कंगारुओं के लिए जारी टेस्ट सीरीज में जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) और मोहम्मद शमी (Mohammed Shami) कितनी बड़ी दहशत बने हुए हैं, यह सभी ने देखा है. और जसप्रीत बुमराह के तो कहने की क्या! पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गजों से लेकर वर्तमान टीम के सदस्य बुमराह के मुरीद बन गए हैं. और इन दोनों की कोशिशों से भारत ने साल 2018 में वह बड़ी कामयाबी हासिल की, जिसके आस-पास भारत साल 1979 और फिर 2002 में ही पहुंच सका था. लेकिन यह साल खत्म होने से पहले मेलबर्न में तीसरे टेस्ट में बाकी ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी से पहले ही भारत ने यह उपलब्धि हासिल कर ली.
Lucky to have worked with coaches who have backed my bowling action - @Jaspritbumrah93 on being backed by Bharath Arun.#AUSvIND pic.twitter.com/VBVImdWpZy
— BCCI (@BCCI) December 28, 2018
बता दें कि ये दोनों ही सीमर साल 2018 में दुनिया में सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में शीर्ष पांच गेंदबाजों में शामिल हैं. जहां जसप्रीत बुमराह अभी तक (मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट से पहले तक) बुमराह इस साल 9 टेस्ट मैचों मे 45 विकेट अपनी झोली में जमा कर चुके हैं, तो शमी ने भी 12 टेस्ट मैचों में 45 विकेट चटकाए हैं.
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भारत के बाकी दूसरे गेंदबाजों की बात करें, तो ईशांत शर्मा ने 11 टेस्ट मैचों में 39 और आर. अश्विन ने 10 टेस्ट मैचों मे 38 विकेट लिए हैं. इन गेंदबाजों का मिला-जुला असर ही रहा कि भारत ने साल 2018 में पहली बार वह कारनामा कर दिखाया, जो भारतीय कभी भी अपने टेस्ट इतिहास में नहीं ही कर सके. आपको बता दें कि यह साल 2002 था, जब भारतीय गेंदबाजों ने एक कैलेंडर ईयर में 241 विकेट चटकाए थे.
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इससे पहले भारतीय गेंदबाजों ने करीब 39 साल पहले 1979 में 249 विकेट लिए थे, लेकिन इस साल भारत ने 250 का आंकड़ा छू लिया है. और ऐसा पहली बार हुआ है. और अगर भारत पहली बार ऐसा करने में कामयाब रहा, तो उसके पीछे साल 2018 में दुनिया के शीर्ष पांच गेंदबाजों में शामिल जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी का बड़ा योगदान रहा.
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