भारतीय टीम के कप्तान धोनी की फाइल तस्वीर
नई दिल्ली:
टीम इंडिया सीरीज़ हारने के बाद उसी स्थिति में है, जहां सीरीज़ शुरू होने से पहले बांग्लादेश की टीम थी। टीम इंडिया के पास गंवाने को कुछ नहीं है और कप्तान धोनी को उम्मीद है कि खिलाड़ी नतीजे की परवाह किए बगैर अब मैदान पर खेलेंगे।
धोनी का कहना है कि टीम इंडिया हार का बोझ दिमाग पर लेकर तीसरा वनडे नहीं खेलेगी।
धोनी ने कहा कि मैच का नतीजा हमारे हाथ में नहीं होता, मगर तैयारी होती है। अगर हम कम गलतियां करेंगे और कमियों को जल्दी दूर करेंगे तो बेहतर खिलाड़ी बनेंगे, ये चीज़ें ज्यादा जरूरी हैं। अगर हार का बोझ लेकर हम मैदान पर उतरेंगे तो उससे बाहर आना मुश्किल होगा। उम्मीद है कि हम अब ऐसा नहीं करेंगे।
धोनी पहली बार बांग्लादेश से सीरीज़ हारने का दोषी बल्लेबाज़ों को मानते हैं। कप्तान के मुताबिक बल्लेबाज़ साझेदारी नहीं निभा पा रहे।
पहले दोनों वनडे में 2-2 अर्धशतकीय साझेदारी देखने को मिली। एक भी 100 रनों की साझेदारी खिलाड़ी नहीं निभा पाए।
धोनी ने सीरीज़ हारने के बाद कहा था कि ये देखना बहुत आसान है कि क्या गलत हुआ, हमें कहीं अच्छी बल्लेबाज़ी करने की ज़रूरत है। टीम इंडिया का प्लेइंग 11 कैसे हों इसको लेकर भी जानकार कई राय रखते हैं। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि अजिंक्य रहाणे को अंबाटि रायडू की जगह टीम में होना चाहिए।अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा को ड्रॉप करना चाहिए
कुछ का कहना है कि उमेश यादव और स्टुअर्ट बिन्नी को मौका मिलना चाहिए। हालांकि धोनी के जवाब से साफ़ है कि प्लेइंग 11 उन्हीं की मर्जी का होगा।
धोनी ने चयन के बारे में पूछे गए सवाल के बार में कहा था कि चयन के बारे में मत बोलो वो मेरा हक है, आप कप्तान होंगे तो अपने हिसाब से टीम चुन सकते हो।
उधर, बांग्लादेश के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए और टीम इंडिया के लिए सिरदर्द बन चुके मुस्ताफ़िजुर रहमान ने तीसरे मैच में और अच्छा प्रदर्शन करने का वादा किया है।
अपने पहले 2 वनडे मैचों में 11 विकेट लेकर वो नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना ही चुके हैं।
बांग्लादेश के गेंदबाज़ी कोच हीथ स्ट्रीक के मुताबिक खिलाड़ी इस जीत से संतुष्ट नहीं है, वो सीरीज़ 3-0 से जीतना चाहते हैं। साफ़ है कि टीम इंडिया जहां बदले की आग में जल रही होगी, वहीं बांग्लादेश का इरादा इस आग में घी डालने का है।
धोनी का कहना है कि टीम इंडिया हार का बोझ दिमाग पर लेकर तीसरा वनडे नहीं खेलेगी।
धोनी ने कहा कि मैच का नतीजा हमारे हाथ में नहीं होता, मगर तैयारी होती है। अगर हम कम गलतियां करेंगे और कमियों को जल्दी दूर करेंगे तो बेहतर खिलाड़ी बनेंगे, ये चीज़ें ज्यादा जरूरी हैं। अगर हार का बोझ लेकर हम मैदान पर उतरेंगे तो उससे बाहर आना मुश्किल होगा। उम्मीद है कि हम अब ऐसा नहीं करेंगे।
धोनी पहली बार बांग्लादेश से सीरीज़ हारने का दोषी बल्लेबाज़ों को मानते हैं। कप्तान के मुताबिक बल्लेबाज़ साझेदारी नहीं निभा पा रहे।
पहले दोनों वनडे में 2-2 अर्धशतकीय साझेदारी देखने को मिली। एक भी 100 रनों की साझेदारी खिलाड़ी नहीं निभा पाए।
धोनी ने सीरीज़ हारने के बाद कहा था कि ये देखना बहुत आसान है कि क्या गलत हुआ, हमें कहीं अच्छी बल्लेबाज़ी करने की ज़रूरत है। टीम इंडिया का प्लेइंग 11 कैसे हों इसको लेकर भी जानकार कई राय रखते हैं। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि अजिंक्य रहाणे को अंबाटि रायडू की जगह टीम में होना चाहिए।अक्षर पटेल और रविंद्र जडेजा को ड्रॉप करना चाहिए
कुछ का कहना है कि उमेश यादव और स्टुअर्ट बिन्नी को मौका मिलना चाहिए। हालांकि धोनी के जवाब से साफ़ है कि प्लेइंग 11 उन्हीं की मर्जी का होगा।
धोनी ने चयन के बारे में पूछे गए सवाल के बार में कहा था कि चयन के बारे में मत बोलो वो मेरा हक है, आप कप्तान होंगे तो अपने हिसाब से टीम चुन सकते हो।
उधर, बांग्लादेश के लिए ट्रंप कार्ड साबित हुए और टीम इंडिया के लिए सिरदर्द बन चुके मुस्ताफ़िजुर रहमान ने तीसरे मैच में और अच्छा प्रदर्शन करने का वादा किया है।
अपने पहले 2 वनडे मैचों में 11 विकेट लेकर वो नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना ही चुके हैं।
बांग्लादेश के गेंदबाज़ी कोच हीथ स्ट्रीक के मुताबिक खिलाड़ी इस जीत से संतुष्ट नहीं है, वो सीरीज़ 3-0 से जीतना चाहते हैं। साफ़ है कि टीम इंडिया जहां बदले की आग में जल रही होगी, वहीं बांग्लादेश का इरादा इस आग में घी डालने का है।
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