एमएस धोनी के बाद अब विराट कोहली वनडे और टी-20 कप्तान बन गए हैं (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मुंबई में भारत-ए और इंग्लैंड के बीच खेला गया मैच वैसे तो महज एक अभ्यास मैच था, लेकिन इससे एक ऐसी बात जुड़ गई है, जिससे इसे हमेशा याद किया जाएगा. यह मैच महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में खेला गया अंतिम वनडे मैच रहा. जाहिर है यह खुद धोनी और उनके साथी खिलाड़ियों के लिए खास पल रहा. मैच के बाद खिलाड़ियों ने एमएस धोनी की कप्तानी और उनकी उपलब्धियों के साथ ही मैदान के बाहर उनके व्यवहार के बारे में चर्चा की. इस अभ्यास मैच में शतक बनाने वाले अंबाती रायडू तो मैच को बाद बेहद भावुक नजर आए और उनके आंसू छलक पड़े. आइए जानते हैं कि रायडू सहित अन्य खिलाड़ियों ने इस भावुक पल को कैसे साझा किया और इस अवसर पर क्या कहा... (वीडियो चैट में दिखी युवी-माही की यारी, धोनी बोले-आक्रामक बैटिंग मेरी पहचान, छक्के लगाता रहूंगा)
भारत-ए की ओर से बल्लेबाजी करते हुए अंबाती रायडू ने 97 गेंदों में शतक लगाकर शानदार वापसी की. उन्होंने जैसे ही शतक पूरा किया, तो ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करके पूछा कि क्या धोनी बल्लेबाजी के लिए आ रहे हैं. वह उस समय भी काफी भावुक नजर आए थे. ओवर में एक गेंद बाकी थी, इसलिए धोनी नहीं आए और ओवर पूरा होते ही रायडू खुशी-खुशी रिटायर हो गए. वास्तव में रायडू को टीम इंडिया में धोनी ने ही मौका दिया था और उनको अजिंक्य राहणे पर तरजीह भी दी थी. ऐसे में रायडू उन्हें कैसे भूल सकते हैं. अंबाती रायडू ने 97 गेंदों में शानदार शतक ठोका (फाइल फोटो)
मैं आंसू नहीं रोक पा रहा हूं...
मैच के बाद अंबाती रायडू ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अच्छा खेला. यह बहुत ही भावुक पल है. मुझे लगता है कि भारत में जितने भी कप्तान हुए हैं, धोनी उनमें बेस्ट हैं. मुझे इस बात की खुशी है कि उनके आखिरी कप्तानी मैच में मैंने शतक लगाया. वह एक लीजेंड हैं.'
भावुक रायडू ने मैच के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं आज भी उन्हें देख रहा था. वह हमेशा की तरह कूल दिखे. इस समय मेरी आंखों में आंसू हैं. धोनी की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि वह चीजों को एकदम सामान्य रखते हैं. कोई डर पैदा नहीं करते. नए खिलाड़ियों को अपने अनुसार खेलने देते हैं.'
बैट्समैन को बखूबी रीड कर लेते हैं... : चहल
धोनी की कप्तानी में पहले भी खेल चुके स्पिनर युजवेंद्र चहल ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि माही भाई के साथ प्लस पॉइंट यह है कि वह बैट्समैन को रीड बहुत अच्छी तरह करते हैं. इससे हमारा काम आसान हो जाता है. उनके दिमाग में किसी बैट्समैन के लिए कुछ भी चल रहा होता है, तो वह हमसे शेयर करते हैं और यदि हमारे दिमाग में कुछ चल रहा होता है, तो हम उन्हें आसानी से बता पाते हैं. बीच-बीच में वह हमें गाइड करते रहते हैं.
सपना पूरा हुआ : कुलदीप
वहीं एमएस धोनी की कप्तानी में पहली बार खेले चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव ने कहा कि उनका एक सपना पूरा हो गया. कुलदीप ने कहा, 'एमएस धोनी की कप्तानी में पहली बार खेला. मैं टीम में पहले भी आया था, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. उनकी कप्तानी में खेलना एक सपना था, जो पूरा हुआ. बॉलिंग के समय कई बार बात हुई. मुझे बॉलिंग के लिए गाइड किया. किसको कैसे बॉल डालनी है, फील्डिंग कैसे लगानी है. उनसे जो सीखा वह आगे काम आएगा.' कुलदीप यादव ने अभ्यास मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पांच विकेट लिए (फाइल फोटो)
मेरे लिए हमेशा कप्तान रहेंगे : नेहरा
चोट के बाद एक बार फिर टीम इंडिया में जगह बनाने में कामयाब हुए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने कहा कि धोनी उनके लिए हमेशा कप्तान रहेंगे. नेहरा के अनुसार धोनी ऐसे कप्तान रहे, जिन्होंने हमेशा खिलाड़ियों को सपोर्ट किया.
नेहरा ने धोनी के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा, 'उनके साथ खेलना हमेशा खास रहा है. मेरे लिए वह हमेशा कप्तान रहेंगे. जब मैं उनसे इस मैच से पहले मिला तो मैंने कहा कि कैसे हो कैप्टन? तो उन्होंने कहा, एमएस. चाहे जो भी हो, उन्होंने जो हासिल किया है, वह अपने आपमें सारी कहानी बयां करता है. मैदान के बाहर भी उनका जवाब नहीं. वह हर जगह एक जैसे रहते हैं. मैं उनका फैन रहा हूं.' युवराज सिंह और आशीष नेहरा दोनों को धोनी ने कई बार मौका दिया (फाइल फोटो)
वर्ल्ड के बेस्ट कप्तानों में से एक : धवन
बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर धवन ने भी टीम इंडिया में चोट के बाद वापसी की है. धवन को टीम इंडिया में मौका देने का श्रेय धोनी को ही जाता है. यहां तक कि खराब दौर में भी धोनी ने उन पर भरोसा रखा था और टीम में मौका देते रहे. शिखर धवन के फेल होने के बावजूद धोनी ने उन्हें मौके देना जारी रखा (फाइल फोटो)
शिखर धवन ने कहा, 'मैं उनसे मिला, लेकिन इस बारे में (कप्तानी छोड़ने) बात नहीं की. हाल चाल पूछा और उनकी बेटी के बारे में बात हुई. धोनी वर्ल्ड के बेस्ट कप्तानों में से एक रहे हैं. विराट कोहली मेरे मित्र रहे हैं और मित्र को आगे बढ़ते हुए देखना शानदार अनुभव है.'
भारत-ए की ओर से बल्लेबाजी करते हुए अंबाती रायडू ने 97 गेंदों में शतक लगाकर शानदार वापसी की. उन्होंने जैसे ही शतक पूरा किया, तो ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा करके पूछा कि क्या धोनी बल्लेबाजी के लिए आ रहे हैं. वह उस समय भी काफी भावुक नजर आए थे. ओवर में एक गेंद बाकी थी, इसलिए धोनी नहीं आए और ओवर पूरा होते ही रायडू खुशी-खुशी रिटायर हो गए. वास्तव में रायडू को टीम इंडिया में धोनी ने ही मौका दिया था और उनको अजिंक्य राहणे पर तरजीह भी दी थी. ऐसे में रायडू उन्हें कैसे भूल सकते हैं.
मैं आंसू नहीं रोक पा रहा हूं...
मैच के बाद अंबाती रायडू ने कहा, 'मुझे इस बात की खुशी है कि मैं अच्छा खेला. यह बहुत ही भावुक पल है. मुझे लगता है कि भारत में जितने भी कप्तान हुए हैं, धोनी उनमें बेस्ट हैं. मुझे इस बात की खुशी है कि उनके आखिरी कप्तानी मैच में मैंने शतक लगाया. वह एक लीजेंड हैं.'
Rayudu pic.twitter.com/acOWursSjn
— Harbhajan Turbonator (@cricketworms) January 10, 2017
भावुक रायडू ने मैच के बारे में बात करते हुए कहा, 'मैं आज भी उन्हें देख रहा था. वह हमेशा की तरह कूल दिखे. इस समय मेरी आंखों में आंसू हैं. धोनी की सबसे बड़ी विशेषता यही है कि वह चीजों को एकदम सामान्य रखते हैं. कोई डर पैदा नहीं करते. नए खिलाड़ियों को अपने अनुसार खेलने देते हैं.'
बैट्समैन को बखूबी रीड कर लेते हैं... : चहल
धोनी की कप्तानी में पहले भी खेल चुके स्पिनर युजवेंद्र चहल ने धोनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि माही भाई के साथ प्लस पॉइंट यह है कि वह बैट्समैन को रीड बहुत अच्छी तरह करते हैं. इससे हमारा काम आसान हो जाता है. उनके दिमाग में किसी बैट्समैन के लिए कुछ भी चल रहा होता है, तो वह हमसे शेयर करते हैं और यदि हमारे दिमाग में कुछ चल रहा होता है, तो हम उन्हें आसानी से बता पाते हैं. बीच-बीच में वह हमें गाइड करते रहते हैं.
युजवेंद्र चहल जिम्बाब्वे दौरे में धोनी की कप्तानी में खेल चुके थे (फोटो: BCCI)
सपना पूरा हुआ : कुलदीप
वहीं एमएस धोनी की कप्तानी में पहली बार खेले चाइनामैन बॉलर कुलदीप यादव ने कहा कि उनका एक सपना पूरा हो गया. कुलदीप ने कहा, 'एमएस धोनी की कप्तानी में पहली बार खेला. मैं टीम में पहले भी आया था, लेकिन खेलने का मौका नहीं मिला. उनकी कप्तानी में खेलना एक सपना था, जो पूरा हुआ. बॉलिंग के समय कई बार बात हुई. मुझे बॉलिंग के लिए गाइड किया. किसको कैसे बॉल डालनी है, फील्डिंग कैसे लगानी है. उनसे जो सीखा वह आगे काम आएगा.'
मेरे लिए हमेशा कप्तान रहेंगे : नेहरा
चोट के बाद एक बार फिर टीम इंडिया में जगह बनाने में कामयाब हुए बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने कहा कि धोनी उनके लिए हमेशा कप्तान रहेंगे. नेहरा के अनुसार धोनी ऐसे कप्तान रहे, जिन्होंने हमेशा खिलाड़ियों को सपोर्ट किया.
नेहरा ने धोनी के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा, 'उनके साथ खेलना हमेशा खास रहा है. मेरे लिए वह हमेशा कप्तान रहेंगे. जब मैं उनसे इस मैच से पहले मिला तो मैंने कहा कि कैसे हो कैप्टन? तो उन्होंने कहा, एमएस. चाहे जो भी हो, उन्होंने जो हासिल किया है, वह अपने आपमें सारी कहानी बयां करता है. मैदान के बाहर भी उनका जवाब नहीं. वह हर जगह एक जैसे रहते हैं. मैं उनका फैन रहा हूं.'
वर्ल्ड के बेस्ट कप्तानों में से एक : धवन
बाएं हाथ के बल्लेबाज शिखर धवन ने भी टीम इंडिया में चोट के बाद वापसी की है. धवन को टीम इंडिया में मौका देने का श्रेय धोनी को ही जाता है. यहां तक कि खराब दौर में भी धोनी ने उन पर भरोसा रखा था और टीम में मौका देते रहे.
शिखर धवन ने कहा, 'मैं उनसे मिला, लेकिन इस बारे में (कप्तानी छोड़ने) बात नहीं की. हाल चाल पूछा और उनकी बेटी के बारे में बात हुई. धोनी वर्ल्ड के बेस्ट कप्तानों में से एक रहे हैं. विराट कोहली मेरे मित्र रहे हैं और मित्र को आगे बढ़ते हुए देखना शानदार अनुभव है.'
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