कोलकाता:
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंतिखाब आलम ने गुरुवार को सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का 'महान दूत' करार दिया और कहा कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का फैसला सचिन को ही लेने दिया तो बेहतर होगा।
आलम ने कहा, "सचिन ने भारत के लिए करिश्मे किए हैं। मैं अब भी 16 साल के सचिन को पेशावर में पहला मैच खेलते हुए याद करता हूं। सचिन ने अब्दुल कादिर की गेंदों पर कुछ छक्के लगाए थे।"
"उसी समय से कहा जाने लगा था कि यह लड़का क्रिकेट में नाम कमाएगा और सचिन ने अपनी इस प्रतिष्ठा को आने वाले कई सालों तक कायम रखा। वह भारत के लिए क्रिकेट के महान दूत हैं।"
आलम पाकिस्तान के पहले एकदिवसीय कप्तान रहे हैं। आलम एवं अन्य कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों को सद्भावना दूत के तौर पर बंगाल क्रिकेट संघ ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी दूसरा एकदिवसीय मैच देखने के लिए आमंत्रित किया है।
आलम ने कहा, "मैं समझता हूं कि हर खिलाड़ी को पता होता है कि उसे कब रिटायर होना है। सचिन अभी भी क्रिकेट को लेकर जुनूनी हैं और इस कारण उन्हें संन्यास का फैसला लेने का हक मिलना चाहिए। अगर आप अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं तो आपको खेलना जारी रखना चाहिए।"
आलम ने कहा, "सचिन ने भारत के लिए करिश्मे किए हैं। मैं अब भी 16 साल के सचिन को पेशावर में पहला मैच खेलते हुए याद करता हूं। सचिन ने अब्दुल कादिर की गेंदों पर कुछ छक्के लगाए थे।"
"उसी समय से कहा जाने लगा था कि यह लड़का क्रिकेट में नाम कमाएगा और सचिन ने अपनी इस प्रतिष्ठा को आने वाले कई सालों तक कायम रखा। वह भारत के लिए क्रिकेट के महान दूत हैं।"
आलम पाकिस्तान के पहले एकदिवसीय कप्तान रहे हैं। आलम एवं अन्य कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों को सद्भावना दूत के तौर पर बंगाल क्रिकेट संघ ने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी दूसरा एकदिवसीय मैच देखने के लिए आमंत्रित किया है।
आलम ने कहा, "मैं समझता हूं कि हर खिलाड़ी को पता होता है कि उसे कब रिटायर होना है। सचिन अभी भी क्रिकेट को लेकर जुनूनी हैं और इस कारण उन्हें संन्यास का फैसला लेने का हक मिलना चाहिए। अगर आप अपने खेल का लुत्फ उठा रहे हैं तो आपको खेलना जारी रखना चाहिए।"
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