
मोहाली:
भारत ने अपने बल्लेबाजों के दम पर बुधवार को पंजाब क्रिकेट संघ (पीसीए) स्टेडियम में खेले गए चौथे एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड को पांच विकेट से पराजित कर दिया। इस तरह भारत ने न सिर्फ यह मैच जीता बल्कि शृंखला भी अपने नाम कर ली।
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 257 रन बनाए थे। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 47.3 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की जीत में सुरेश रैना, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रैना ने नाबाद 89, रोहित शर्मा ने 83, विराट कोहली ने 26, रवींद्र जडेजा ने 21 और महेंद्र सिंह धोनी ने 19 रनों की पारी खेली। रैना को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पहला झटका 20 रन के कुल योग पर लगा। इस स्कोर पर गौतम गम्भीर 10 रन बनाकर पवेलियन लौटे। गम्भीर को टिम ब्रेस्नन ने आउट किया। गम्भीर ने 16 गेंदों पर दो चौके लगाए। विराट कोहली 26 रन बनाकर ट्रेडवेल की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच हुए। उन्होंने 33 गेंदों पर तीन चौके लगाए। चण्डीगढ़ के हीरो युवराज सिंह ने अपने घरेलू मैदान पर निराश किया और तीन रन बनाकर 90 के कुल योग पर पवेलियन लौटे।
इसके बाद रोहित और रैना ने चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी की। शर्मा के रूप में 32वें ओवर में भारत को चौथा झटका लगा। वह फिन की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। अजिंक्य रहाणे के स्थान पर पारी की शुरुआत करने आए शर्मा ने 93 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके व एक छक्का लगाया।
शर्मा की जगह लेने आए धोनी ने रैना के साथ मिलकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी की। जेड डर्नबाक ने इस जोड़ी को तोड़ एक बार फिर इंग्लैंड खेमे में उम्मीद जगाई लेकिन धौनी की जगह लेने आए जडेजा ने कोई गलती नहीं की और रैना के साथ मिलकर उन्होंने भारतीय टीम को जीत दिलाई।
इंग्लैंड की ओर से जेम्स ट्रेडवेल ने दो सफलता हासिल की जबकि फिन, डर्नबाक और ब्रेस्नन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड टीम ने निर्धारित 50 ओवरों की समाप्ति तक सात विकेट पर 257 रन बनाए थे। इसमें कुक और केविन पीटरसन के 76-76 रन तथा रूट जोए को नाबाद 57 रन शामिल रहे। भारत की ओर रवींद्र जडेजा ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए जबकि इशांत शर्मा और रविचंद्रन अश्विन को दो-दो सफलता मिली।
इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उसने 37 रन के कुल योग पर ही अपने सलामी बल्लेबाज इयान बेल (10) का विकेट गंवा दिया था लेकिन इसके बाद कप्तान कुक और पीटरसन ने दूसरे विकेट के लिए 95 रन जोड़कर स्थिति सम्भालने का काम किया।
कुक का विकेट 132 रनों के कुल योग पर गिरा। कुक को अश्विन ने आउट किया। बेल का विकेट इशांत ने लिया था। कुक ने अपनी 106 गेंदों की पारी में 13 चौके लगाए।
इसके बाद 138 रनों के कुल योग पर अश्विन ने इयोन मोर्गन (3) को आउट करके इंग्लिश टीम को एक और बड़ा झटका दिया। मोर्गन का कैच युवराज सिंह ने लिया।
मोर्गन के आउट होने के बाद समित पटेल विकेट पर आए लेकिन रवींद्र जडेजा ने उन्हें एक रन के निजी योग पर आउट करके इंग्लिश टीम को चौथा झटका दिया। जडेजा ने पटेल को अपनी ही गेंद पर लपका।
पटेल की जगह हालांकि विकेट पर रूट ने पीटरसन को निराश नहीं किया, जो अपने सामने लगातार तीन विकेट गिरने के बाद टीम को मुश्किल से घिरते देख चिंतित नजर आ रहे थे।
पीटरसन और रूट ने पांचवें विकेट के लिए 9.2 गेंदों पर 78 रनों की साझेदारी की। पीटरसन का विकेट 220 रनों के कुल योग पर गिरा। पीटरसन को इशांत ने आउट किया। उन्होंने 93 गेंदों की पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया।
इसके बाद रूट ने पारी को सम्भालने का अभियान शुरू किया। जोस बटलर (14) के साथ उन्हें सफलता मिलती दिख रही थी लेकिन जडेजा ने 241 रनों के कुल योग पर बटलर और टिम ब्रेस्नन (0) को आउट करके इंग्लिश टीम के इस अभियान पर पानी फेर दिया।
दो लगातार विकेट गिरने से घबराए रूट ने आक्रमण की कमान अपने हाथ में ली और 45 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 57 रन बनाकर नाबाद लौटे। जेम्स ट्रेडवेल ने नाबाद छह रन बनाए।
पांच मैचों की शृंखला में भारत अब 3-1 से आगे हो गई है। पहले कोच्चि और फिर रांची में मिली शानदार जीत ने भारतीय टीम में नई जान डाल दी है।
इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट पर 257 रन बनाए थे। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने 47.3 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया। भारत की जीत में सुरेश रैना, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रैना ने नाबाद 89, रोहित शर्मा ने 83, विराट कोहली ने 26, रवींद्र जडेजा ने 21 और महेंद्र सिंह धोनी ने 19 रनों की पारी खेली। रैना को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को पहला झटका 20 रन के कुल योग पर लगा। इस स्कोर पर गौतम गम्भीर 10 रन बनाकर पवेलियन लौटे। गम्भीर को टिम ब्रेस्नन ने आउट किया। गम्भीर ने 16 गेंदों पर दो चौके लगाए। विराट कोहली 26 रन बनाकर ट्रेडवेल की गेंद पर उन्हीं के हाथों कैच हुए। उन्होंने 33 गेंदों पर तीन चौके लगाए। चण्डीगढ़ के हीरो युवराज सिंह ने अपने घरेलू मैदान पर निराश किया और तीन रन बनाकर 90 के कुल योग पर पवेलियन लौटे।
इसके बाद रोहित और रैना ने चौथे विकेट के लिए 68 रनों की साझेदारी की। शर्मा के रूप में 32वें ओवर में भारत को चौथा झटका लगा। वह फिन की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। अजिंक्य रहाणे के स्थान पर पारी की शुरुआत करने आए शर्मा ने 93 गेंदों का सामना करते हुए 11 चौके व एक छक्का लगाया।
शर्मा की जगह लेने आए धोनी ने रैना के साथ मिलकर भारतीय पारी को आगे बढ़ाया और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 55 रनों की साझेदारी की। जेड डर्नबाक ने इस जोड़ी को तोड़ एक बार फिर इंग्लैंड खेमे में उम्मीद जगाई लेकिन धौनी की जगह लेने आए जडेजा ने कोई गलती नहीं की और रैना के साथ मिलकर उन्होंने भारतीय टीम को जीत दिलाई।
इंग्लैंड की ओर से जेम्स ट्रेडवेल ने दो सफलता हासिल की जबकि फिन, डर्नबाक और ब्रेस्नन को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड टीम ने निर्धारित 50 ओवरों की समाप्ति तक सात विकेट पर 257 रन बनाए थे। इसमें कुक और केविन पीटरसन के 76-76 रन तथा रूट जोए को नाबाद 57 रन शामिल रहे। भारत की ओर रवींद्र जडेजा ने सबसे अधिक तीन विकेट लिए जबकि इशांत शर्मा और रविचंद्रन अश्विन को दो-दो सफलता मिली।
इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी। उसने 37 रन के कुल योग पर ही अपने सलामी बल्लेबाज इयान बेल (10) का विकेट गंवा दिया था लेकिन इसके बाद कप्तान कुक और पीटरसन ने दूसरे विकेट के लिए 95 रन जोड़कर स्थिति सम्भालने का काम किया।
कुक का विकेट 132 रनों के कुल योग पर गिरा। कुक को अश्विन ने आउट किया। बेल का विकेट इशांत ने लिया था। कुक ने अपनी 106 गेंदों की पारी में 13 चौके लगाए।
इसके बाद 138 रनों के कुल योग पर अश्विन ने इयोन मोर्गन (3) को आउट करके इंग्लिश टीम को एक और बड़ा झटका दिया। मोर्गन का कैच युवराज सिंह ने लिया।
मोर्गन के आउट होने के बाद समित पटेल विकेट पर आए लेकिन रवींद्र जडेजा ने उन्हें एक रन के निजी योग पर आउट करके इंग्लिश टीम को चौथा झटका दिया। जडेजा ने पटेल को अपनी ही गेंद पर लपका।
पटेल की जगह हालांकि विकेट पर रूट ने पीटरसन को निराश नहीं किया, जो अपने सामने लगातार तीन विकेट गिरने के बाद टीम को मुश्किल से घिरते देख चिंतित नजर आ रहे थे।
पीटरसन और रूट ने पांचवें विकेट के लिए 9.2 गेंदों पर 78 रनों की साझेदारी की। पीटरसन का विकेट 220 रनों के कुल योग पर गिरा। पीटरसन को इशांत ने आउट किया। उन्होंने 93 गेंदों की पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया।
इसके बाद रूट ने पारी को सम्भालने का अभियान शुरू किया। जोस बटलर (14) के साथ उन्हें सफलता मिलती दिख रही थी लेकिन जडेजा ने 241 रनों के कुल योग पर बटलर और टिम ब्रेस्नन (0) को आउट करके इंग्लिश टीम के इस अभियान पर पानी फेर दिया।
दो लगातार विकेट गिरने से घबराए रूट ने आक्रमण की कमान अपने हाथ में ली और 45 गेंदों पर आठ चौकों और एक छक्के की मदद से 57 रन बनाकर नाबाद लौटे। जेम्स ट्रेडवेल ने नाबाद छह रन बनाए।
पांच मैचों की शृंखला में भारत अब 3-1 से आगे हो गई है। पहले कोच्चि और फिर रांची में मिली शानदार जीत ने भारतीय टीम में नई जान डाल दी है।
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