राहुल द्रविड़ के बेटे समित द्रविड़ (दाएं से दूसरे)
नई दिल्ली:
राहुल द्रविड़ के बड़े बेटे समित द्रविड़ ने बेंगलुरु में खेले गए एक स्कूल टूर्नामेंट में शानदार बल्लेबाज़ी का परिचय दिया। जूनियर द्रविड़ ने अपने पापा की तरह बल्लेबाज़ी करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
स्कूली स्तर के टूर्नामेंट गोपालन क्रिकेट चैलेंज कप में माल्य अदिति इंटरनेशनल स्कूल की तरफ़ से बल्लेबाज़ी को उतरे समित ने नाबाद 77 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज ग्राउंड पर हुए मैच में समित ने जोहान (91 रन) के साथ मिलकर शानदार साझेदारी बनाई।
अंडर -12 टूर्नामेंट मे खेल रहे नौ साल के समित की पारी की बदौलत ही माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल ने 16 ओवर में 210 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में न्यू होरिजन स्कूल की टीम 96 रन ही बटोर सकी। इस तरह से समित की टीम ने 114 रन से मैच जीता।
जूनियर द्रविड़ ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए इसी टूर्नामेंट में एक और मैच विनिंग पारी खेली। दिल्ली पब्लिक स्कूल के ख़िलाफ़ खेलते हुए समित ने शानदार 93 रन बनाए। इस मैच को भी माल्य इंटरनेशनल ने 62 रन से जीता। इन दोनों ही मैचों में जूनियर द्रविड़ में उनके पिता की छाप दिखी। समित ने साझेदारी बनाई, संभल कर बल्लेबाज़ी की और टीम की ज़रूरत के मुताबिक बल्लेबाज़ी किया।
ये सभी गुण द्रविड़ में अपने 16 साल के करियर में कई बार दिखाए जिसकी वजह से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 23 हज़ार से ज़्यादा रन बनाए। द्रविड़ के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम समित है, जबकि छोटे का नाम अन्वय हैं। दोनों को लोग अच्छी तरह जानते हैं, क्योंकि दोनों अपने पिता के साथ आईपीएल के दिनों में राजस्थान रॉयल्स के अभ्यास सत्र में जाते रहे हैं। समित ने 9 साल की उम्र में एक अच्छा बल्लेबाज़ बनने के सारे गुण मौजूद हैं, लेकिन ये कहना जल्दबाज़ी होगी कि वो भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चलेंगे।
स्कूली स्तर के टूर्नामेंट गोपालन क्रिकेट चैलेंज कप में माल्य अदिति इंटरनेशनल स्कूल की तरफ़ से बल्लेबाज़ी को उतरे समित ने नाबाद 77 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। सेंट जॉन मेडिकल कॉलेज ग्राउंड पर हुए मैच में समित ने जोहान (91 रन) के साथ मिलकर शानदार साझेदारी बनाई।
अंडर -12 टूर्नामेंट मे खेल रहे नौ साल के समित की पारी की बदौलत ही माल्या अदिति इंटरनेशनल स्कूल ने 16 ओवर में 210 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में न्यू होरिजन स्कूल की टीम 96 रन ही बटोर सकी। इस तरह से समित की टीम ने 114 रन से मैच जीता।
जूनियर द्रविड़ ने अपने प्रदर्शन को और बेहतर करते हुए इसी टूर्नामेंट में एक और मैच विनिंग पारी खेली। दिल्ली पब्लिक स्कूल के ख़िलाफ़ खेलते हुए समित ने शानदार 93 रन बनाए। इस मैच को भी माल्य इंटरनेशनल ने 62 रन से जीता। इन दोनों ही मैचों में जूनियर द्रविड़ में उनके पिता की छाप दिखी। समित ने साझेदारी बनाई, संभल कर बल्लेबाज़ी की और टीम की ज़रूरत के मुताबिक बल्लेबाज़ी किया।
ये सभी गुण द्रविड़ में अपने 16 साल के करियर में कई बार दिखाए जिसकी वजह से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में 23 हज़ार से ज़्यादा रन बनाए। द्रविड़ के दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम समित है, जबकि छोटे का नाम अन्वय हैं। दोनों को लोग अच्छी तरह जानते हैं, क्योंकि दोनों अपने पिता के साथ आईपीएल के दिनों में राजस्थान रॉयल्स के अभ्यास सत्र में जाते रहे हैं। समित ने 9 साल की उम्र में एक अच्छा बल्लेबाज़ बनने के सारे गुण मौजूद हैं, लेकिन ये कहना जल्दबाज़ी होगी कि वो भी अपने पिता के नक्शे कदम पर चलेंगे।
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