रामचंद्र गुहा ने कहा कि द्रविड़, कुंबले, और जहीर खान का सार्वजनिक अपमान किया जा रहा है
नई दिल्ली:
टीम इंडिया के कोच और सपोर्ट स्टाफ की नियुक्ति को लेकर नाटकीय घटनाक्रमों के बाद तमाम तरह के बयानों का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है. प्रशासकों की समिति (सीओए) के पूर्व सदस्य रामचंद्र गुहा ने कहा है कि जिस तरीके से राहुल द्रविड़ और जहीर खान की सलाहकार पद पर नियुक्ति को रोककर रखा गया है, उससे इन पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों का सार्वजनिक अपमान हो रहा है.
गुहा ने ट्वीट किया, 'अनिल कुंबले के साथ शर्मनाक व्यवहार अब जहीर खान और राहुल द्रविड़ के प्रति अपनाए जा रहे लापरवाह रवैये के रूप में नए मुकाम पर पहुंच गया है.' उन्होंने आगे कहा, 'कुंबले, द्रविड़ और जहीर इस खेल के महान खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया. वे इस तरह के सार्वजनिक अपमान के हकदार नहीं हैं.'
उल्लेखनीय है कि गुहा ने जून में बीसीसीआई की प्रशासक कमेटी के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था गुहा ने बीसीसीआई के भीतर हितों के टकराव की अनदेखी के मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की थी.
पढ़ें : नए कोच रवि शास्त्री के वेतन पर फैसला करेगी चार सदस्यीय समिति
सीओए ने शनिवार को रवि शास्त्री की मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी, जिसके बाद गुहा की यह टिप्पणी सामने आई है. समिति हालांकि यह स्पष्ट नहीं कर पाई कि द्रविड़ और जहीर विदेशी दौरों के लिए क्रमश: बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार हैं या नहीं जैसा कि बीसीसीआई ने दावा किया था.
वीडियो
बैठक की विवरणिका के अनुसार, 'अन्य सलाहकारों की नियुक्ति पर फैसला समिति मुख्य कोच से परामर्श करने के बाद करेगी.' गुहा ने भारतीय क्रिकेट में 'सुपरस्टार संस्कृति' की आलोचना करते हुए सीओए से अपना इस्तीफा दिया था. उन्होंने पूर्व खिलाड़ियों के 'हितों के टकराव' का मसला भी उठाया था.
(इनपुट भाषा से)
गुहा ने ट्वीट किया, 'अनिल कुंबले के साथ शर्मनाक व्यवहार अब जहीर खान और राहुल द्रविड़ के प्रति अपनाए जा रहे लापरवाह रवैये के रूप में नए मुकाम पर पहुंच गया है.' उन्होंने आगे कहा, 'कुंबले, द्रविड़ और जहीर इस खेल के महान खिलाड़ी हैं, जिन्होंने मैदान पर अपना सब कुछ झोंक दिया. वे इस तरह के सार्वजनिक अपमान के हकदार नहीं हैं.'
The shameful treatment of Anil Kumble has now been compounded by the cavalier treatment of Zaheer Khan and Rahul Dravid.
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) July 16, 2017
उल्लेखनीय है कि गुहा ने जून में बीसीसीआई की प्रशासक कमेटी के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था गुहा ने बीसीसीआई के भीतर हितों के टकराव की अनदेखी के मुद्दे पर नाराजगी जाहिर की थी.
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सीओए ने शनिवार को रवि शास्त्री की मुख्य कोच के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दी, जिसके बाद गुहा की यह टिप्पणी सामने आई है. समिति हालांकि यह स्पष्ट नहीं कर पाई कि द्रविड़ और जहीर विदेशी दौरों के लिए क्रमश: बल्लेबाजी और गेंदबाजी सलाहकार हैं या नहीं जैसा कि बीसीसीआई ने दावा किया था.
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बैठक की विवरणिका के अनुसार, 'अन्य सलाहकारों की नियुक्ति पर फैसला समिति मुख्य कोच से परामर्श करने के बाद करेगी.' गुहा ने भारतीय क्रिकेट में 'सुपरस्टार संस्कृति' की आलोचना करते हुए सीओए से अपना इस्तीफा दिया था. उन्होंने पूर्व खिलाड़ियों के 'हितों के टकराव' का मसला भी उठाया था.
(इनपुट भाषा से)
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