अगले साल के शुरुआती महीने में आईपीएल मेगा ऑक्शन (Mega Auction 2025) का आयोजन है. टीमों ने अभी से रणनीति बनाना शुरू कर कर दिया है. पिछले महीने की 31 जुलाई को फ्रेंचाइजी मालिकों की मीटिंग में कई बातों पर बहुत ही गंभीरता से विचार हुआ. यही वजह है कि आने वाली नीलामी में कुछ नियमों में बदलाव होने जा रहा है. बड़ी बातों की तहत खिलाड़ियों को रिटेन की संख्या बदल सकती है, तो रिटेंशन नियम की वापसी हो सकती है. एक बड़ी चर्चा चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को लेकर भी है. समझा जा सकता है कि अगर रिटेन खिलाड़ियों की संख्या को बढ़ाए जाने की बात है, तो एमएस धोनी को खासा फायदा भी देगा, लेकिन इसके साथ ही माही को मोटी आर्थिक चपत भी लगेगी. बीसीसीआई मेगा नीलामी से पहले नए नियमों को मंजूरी दे सकता है.
इस भूमिका में लौटेंगे अब एमएस धोनी
दरअसल नए प्रस्तावित नियम के तहत धोनी अनकैप्ड खिलाड़ी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलते दिखाई पड़ सकते हैं. इससे धोनी का ही नहीं, बल्कि ऐसे खिलाड़ियों का भी फायदा होगा, जिन्होंने एक तमय समय सीमा के भीतर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया है. दरअसल प्रस्तावित नियम की वजह साफ है कि धोनी उम्र के उस मुहाने पर हैं, जहां वह अगले तीन साल की प्लानिंग में फिट नहीं बैठते. जाहिर है कि चाह कर भी चेन्नई प्रबंधन धोनी को शीर्ष चार खिलाड़ियों में रिटेन नहीं कर सकता. ऐसे में नया प्रस्तावित नियम धोनी के लिए रास्ता तैयार करेगा, लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है.
धोनी को झेलना होगा इतना मोटा नुकसान
साफ है कि बतौर अनकैप्ट खिलाड़ी खेलने के कारण धोनी को छोटा-मोटा नहीं, बल्कि आठ करोड़ रुपये का नुकसान झेलना पड़ेगा. नियम के तहत अगर किसी खिलाड़ी को संन्यास लिए पांच साल या ज्यादा समय हो गया है, तो उसे बतौर अनकैप्ड खिलाड़ी ऑक्शन में शामिल किया जा सकता है. धोनी ने साल 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था. नियमों के अनुसार अनुसार अनकैप्ड खिलाड़ी के लिए कोई भी टीम अतिकतम चार करोड़ रुपये ही खर्च कर सकती है. इस सूरत में पिछले साल 2022 से चेन्नई से 12 करोड़ रुपये फीस वसूलने वाले धोनी को आठ करोड़ रुपये का नुकसान होगा.
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