जयललिता ने इस इंटरव्यू में क्रिकेट को लेकर अपनी दीवानगी का जिक्र किया था (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता क्रिकेट के खेल को भी काफी पसंद करती थीं. पूर्व फिल्म अभिनेत्री सिमी ग्रेवाल को कई साल पहले दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने पसंदीदा क्रिकेटर, पसंदीदा हिंदी फिल्मी कलाकार और हिंदी गीतों के बारे में बताया था. अम्मा के नाम से लोकप्रिय जयललिता ने बताया था कि स्कूल के दिनों में वे टीम इंडिया के पूर्व कप्तान नरी कांट्रेक्टर की बहुत बड़ी फैन थीं और उनके खेल को देखने के लिए स्टेडियम पहुंचती थीं. (पढ़ें, क्या हैं जयललिता के दाह संस्कार की जगह दफनाए जाने की वजहें)
मूलरूप से गुजरात के नरीमन जमेशदजी कांट्रेक्टर उर्फ नरी कांट्रेक्टर ने 31 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया. दुर्भाग्य से क्रिकेट के मैदान पर ही हुए एक हादसे के कारण उनके टेस्ट करियर पर असमय ही विराम लग गया था. वर्ष 1962 में बारबडोस में एक मैच के दौरान दौरान कांट्रेक्टर जब बैटिंग कर रहे थे तो विपक्षी टीम की तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफिथ की एक गेंद सीधे उनके सिर से टकराई थी. (पढ़ें, शर्मिला टैगोर ने बताया, क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की भी फैन थीं जयललिता)
गेंद के सिर पर लगते ही कांट्रेक्टर पिच पर गिर पड़े थे और ऑपरेशन के बाद ही उनकी जान बचाई जा सकी थी. कांट्रेक्टर की जान बचाने के लिए भारतीय और इंडीज टीम के कुछ खिलाड़ियों ने इस क्रिकेटर के लिए ब्लड डोनेट किया था. गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के दूसरे तेज गेंदबाजों की ही तरह चार्ली ग्रिफिथ भी अच्छी खासी गति से गेंदें फेंकते थे. उन पर चकिंग के आरोप भी लगे थे. (पढ़ें, राजनीति छोड़ किताबों-संगीत के साथ रहना था 'अम्मा' का सपना)
बाएं हाथ के आकर्षक बल्लेबाज कांट्रेक्टर ने दिसंबर 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ बंबई (अब मुंबई) में टेस्ट करियर का आगाज किया. 31 टेस्ट मैचों में नरी ने 31.58 के औसत से 1611 रन बनाए जिसमें एक शतक और 11 अर्धशतक शामिल थे. नरी का सर्वोच्च स्कोर 108 रन रहा. टेस्ट क्रिकेट में एक विकेट भी इस क्रिकेटर के नाम पर दर्ज है. वैसे, घरेलू क्रिकेट में नरी कांट्रेक्टर ने 8000 से अधिक रन बनाए जिसमें 22 शतक शामिल रहे. नरी को वर्ष 2007 में प्रतिष्ठित सीके नायडू अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था.
मूलरूप से गुजरात के नरीमन जमेशदजी कांट्रेक्टर उर्फ नरी कांट्रेक्टर ने 31 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया का प्रतिनिधित्व किया. दुर्भाग्य से क्रिकेट के मैदान पर ही हुए एक हादसे के कारण उनके टेस्ट करियर पर असमय ही विराम लग गया था. वर्ष 1962 में बारबडोस में एक मैच के दौरान दौरान कांट्रेक्टर जब बैटिंग कर रहे थे तो विपक्षी टीम की तेज गेंदबाज चार्ली ग्रिफिथ की एक गेंद सीधे उनके सिर से टकराई थी. (पढ़ें, शर्मिला टैगोर ने बताया, क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी की भी फैन थीं जयललिता)
गेंद के सिर पर लगते ही कांट्रेक्टर पिच पर गिर पड़े थे और ऑपरेशन के बाद ही उनकी जान बचाई जा सकी थी. कांट्रेक्टर की जान बचाने के लिए भारतीय और इंडीज टीम के कुछ खिलाड़ियों ने इस क्रिकेटर के लिए ब्लड डोनेट किया था. गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के दूसरे तेज गेंदबाजों की ही तरह चार्ली ग्रिफिथ भी अच्छी खासी गति से गेंदें फेंकते थे. उन पर चकिंग के आरोप भी लगे थे. (पढ़ें, राजनीति छोड़ किताबों-संगीत के साथ रहना था 'अम्मा' का सपना)
बाएं हाथ के आकर्षक बल्लेबाज कांट्रेक्टर ने दिसंबर 1955 में न्यूजीलैंड के खिलाफ बंबई (अब मुंबई) में टेस्ट करियर का आगाज किया. 31 टेस्ट मैचों में नरी ने 31.58 के औसत से 1611 रन बनाए जिसमें एक शतक और 11 अर्धशतक शामिल थे. नरी का सर्वोच्च स्कोर 108 रन रहा. टेस्ट क्रिकेट में एक विकेट भी इस क्रिकेटर के नाम पर दर्ज है. वैसे, घरेलू क्रिकेट में नरी कांट्रेक्टर ने 8000 से अधिक रन बनाए जिसमें 22 शतक शामिल रहे. नरी को वर्ष 2007 में प्रतिष्ठित सीके नायडू अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था.
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