चेन्नई:
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की गवर्निंग काउंसिल ने मंगलवार को फैसला किया कि राजनीतिक स्तर पर जारी विरोध को देखते हुए श्रीलंका के खिलाड़ी चेन्नई में होने वाले लीग के मुकाबलों में नहीं खेलेंगे।
काउंसिल ने सुरक्षा कारणों से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई से दूर रखने का फैसला किया है। श्रीलंका में तमिल लोगों के खिलाफ हुए मानवाधिकार हनन को लेकर श्रीलंका सरकार के खिलाफ तमिलनाडु के लोगों में गुस्सा है और इसी कारण मुख्यमंत्री जे. जयललिता भी श्रीलंकाई खिलाड़ियों के प्रदेश में खेलने पर विरोध कर रही हैं।
आईपीएल के कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा कि चेन्नई में पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही मैच होंगे लेकिन काउंसिल स्थानीय सरकार के विचारों को अनदेखा नहीं कर सकती है। ऐसे में काउंसिल के पास चेन्नई में होने वाले मैचों से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को दूर रखने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं रह गया है।
शुक्ला ने अपने बयान में कहा, "गवर्निंग काउंसिल ने निर्णय लिया है कि श्रीलंकाई खिलाड़ी चेन्नई में होने वाले लीग मैचों में नहीं खेलेंगे। इस सम्बंध में नौ फ्रेंचाइजी टीमों को जानकारी दे दी गई है।"
"काउंसिल ने इस मामले पर मंगलवार दोपहर को बैठक की। खिलाड़ियों, दर्शकों, स्टेडियम में काम करने वालों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा बीसीसीआई की जिम्मेदारी है और इसी को नजर में रखते हुए यह फैसला किया गया है।"
उल्लेखनीय है कि जयललिया ने एक पत्र के माध्यम से मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि वह तमिलनाडु में उसी शर्त पर आईपीएल मैच आयोजित कराने की अनुमति देंगी, जब आयोजक उन्हें यह वादा करें कि इसमें श्रीलंकाई नागरिक किसी भी रूप में हिस्सा नहीं लेंगे।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में जयललिता ने लिखा, "श्रीलंका सरकार के कदमों को लेकर तमिलनाडु में लोगों के बीच दिखाई दे रहे गुस्से को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि अगर राज्य में होने वाले आईपीएल मैचों में श्रीलंकाई खिलाड़ी, मैच अधिकारी और सहयोगी स्टाफ शिरकत करेंगे तो वह इन मैचों के आयोजन की अनुमति नहीं देंगी।"
जयललिता ने कहा कि श्रीलंका सरकार ने वहां रह रहे तमिलों पर काफी जुर्म किए हैं और आज भी भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौसेना हमले जारी रखे हुए है। ऐसे में वह श्रीलंकाई नागरिकों को भारत में खेलने की अनुमति नहीं दे सकतीं।
जयललिता ने बीते महीने यह भी कहा था कि उनका राज्य 20वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की भी मेजबानी नहीं करेगा क्योकि इसमें भी श्रीलंकाई खिलाड़ी शिरकत कर रहे हैं।
जयललिता के मुताबिक उन्होंने मानवाधिकारों के हनन का हवाला देकर सिंगापुर स्थित एशियाई एथलेटिक्स संघ को पत्र लिखकर इस आयोजन को कहीं और स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि आईपीएल की नौ फ्रेंचाइजी टीमों में से आठ में श्रीलंकाई खिलाड़ी शामिल हैं। चेन्नई में आईपीएल के 10 मैच होने हैं। श्रीलंका के अकिला धनंजय और नुवान कुलसेकरा जहां चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलेंगे वहीं, जीवन मेंडिस और माहेला जयवर्धने दिल्ली की टीम में शामिल हैं।
इनके अलावा, सचित्रा सेनानायके कोलकाता नाइट राइडर्स, लसिथ मलिंगा मुंबई इंडियंस, अजंथा मेंडिस और एंजेलो मैथ्यूज पुणे वॉरियर्स, कुशल जेनिथ परेरा राजस्थान रॉयल्स, मुथैया मुरलीधरन और तिलकरत्ने दिलशान रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की ओर से खेलेंगे जबकि थिसारा परेरा और कुमार संगकारा सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते नजर आएंगे।
काउंसिल ने सुरक्षा कारणों से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को चेन्नई से दूर रखने का फैसला किया है। श्रीलंका में तमिल लोगों के खिलाफ हुए मानवाधिकार हनन को लेकर श्रीलंका सरकार के खिलाफ तमिलनाडु के लोगों में गुस्सा है और इसी कारण मुख्यमंत्री जे. जयललिता भी श्रीलंकाई खिलाड़ियों के प्रदेश में खेलने पर विरोध कर रही हैं।
आईपीएल के कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा कि चेन्नई में पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही मैच होंगे लेकिन काउंसिल स्थानीय सरकार के विचारों को अनदेखा नहीं कर सकती है। ऐसे में काउंसिल के पास चेन्नई में होने वाले मैचों से श्रीलंकाई खिलाड़ियों को दूर रखने के सिवाय और कोई रास्ता नहीं रह गया है।
शुक्ला ने अपने बयान में कहा, "गवर्निंग काउंसिल ने निर्णय लिया है कि श्रीलंकाई खिलाड़ी चेन्नई में होने वाले लीग मैचों में नहीं खेलेंगे। इस सम्बंध में नौ फ्रेंचाइजी टीमों को जानकारी दे दी गई है।"
"काउंसिल ने इस मामले पर मंगलवार दोपहर को बैठक की। खिलाड़ियों, दर्शकों, स्टेडियम में काम करने वालों और मैच अधिकारियों की सुरक्षा बीसीसीआई की जिम्मेदारी है और इसी को नजर में रखते हुए यह फैसला किया गया है।"
उल्लेखनीय है कि जयललिया ने एक पत्र के माध्यम से मंगलवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से कहा कि वह तमिलनाडु में उसी शर्त पर आईपीएल मैच आयोजित कराने की अनुमति देंगी, जब आयोजक उन्हें यह वादा करें कि इसमें श्रीलंकाई नागरिक किसी भी रूप में हिस्सा नहीं लेंगे।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में जयललिता ने लिखा, "श्रीलंका सरकार के कदमों को लेकर तमिलनाडु में लोगों के बीच दिखाई दे रहे गुस्से को देखते हुए प्रदेश सरकार ने तय किया है कि अगर राज्य में होने वाले आईपीएल मैचों में श्रीलंकाई खिलाड़ी, मैच अधिकारी और सहयोगी स्टाफ शिरकत करेंगे तो वह इन मैचों के आयोजन की अनुमति नहीं देंगी।"
जयललिता ने कहा कि श्रीलंका सरकार ने वहां रह रहे तमिलों पर काफी जुर्म किए हैं और आज भी भारतीय मछुआरों पर श्रीलंकाई नौसेना हमले जारी रखे हुए है। ऐसे में वह श्रीलंकाई नागरिकों को भारत में खेलने की अनुमति नहीं दे सकतीं।
जयललिता ने बीते महीने यह भी कहा था कि उनका राज्य 20वीं एशियाई एथलेटिक्स चैम्पियनशिप की भी मेजबानी नहीं करेगा क्योकि इसमें भी श्रीलंकाई खिलाड़ी शिरकत कर रहे हैं।
जयललिता के मुताबिक उन्होंने मानवाधिकारों के हनन का हवाला देकर सिंगापुर स्थित एशियाई एथलेटिक्स संघ को पत्र लिखकर इस आयोजन को कहीं और स्थानांतरित करने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि आईपीएल की नौ फ्रेंचाइजी टीमों में से आठ में श्रीलंकाई खिलाड़ी शामिल हैं। चेन्नई में आईपीएल के 10 मैच होने हैं। श्रीलंका के अकिला धनंजय और नुवान कुलसेकरा जहां चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से खेलेंगे वहीं, जीवन मेंडिस और माहेला जयवर्धने दिल्ली की टीम में शामिल हैं।
इनके अलावा, सचित्रा सेनानायके कोलकाता नाइट राइडर्स, लसिथ मलिंगा मुंबई इंडियंस, अजंथा मेंडिस और एंजेलो मैथ्यूज पुणे वॉरियर्स, कुशल जेनिथ परेरा राजस्थान रॉयल्स, मुथैया मुरलीधरन और तिलकरत्ने दिलशान रॉयल चैलेंजर बैंगलोर की ओर से खेलेंगे जबकि थिसारा परेरा और कुमार संगकारा सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते नजर आएंगे।
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