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This Article is From Nov 22, 2023

"टीम में ही शामिल नहीं किया जाना चाहिए था..." पाकिस्तान के नए कप्तान को लेकर पूर्व दिग्गज ने कही बड़ी बात

Javed Miandad on Shan Masood Test Captain: शान मदूस को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है और टीम उनकी अगुवाई में 14 दिसंबर से पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी.

"टीम में ही शामिल नहीं किया जाना चाहिए था..." पाकिस्तान के नए कप्तान को लेकर पूर्व दिग्गज ने कही बड़ी बात
Javed Miandad: जावेद मियांदाद ने शान मसूद को कप्तान बनाने को लेकर अपनी बात कही है.

Javed Miandad on Shan Masood Test Captain: पाकिस्तान के विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद टीम मैनेजमेंट और बोर्ड में काफी उथल-पुथल देखने को मिली है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम ने कप्तानी छोड़ने का फैसला लिया. उनके पहले इजमाम उल-हक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. वहीं इसके बाद वहाब रियाज को चीफ सेलेक्टर बनाया गया तो मुहम्मद हफीज को टीम निदेशक, जबकि सईद अजमल और उमर गुल को गेंदबाजी कोच बनाया गया. इसके अलावा पाकिस्तान ने टेस्ट और टी20 टीम के अलग-अलग कप्तानों के नाम का भी ऐलान किया है. शान मदूस को टेस्ट टीम का कप्तान बनाया गया है और टीम को 14 दिसंबर से पर्थ में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है. वहीं इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज जावेद मियांदाद ने शान मसूद को कप्तान बनाने को लेकर अपनी बात कही है.

पाकिस्तान के महान क्रिकेटर जावेद मियांदाद को लगता है कि आस्ट्रेलिया में टेस्ट टीम की अगुआई के लिए नव नियुक्त शान मसूद की जगह सरफराज अहमद बेहतर विकल्प होते. मियांदाद ने कराची में मीडिया से कहा,"बिलकुल स्पष्ट है कि सरफराज काफी अनुभवी खिलाड़ी हैं और पाकिस्तान के लिए पहले भी कप्तान के तौर पर अच्छा कर चुके हैं और अगर उन्हें कप्तान बनाया जाता तो आस्ट्रेलिया में वह टीम के लिए अहम रहते क्योंकि वहां का दौरा मुश्किल होता है."

जावेद मियांदाद ने आगे कहा,"सरफराज को आस्ट्रेलिया के खिलाफ सिर्फ टीम में ही शामिल नहीं किया जाना चाहिए था बल्कि उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें कप्तान भी नियुक्त किया जाना चाहिए था." मियांदाद ने इसके अलावा पाकिस्तान टीम मैनेजमेंट में हाल ही में हुए बदलाव को लेकर कहा कि उन्हें हमेशा लगता था कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कोच और खिलाड़ियों के बीच उम्र का अंतर होना चाहिए. मियांदाद ने आगे कहा कि उनका मानना ​​है कि उम्र में अंतर के बिना खिलाड़ियों और कोचों के बीच कोई सम्मान नहीं रहेगा.

मियांदाद ने कहा,"मुझे उन खिलाड़ियों को चयनकर्ता, कोच और निदेशक के तौर पर लाने के पीछे कोई तर्क नजर नहीं आता, जो ज्यादातर मौजूदा खिलाड़ियों के साथ खेल चुके हैं." पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने इस बात पर भी अफसोस जताया कि जो लोग आधुनिक क्रिकेट के बारे में कुछ नहीं जानते थे, उन्होंने बाबर आजम को तीनों प्रारूपों से कप्तान के पद से हटा दिया. उन्होंने कहा,"आने वाले दिनों में टीम पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा." मियांदाद ने बोर्ड की विदेशी कोचों की ओर रुख करने की आदत को भी बकवास बताया.

मियांदाद ने आगे कहा,"पिछले दो दशकों में हमारे पास इतने सारे विदेशी कोच रहे हैं और एक क्रिकेट राष्ट्र के रूप में हम कहां खड़े हैं, हम विश्व कप के सेमीफाइनल तक भी नहीं पहुंच सके. मिकी आर्थर की उनकी शर्तों पर नियुक्ति उन सभी लोगों का अपमान है जो पाकिस्तान के लिए कोच के रूप में बेहतर काम कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने हाल के दिनों में सभी प्रारूपों में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है और उनके सभी पिछले तीन कोच अनिल कुंबले, रवि शास्त्री और अब राहुल द्रविड़ सहित दिग्गज थे.

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