजी की सूक्ष्मता एक चतुर, चालाक और आगे तक की गणना करके चलने वाले दिमाग के प्रमाण थे. लेकिन वॉर्न का मिजाज डेनिस लिली और रॉड मार्श जैसे पुराने क्रिकेटरों से अलग था, जिनकी मृत्यु एक ही दिन अलग अलग समय पर हुई थी.
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लिली और मार्श विरोधी टीमों को ध्वस्त करने की कला के आक्रामक अभ्यासी थे, जबकि वॉर्न इस क्षेत्र से बहुत आगे निकल गए, उन्होंने गॉसिप पर आधारित उभरती वैश्विक स्पोर्ट स्टार प्रणाली के अनुसार खुद को ढाल लिया. वह खेल सेलिब्रिटी के उत्पाद और निर्माता दोनों थे जो सांस्कृतिक परिदृश्य में सहजता से आगे बढ़ते हैं. उन्होंने बालों के झड़ने के उपचार का प्रचार किया. ब्रिटिश फिल्म स्टार लिज हर्ले के साथ वार्न की नाकाम सगाई मीडिया की सुर्खियों में बड़े पैमाने पर किए गए रिश्ते का एक उत्कृष्ट नमूना था.
सोशल मीडिया का आगमन, और हर हरकत के ‘‘सबूत'' को अपलोड करने के लिए हमेशा हाथ में लगे पॉकेट कैमरे, वॉर्न के बारे में दुनिया के ज्ञान को उस समय आकार देने में महत्वपूर्ण साबित हुए, जब वह क्रिकेट के मैदान पर आश्चर्यजनक कारनामे नहीं कर रहे थे.
सिर्फ एक क्रिकेटर से ज्यादा
शेन वॉर्न को याद करने के लिए क्रिकेट फैंस को ज्यादा प्रयास करने की जरूरत नहीं है. उनका अभूतपूर्व रिकॉर्ड उन्हें क्रिकेट जगत में मजबूती से स्थापित करता है. लेकिन वह सामान्य रूप से और बल्ले और गेंद की दुनिया से परे खेल के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. वॉर्न हमें याद दिलाते हैं कि खेल हमेशा मैदान पर प्रदर्शन से कहीं अधिक होता है. सवाल सिर्फ यह नहीं है कि क्या किया जाता है, बल्कि कैसे किया जाता है. पीछे की कहानी भी उतनी ही आकर्षक होती है जितना कि खेल. इस व्यक्ति ने बहादुरी के साथ असाधारण चीजें कीं, लेकिन वह एक त्रुटिपूर्ण व्यक्तित्व भी था. सट्टेबाजों के साथ अपने शुरुआती भाईचारे से लेकर अतीत और वर्तमान खिलाड़ियों के साथ उनके झगड़े तक, वॉर्न वॉर्नी बन गए, ऑस्ट्रेलियाई खेल जगत का एक बड़ा नाम, जिसे कुछ लोग प्यार करते थे तो कुछ उनका तिरस्कार करते थे.
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वॉर्न ने जबर्दस्ती लोगों का ध्यान आकर्षित किया. वृत्तचित्र शेन में अपने पारिवारिक संबंधों के बारे में दुख जाहिर करने के बावजूद, उन्होंने जोर देकर कहा ‘‘मैंने धूम्रपान किया, मैंने पी, मैंने थोड़ी गेंदबाजी की. कोई पछतावा नहीं''.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं