भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच धर्मशाला में खेला जा रहा चार टेस्ट मैचों की सीरीज का अंतिम मैच अब रोमांचक हो गया है. पहले दिन जहां टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पहला टेस्ट खेल रहे कुलदीप यादव की घातक गेंदबाजी के दम पर 300 रन पर समेट दिया, वहीं दूसरे दिन ऑस्ट्रेलिया ने पलटवार करते हुए स्पिनर नैथन लियोन की शानदार गेंदबाजी के चलते टीम इंडिया के 248 रन पर 6 विकेट झटक लिए. टीम इंडिया फिलहाल ऑस्ट्रेलिया से 52 रन पीछे है. दिन का खेल खत्म होने तक ऋद्धिमान साहा (10) और रवींद्र जडेजा (16) नाबाद लौटे. तीसरे दिन का खेल मैच के परिणाम के लिहाज से अहम रहेगा. देखने वाली बात होगी कि टीम इंडिया बढ़त बना पाती है या नहीं. टीम इंडिया के लिए बढ़त बनाना जरूरी है क्योंकि उसे चौथी पारी में बैटिंग करनी पड़ेगी, जो टर्निंग विकेट को देखते हुए आसान काम नहीं होगा. वैसे टीम इंडिया को भाग्य का साथ भी मिला. दो कैच छूटे, तो कई करीबी मौके भी कंगारुओं के हाथ से चले गए. खासतौर से पैट कमिन्स काफी अनलकी रहे, अन्यथा टीम इंडिया और बुरे हाल में होती. नैथन लियोन ने 4 विकेट, तो जॉश हेजलवुड और पैट कमिन्स ने एक-एक विकेट लिया.
राहुल ने जीवनदान मिलने पर फिफ्टी तो लगाई, लेकिन...
विराट कोहली की गैर-मौजूदगी में टीम इंडिया की बैटिंग बिखर गई. हालांकि चेतेश्वर पुजारा (57) और लोकेश राहुल (60) ने फिफ्टी बनाई, लेकिन उसे बड़ी पारी में नहीं बदल पाए. चेतेश्वर पुजारा ने 132 गेंदों में फिफ्टी पूरी की और 57 रन बनाकर लौटे, जबकि लोकेश राहुल 60 रन जोड़कर आउट हुए. कप्तान अजिंक्य रहाणे भी 46 रन जोड़कर लौट गए. पुजारा और राहुल के बीच 87 रन, तो पुजारा-रहाणे के बीच तीसरे विकेट के लिए 49 रन की साझेदारी हुई. रहाणे ने आर अश्विन के साथ भी 49 रन जोड़े. अश्विन ने कुल 30 रन बनाए. इस सीरीज में यह उनकी पांचवीं फिफ्टी रही. राहुल को 10 रन पर किस्मत का साथ भी मिला, लेकिन वह फायदा नहीं उठा पाए. पैट कमिन्स की गेंद पर मैट रेनशॉ ने उनका कैच फर्स्ट स्लिप पर छोड़ा. हालांकि कैच थोड़ा मुश्किल था. इसके बाद रेनशॉ ने ऋद्धिमान साहा का आसान-सा कैच भी टपका दिया. साहा उस समय 9 रन पर खेल रहे थे.
टीम इंडिया का विकेट पतन : 1/21 (मुरली विजय- 11 रन), 2/108 (लोकेश राहुल- 60 रन), 3/157 (चेतेश्वर पुजारा- 57 रन), 4/167 (करुण नायर- 5 रन), 5/216 (अजिंक्य रहाणे- 46), 6/221 (आर अश्विन- 30)
पुजारा नंबर दो, तो राहुल सीरीज के तीसरे टॉप स्कोरर
इस सीरीज में टीम इंडिया की ओर से जहां कप्तान विराट कोहली का बल्ला खामोश रहा है, वहीं लोकेश राहुल और चेतेश्वर पुजारा ने शानदार खेल दिखाया है. राहुल सीरीज के तीसरे टॉप स्कोरर हैं. उन्होंने 6 पारियों में अब तक 342 रन बनाए हैं. उनका बेस्ट 90 रन है. दूसरे नंबर चेतेश्वर पुजारा हैं, जिन्होंने 6 पारियों में ही अब तक एक शतक के साथ 405 रन ठोके हैं. नंबर वन पर ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ हैं. स्मिथ ने विवादों के बीच अपना फॉर्म जारी रखते हुए तीन शतकों की मदद से 7 पारियों में 482 रन ठोके हैं.
इंडिया को सता रहा होगा यह डर
वास्तव में धर्मशाला में पहली बार कोई टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस सीरीज की बात करें तो इससे पहले तीन में दो मैच नए मैदानों पर खेले गए हैं. दोनों ही नए मैदानों पर टीम इंडिया का अनुभव खास नहीं रहा है. पुणे में जहां उसे सीरीज के पहले ही मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा था, वहीं रांची में मैच ड्रॉ रहा. रांची में टीम इंडिया को सीरीज में बढ़त की उम्मीद थी, लेकिन अंतिम दिन ऑस्ट्रेलिया ने शानदार बल्लेबाजी से मैच ड्रॉ करा लिया. मतलब पिच उसके अनुरूप नहीं रही. अब धर्मशाला में इंडिया को किस्मत पलटनी होगी, लेकिन उसे डर इस बात का सता रहा है कि कहीं पुणे जैसा हाल यहां भी न हो जाए, क्योंकि भारत को यहां अंतिम पारी में बैटिंग करनी पड़ेगी, जो उसके लिए आसान नहीं रहने वाला.
तीसरा सत्र : रहाणे नहीं खेल पाए बड़ी पारी
दिन के खेल के अंतिम सत्र में टीम इंडिया के लिए शुरुआत बिल्कुल अच्छी नहीं रही. फिफ्टी बनाकर खेल रहे चेतेश्वर पुजारा 57 रन पर नैथन लियोन का शिकार बन गए. उस समय टीम का स्कोर 157 रन था. उनको पीटर हैंड्सकॉम्ब ने कैच किया. पुजारा और रहाणे ने तीसरे विकेट के लिए 49 रन जोड़े. इसके बाद स्कोर में 10 रन और जुड़े थे कि इंग्लैंड के खिलाफ तिहरा शतक बनाकर चर्चा में आए करुण नायर एक बार फिर फेल रहे और 5 रन पर लियोन की गेंद पर कीपर मैथ्यू वेड को कैच दे बैठे. कप्तान रहाणे ने आर अश्विन के साथ पांचवें विकेट के लिए 49 रनों की साझेदारी की, लेकिन लियोन की गेंद पर चकमा खा गए और गेंद बल्ले का किनारा लेती हुई स्लिप में स्टीव स्मिथ के हाथों में समा गई. रहाणे ने 46 रन बनाए. उनका विकेट 216 रन पर गिरा. छठा विकेट भी जल्दी ही गिर गया. पांच रन ही जुड़े थे कि आर अश्विन (30) को नैथन लियोन ने अपना चौथा शिकार बना लिया. मैट रेनशॉ ने दिन का दूसरा कैच छोड़ा और ऋद्धिमान साहा को 9 रन पर जीवनदान दिया.
दूसरा सत्र : राहुल फिफ्टी बनाकर लौटे
दूसरे सत्र में टीम इंडिया ने रनगति थोड़ी बढ़ाई. राहुल ने थोड़े तेजी से रन बनाने शुरू किए. उन्होंने 98 गेंदों में करियर की छठी फिफ्टी लगाई, वहीं सीरीज में यह उनकी पांचवीं फिफ्टी रही. टीम इंडिया का स्कोर एक विकेट पर 108 रन तक ही पहुंचा था कि पैट कमिन्स ने दूसरा झटका दे दिया. कमिन्स ने राहुल को 60 के स्कोर पर कैच करा दिया. वास्तव में राहुल ने हुक शॉट खेलने की कोशिश की थी, लेकिन मिसटाइम कर गए और गेंद कवर पर खड़े डेविड वॉर्नर के हाथों में समा गई. राहुल ने पुजारा के साथ दूसरे विकेट के लिए 87 रन जोड़े. इसके बाद पुजारा ने कप्तान अजिंक्य रहाणे के साथ चायकाल तक कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 40 से अधिक की साझेदारी कर ली. चाय के समय टीम इंडिया का स्कोर दो विकेट पर 153 रन रहा. चेतेश्वर पुजारा (53) और अजिंक्य रहाणे (19) नाबाद रहे.
लंच तक : जीवनदान के बाद जमे राहुल, धीमी बल्लेबाजी
टीम इंडिया को दूसरे दिन पहले घंटे में 21 रन के स्कोर पर ही पहला झटका लग गया, जब 11 रन बनाकर खेल रहे मुरली विजय ने जॉश हेडलवुड की गेंद पर कीपर मैथ्यू वेड को कैच थमा दिया. विजय के आउट होने के बाद राहुल ने चेतेश्वर पुजारा के साथ पारी को बखूबी संभाला. हालांकि ऑस्ट्रेलिया के लिए कुछ मौके भी बने, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली. इस दौरान टीम इंडिया की रनगति भी काफी धीमी रही. उसने 28 ओवरों में 2.29 रन प्रति ओवर की दर से 64 रन बनाए हैं. लंच के समय चेतेश्वर पुजारा (22) और लोकेश राहुल (31) नाबाद रहे. दोनों के बीच 43 रनों की साझेदारी हो चुकी है.
भारत की टेस्ट टीम में शामिल पहले 'चाइनामैन' हैं कुलदीप
भारतीय टेस्ट टीम में शनिवार को 288वें टेस्ट प्लेयर के तौर पर डेब्यू करने वाले कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) भारत की ओर से टेस्ट खेलने वाले पहले चाइनामैन बॉलर भी बन गए हैं. धर्मशाला में विराट कोहली के चोटिल होने पर शामिल किए गए कुलदीप पहले दिन मौके को भुनाते हुए ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी और 4 अहम विकेट (डेविड वॉर्नर, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल और पैट कमिन्स) झटके.
पहले दिन के खेल का अपडेट : हावी रहा 'यादव फैक्टर', स्मिथ भी छाए
टीम इंडिया की ओर से 'यादव फैक्टर' हावी रहा. छह विकेट तो उनके ही खाते में गए. सबसे पहले उमेश यादव ने सीरीज में शानदार फॉर्म में चल रहे मैट रेनशॉ (1) को पौवेलियन भेजा. फिर कप्तान स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर ने 134 रनों की साझेदारी करके इंडिया को विकेट के लिए तरसा दिया, लेकिन कुलदीप यादव ने अपनी करिश्माई गेंदबाजी से कंगारुओं को बैकफुट पर धकेल दिया. जहां एक समय स्कोर एक विकेट पर 144 रन था, वहीं देखते ही देखते वह पांच विकेट पर 178 रन हो गया. हालांकि इस बीच स्टीव स्मिथ ने एक छोर संभाले रखा और 150 गेंदों में सीरीज का तीसरा शतक (111 रन) लगाया. डेविड वॉर्नर ने सीरीज की पहली फिफ्टी बनाई. वॉर्नर को पारी की पहली ही गेंद पर जीवनदान भी मिला था. वॉर्नर-स्मिथ के बाद कोई बड़ी साझेदारी नहीं हुई. छठे विकेट के लिए स्मिथ और मैथ्यू वेड ने 30 रन, तो सातवें विकेट के लिए वेड और पैट कमिन्स ने 37 रन जोड़े. उमेश यादव ने दो विकेट झटके. इंडिया के लिए कुलदीप यादव ने 4 विकेट, तो उमेश यादव ने दो विकेट, वहीं आर अश्विन, भुवनेश्वर कुमार और रवींद्र जडेजा ने एक-एक विकेट लिया, जबकि एक खिलाड़ी रनआउट हुआ.
अश्विन का वर्ल्ड रिकॉर्ड
अश्विन ने स्मिथ को आउट करने के साथ ही इस सीजन (2016-17) में 79वां विकेट झटक लिया और एक वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. रांची में अश्विन ने ग्लेन मैक्सवेल को आउट करके डेल स्टेन की बराबरी की थी. स्टेन ने 2007-08 सीजन में 12 टेस्ट में 16.24 के औसत से 78 विकेट लिए थे और एक सीजन में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया था.
धर्मशाला में टीम इंडिया का रिकॉर्ड
धर्मशाला में पहली बार कोई टेस्ट मैच खेला जा रहा है. इस मैदान पर अब तक 3 वनडे और 8 टी20 मैच हुए हैं. टीम इंडिया ने तीन में से दो वनडे जीते हैं, जबकि एकमात्र टी20 में उसे दक्षिण अफ्रीका के हाथों हार का सामना करना पड़ा था. ऑस्ट्रेलिया ने यहां केवल टी-20 खेला है, जिसमें न्यूजीलैंड ने उसे हरा दिया था.
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