कप्तान विराट कोहली के साथ रवींद्र जडेजा (फाइल फोटो)
खास बातें
- जडेजा ने बताया, कोच ने मुझे रफ में गेंदबाजी करने को कहा था
- कीवी कप्तान विलियम्सन के विकेट को पासा पलटने वाला माना
- बोले-भारतीय पिचों पर गेंद फेंकते हुए कुछ अलग नहीं सोचना पड़ता
कानपुर: पांच विकेट चटकाकर न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारत को पहली पारी में बढ़त दिलाने वाले बाएं हाथ के स्पिनर रविंद्र जडेजा ने कहा कि सुबह के सत्र में रविचंद्रन अश्विन का केन विलियम्सन को पेवेलियन भेजना मेजबान टीम के लिए पासा पलटने वाला रहा.अश्विन ने न्यूजीलैंड के कप्तान को बोल्ड किया जिससे एक विकेट पर 152 रन से आगे खेलने उतरी न्यूजीलैंड की टीम का स्कोर आज तीसरे दिन लंच तक भारत ने पांच विकेट पर 238 रन कर दिया.
जडेजा ने दिन का खेल खत्म होने के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘हमें पता है कि उनके बल्लेबाजी क्रम में केन काफी लंबे समय तक बल्लेबाजी कर सकता है. हमारी योजना उसे आउट करने की थी. हमें पता है कि बाकी बल्लेबाज लंबे समय तक नहीं टिक सकते. हमने सुबह के सत्र में चार विकेट चटकाए जो पासा पलटने वाला रहा.’
विलियम्सन जिस गेंद पर आउट हुए उसके बारे में पूछने पर जडेजा ने कहा, ‘यह अच्छी गेंद थी. यह बल्ले और पैड के बीच से निकली. यह शानदार गेंद थी.’ दिन के खेल की शुरुआत से पहले जडेजा को कोच अनिल कुंबले से बात करते देखा गया. जडेजा ने कहा कि इस दिग्गज स्पिनर से उन्हें काफी टिप्स मिली जो दुनिया के तीसरे सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं.
जडेजा ने कहा, ‘उन्होंने मुझे रफ स्थान पर गेंदबाजी करने और क्रीज में बाहर की तरफ से गेंद फेंकते हुए कोण तलाशने को कहा. ऑफ स्टंप के बाद पैरों के काफी निशान थे. उन्होंने कहा कि इन निशान का बल्लेबाजों के दिमाग पर असर होगा.’ जडेजा और अश्विन शुक्रवार को एक साथ अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे लेकिन इसके बाद बारिश हो गई. यह पूछने पर कि क्या उसी लय को हासिल करना मुश्किल था,
उन्होंने कहा, ‘काफी कुछ नहीं बदला था. हमें पता था कि हमें एक विकेट चाहिए और इसके बाद दो से तीन विकेट जल्दी गिर सकते हैं. वह शॉट खेलने की कोशिश कर रहे थे और हमें पता था कि वे गलती करेंगे हमने ऑफ स्टंप के बाहर से गेंदबाजी की, दबाव बनाया और अपनी रणनीति को अच्छी तरह लागू किया.’ न्यूजीलैंड के छह बल्लेबाज पगबाधा आउट हुए. जडेजा ने कहा कि वे इस तरह की पिचों और हालात में खेलने के इतने आदी हैं कि घरेलू मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उन्हें कुछअलग नहीं सोचना पड़ता.
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पिछले इतने वर्षों से इन पिचों पर खेल रहा हूं. अंडर 14, अंडर 16, अंडर 19 दिनों से मैं इसी तरह की पिचों पर और इन्हीं हालात में खेल रहा हूं. हम पूरी तरह से तैयार नहीं होने वाली पिचों पर भी खेले हैं जिससे आपको अनुभव मिलता है.’
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)