रिकॉर्डों की राह पर रविचंद्रन अश्विन, अनोखा भी और अनमोल भी

रिकॉर्डों की राह पर रविचंद्रन अश्विन, अनोखा भी और अनमोल भी

भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन (फाइल फोटो)

नई दिल्‍ली:

रविचंद्रन अश्विन, जब यह गेंदबाज़ मैदान में होता है, बड़े-बड़े बल्लेबाजों के बल्ले बोलना बंद कर देते हैं. सलामी बल्लेबाज के रूप में अपना करियर शुरू करने वाले अश्विन ने एक लेग स्पिनर के रूप में पहचान बनाई. एक बार फिर अश्विन की जमकर तारीफ हो रही है और इस तारीफ की वजह है न्यूज़ीलैंड के खिलाफ उनका शानदार प्रदर्शन.

इंदौर के होलकर क्रिकेट स्टेडियम पर भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में अश्विन ने शानदार गेंदबाज़ी करते हुए भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है. भारत की पहली पारी के 557 रन के जवाब में न्यूज़ीलैंड ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए जब एक बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था तब अश्विन ने अपनी स्पिन के जादू से मैच का रुख बदल दिया.
 
अश्विन की शानदार गेंदबाज़ी
न्यूज़ीलैंड जब 118 के स्‍कोर पर बिना विकेट गंवाए एक बड़े स्कोर की तरफ बढ़ रहा था तब अश्विन ने टॉम लाथम को 53 रन के निजी स्कोर पर आउट कर दिया. अब अश्विन रुकने वाले नहीं थे. अगले 30 रनों में न्यूज़ीलैंड ने चार विकेट गंवाए. तीन विकेट अश्विन ने हासिल किए और एक रनआउट हुआ वह भी अश्विन के ही हाथ. कुल मिलाकर अश्विन ने न्यूज़ीलैंड की पहली पारी के छह विकेट लिए. यह 20वीं बार है जब अश्विन ने एक पारी में पांच या पांच से ज्यादा विकेट लेने में कामयाबी हासिल की है. अश्विन की शानदार गेंदबाज़ी की वजह से न्यूज़ीलैंड की टीम 299 रन पर ऑलआउट हो गई.  
 
डेब्यू सीरिज़ में किया था शानदार प्रदर्शन और बने 'मैन ऑफ़ द सीरिज़'
2011 में हरभजन सिंह गेंदबाज़ के रूप में विफल हो रहे थे. वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ हुई सीरिज़ में भज्जी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे. इंग्लैंड के खिलाफ भारत के 4-0 से टेस्ट सीरीज़ हारने के बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज़ के लिए भारतीय टीम में बहुत बड़ा बदलाव हुआ. हरभजन सिंह को टीम से बाहर होना पड़ा और रविचंद्रन अश्विन को मौक़ा मिला. 6 नवंबर 2011 को दिल्ली के फ़िरोज़शाह मैदान पर भारत ने सीरीज़ का पहला मैच खेला और मैच को पांच विकेट से जीतने का गौरव हासिल किया. जीत के हीरो साबित हुए थे रविचंद्रन अश्विन.
 
अश्विन ने अपने पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल मिलाकर 9 विकेट हासिल किए थे. वेस्टइंडीज की पहली पारी के तीन और दूसरी पारी के छह विकेट लेने में कामयाब हुए थे. इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ़ द मैच का अवार्ड मिला था. वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच में भी अश्विन ने 9 विकेट लिए थे. तीन मैचों की टेस्ट सीरीज़ में अश्विन को कुल मिलाकर 22 विकेट मिले थे और इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें 'मैन ऑफ़ द सीरीज़' का अवार्ड भी मिला था.
 
दस विकेट लेने के मामले में अश्विन कई दिग्गजों से आगे निकल गए
एक मैच में दस विकेट लेने के मामले में अश्विन ने कई भारतीय गेंदबाज़ों को पीछे छोड़ दिया है. अनिल कुंबले को छोड़कर कोई भी भारतीय गेंदबाज़ अश्विन के ऊपर नहीं है यानी दस विकेट लेने के मामले में अश्विन दूसरे स्थान पर हैं और कुंबले पहले स्थान पर. कुंबले टेस्ट मैचों में आठ बार दस विकेट ले चुके लेकिन यह कारनामा के लिए उन्हें 132 मैचों का सहारा लेना पड़ा है, लेकिन अश्विन सिर्फ 39 मैच खेलते हुए पांच बार दस विकेट लेने में कामयाब हुए है. हरभजन सिंह भी पांच बार दस विकेट लेने में कामयाब हुए हैं लेकिन इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्हें 103 मैच खेलने पड़े. सबसे दिलचस्प बात यह है कि मौजूदा दौर में रविचंद्रन अश्विन ही इकलौते खिलाड़ी हैं जो तीन से ज्यादा बार दस विकेट लेने में कामयाब हुए हैं. इस वक्त अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाला कोई भी ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसने तीन से ज्यादा बार दस विकेट लिया है.  
 
अश्विन के पांच विकेट और टीम इंडिया की जीत
एक पारी में पांच या पांच से ज्‍यादा विकेट लेने के मामले में भी अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है. अश्विन ने 39 मैच खेले हैं और 20 बार पांच विकेट ले चुके हैं. अगर भारतीय गेंदबाज़ों की बात की जाए तो एक पारी में पांच या पांच से ज्यादा विकेट लेने के मामले में अश्विन चौथे स्थान पर हैं. अनिल कुंबले ने 132 मैच खेलते हुए 35 बार पांच या पांच से ज्यादा विकेट लिए थे. हरभजन सिंह ने 103 मैच खेलते हुए 25 बार पांच विकेट लिए हैं, जबकि कपिल देव ने 131 मैच खेलते हुए 23 बार पांच विकेट झटके थे.
 
रविचंद्रन अश्विन ने जब भी किसी मैच की एक या दोनों पारियों में पांच या पांच से ज्यादा विकेट लिए हैं, तो उनमें से अधिकांश में टीम इंडिया को जीत मिली है. अश्विन ने अब तक 16 मैचों में पांच या पांच से ज्यादा विकेट लिए हैं, जिनमें से भारत को 13 मैचों में जीत मिली है, दो ड्रॉ रहे हैं और एक मैच भारत हारा है. सबसे बड़ी बात यह है कि अश्विन ने जब भी ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूज़ीलैंड और वेस्टइंडीज जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ पांच या पांच से ज्यादा विकेट लिया है, तो टीम मैच नहीं हारी है. हालांकि इंग्लैंड के खिलाफ अश्विन एक पारी में पांच विकेट लेने में कामयाब नहीं हुए हैं, जबकि पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने कोई भी टेस्ट मैच नहीं खेला है.


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com