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कभी अपनी मैजिक ट्रिक से दुनिया को किया था हैरान, अब इस क्रिकेटर ने ठुकराया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, जानिए क्या है वजह

Tabraiz Shamsi: स्पिनर तबरेज शम्सी ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने का फैसला किया है. 2016 में दक्षिण अफ्रीका की टीम में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बाद से उन्होंने सभी प्रारूपों में कुल 167 विकेट लिए हैं.

कभी अपनी मैजिक ट्रिक से दुनिया को किया था हैरान, अब इस क्रिकेटर ने ठुकराया सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट, जानिए क्या है वजह
Tabraiz Shamsi: तबरेज शम्सी ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने का फैसला किया है

स्पिनर तबरेज शम्सी ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने का फैसला किया है. 2016 में दक्षिण अफ्रीका की टीम में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू के बाद से उन्होंने सभी प्रारूपों में कुल 167 विकेट लिए हैं. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) ने एक संयुक्त बयान में बताया कि इस कदम से 34 वर्षीय शम्सी को दुनिया भर की अलग-अलग लीगों में भाग लेने के लिए स्वतंत्रता मिलेगी, जबकि वह सफेद बाल के दोनों प्रारूपों में दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करने के लिए उपलब्ध रहेंगे.

शम्सी ने बयान में कहा, "मैंने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से हटने का फैसला किया है, ताकि घरेलू सत्र के दौरान मैं फ्री रह सकूं, जिससे मुझे सभी उपलब्ध अवसरों का लाभ उठाने और अपने परिवार के लिए भी समय मिल सके. इससे प्रोटियाज के लिए खेलने की मेरी क्षमता या प्रेरणा पर किसी भी तरह से असर नहीं पड़ेगा और जब भी मेरी जरूरत होगी मैं अपने देश के लिए खेलने के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा. टीम के लिए विश्व कप जीतना हमेशा से मेरा सपना रहा है और कोई भी फ्रेंचाइजी लीग मेरे देश के लिए खेलने से ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं होगी."

शम्सी से पहले केन विलियमसन, डेवोन कॉन्वे और फिन एलन जैसे अन्य देशों के खिलाड़ियों ने भी यह फैसला लिया था. सीएसए ने कहा,"हम शम्सी के फैसले का सम्मान करते हैं और अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनों और अपनी घरेलू टीम टाइटन्स के माध्यम से दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के प्रति उनके निरंतर समर्पण पर हमें पूरा भरोसा है."

तबरेज शम्सी की एक खास बात यह है कि उन्हें जादू की ट्रिक आती है. शम्सी मज़ांसी सुपर लीग में चार साल पहले दर्शकों से भरे स्टेडियम में रुमाल को एक छड़ी में बदल कर काफी फेमस हुए थे. तब दुनिया को एक स्पिनर के रूप में जादूगर भी दिखा था. तबरेज शम्सी ने दक्षिण अफ्रीका के लिए दो टेस्ट खेले हैं जिसमें उन्होंने 6 विकेट लिए हैं. इसके अलावा उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए खेले 51 वनडे में 72 विकेट झटके हैं, जबकि 70 टी20 अंतरराष्ट्रीय में उन्होंने 89 विकेट झटके हैं.

पैसों का नुकसान बनाम दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड के फैसले

तबरेज शम्सी द्वारा राष्ट्रीय अनुबंध को तुरंत प्रभाव से छोड़ने का मलतब है कि वह एक स्वतंत्र एजेंट बनकर, दक्षिण अफ़्रीकी बोर्ड के दायित्वों से बंधे नहीं होंगे और दुनिया भर की टी20 लीगों में अधिक स्वतंत्र रूप से भाग ले सकेगा. शम्सी दक्षिण अफ्रीका के लिए उपलब्ध रहेंगे और उनके प्रमुख टूर्नामेंटों में उनकी सफेद गेंद टीम का हिस्सा बनने की उम्मीद है.

तबरेज ने आखिरी बार दक्षिण अफ्रीका के लिए जून में भारत के खिलाफ टी20 विश्व कप फाइनल में खेला था और वह संयुक्त अरब अमीरात के उनके मौजूदा दौरे का हिस्सा नहीं हैं, जिसमें अफगानिस्तान और आयरलैंड के खिलाफ सीरीज शामिल है. दक्षिण अफ्रीका ने इस सीरीज के लिए कई सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया और मैचों का उपयोग खिलाड़ी पूल को मजबूत करने के लिए किया है.

तबरेज शम्सी द्वारा अपने राष्ट्रीय अनुबंध से हटने के कुछ कारण दिए जा रहे हैं. एक कारण यह बताया जा रहा है कि सीएसए ने उन्हें दक्षिण अफ्रीका की घरेलू टी20 प्रतियोगिता सीएसए टी20 चैलेंज में टाइटंस के लिए खेलने के लिए इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान में पीएसएल से बाहर कर दिया था. ऐसे में उन्होंने कराची किंग्स के दस लीग मैचों में से केवल पहले चार में ही खेल सके, और शेष छह मैचों के लिए उन्हें अपनी मैच फीस का भुगतान नहीं मिला.

इसके अलावा एक अन्य कारण यह भी दिया जा रहा है कि इस साल सीपीएल के दौरान उन्हें स्वदेश वापस भेजा गया था. शम्सी के अनुबंध के अनुसार, उन्हें सीएसए अवॉर्ड नाइट में हिस्सा लेना था. हालांकि वह किसी भी पुरस्कार के विजेता नहीं थे. दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने हमेशा माना है कि अनुबंधित खिलाड़ी पुरस्कारों में हिस्सा लें, भले ही इसके लिए उन्हें विदेशी कार्य बीच में ही छोड़ना पड़े. हालांकि, शम्सी सीपीएल में खेलना फिर से शुरू करने के लिए वेस्टइंडीज लौट आए, लेकिन सेंट किट्स एंड नेविस पैट्रियट्स के लिए तीन मैच न खेलने का मतलब था कि उन्हें अपनी मैच फीस का कुछ हिस्सा फिर से खोना पड़ा.

तबरेज शम्सी को जितने पैसे लीग में खेलने पर मिलते हैं, उतने पैसे उन्हें दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड के साथ मिले अनुबंध से नहीं मिलते हैं और कयास लगाए जा रहे हैं कि इसीलिए शम्सी ने यह फैसला लिया है. 2025 में सीएसए प्रांतीय वन-डे चैलेंज जो दक्षिण अफ्रीका का घरेलू वनडे टूर्नामेंट है, जो 15 फरवरी से 16 मार्च तक चलने वाला है और यह पीएसएल के साथ टकरा रहा है. ऐसे में, यदि शम्सी को सीएसए से अनुबंधित किया गया होता, तो बोर्ड के साथ उनकी प्रतिबद्धताओं के कारण उन्हें पीएसएल के कुछ हिस्सों को फिर से मिस करना पड़ता.

(आईएएनएस से इनपुट के साथ)

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