मुंबई:
इरफान पठान अभी भी स्विंग के सुल्तान हैं. वैसे वो सवालों के जवाब भी सीधे बल्ले से देने में माहिर हैं, इसका मुज़ाहिरा उन्होंने पाकिस्तानी लड़की के सवालों के जवाब में सालों पहले दिया ख़ुलासा अब किया. सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 मुकाबले में अपनी गेंदबाज़ी से वेस्ट ज़ोन को जीत दिलाने के बाद इरफान ने एनडीटीवी से मैदान के अंदर और मैदान के बाहर की कई बातें साझा कीं.
हाल ही में अपने बेटे का नाम इमरान रखने पर ट्विटर में आई प्रतिक्रिया पर भी इरफान ने जवाब दिया कहा " सोशल मीडिया बहुत पेचीदा प्लेटफॉर्म है, एक ऐसा माध्यम है जहां आप अपने फैंस से सीधे जुड़ सकते हैं. शुरुआत में मैं बहुत दुविधा में था लेकिन जब जुड़ा तो बहुत प्यार मिला. हां, कुछ घटनाएं हो जाती हैं कुछ लोग आपको भड़काने की कोशिश करते हैं वो भी बच्चे का नाम रखने जैसी बात पर. दरअसल मेरे बड़े भाई का नाम इमरान था जिसके साढ़े तीन साल में ही इंतकाल हो गया. मेरी अम्मी कई बार मुझे ही इमरान बुलाकर भावुक हो जाती थी तब मैंने तय किया था कि अपने बेटे का नाम इमरान रखूंगा. सोशल मीडिया पर लोगों से बात करने का एक तरीका होता है, मैं बहुत ख़ुशकिस्मत हूं कि मुझे इतना प्यार मिला.
गौरतलब है कि दो माह पहले बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान और करीना कपूर के नवजात बेटे का नाम तैमूर रखे जाने को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी गई थी. इरफान पठान भी बेटे के पिता बने. अपरोक्ष रूप से इस विवाद की याद ताजा करते हुए एक फैन ने इरफान को बेटे का नाम दाऊद या याकूब नहीं रखने की सलाह दे डाली थी. लेकिन बिना मांगे मिली इस सलाह पर इरफान पठान ने देशभक्ति की भावना से भरा ऐसा जवाब दिया कि हर कोई वाह-वाह कर उठा था. इरफान पठान ने अपने इस प्रशंसक को जवाब में ट्विटर पर लिखा, 'नाम चाहे कुछ भी रखेंगे, लेकिन एक बात पक्की है वो भी पापा और बड़े पापा की तरह इस मुल्क (देश) का नाम रोशन करेगा.
2004 में पाकिस्तान दौरे पर लाहौर के एक कॉलेज में एक छात्रा के सवाल का भी उन्होंने ज़िक्र किया जिसने पठान से पूछा था आप मुस्लमान होकर भारत के लिये क्यों खेलते हैं जवाब मैं मैंने कहा मैं भारत में पैदा हुआ हूं, भारतीय हूं, भारतीय होने पर मुझे गर्व है. अपने देश के लिये खेलना मेरे लिये प्रतिष्ठा और किस्मत की बात है. लाखों क्रिकेटर क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन मुझे देश की नुमाइंदगी का मौक़ा मिला है. मैं देश के लिये जो भी छोटा-मोटा काम कर पाऊं मुझे उसपर फक्र है."
हाल ही में अपने बेटे का नाम इमरान रखने पर ट्विटर में आई प्रतिक्रिया पर भी इरफान ने जवाब दिया कहा " सोशल मीडिया बहुत पेचीदा प्लेटफॉर्म है, एक ऐसा माध्यम है जहां आप अपने फैंस से सीधे जुड़ सकते हैं. शुरुआत में मैं बहुत दुविधा में था लेकिन जब जुड़ा तो बहुत प्यार मिला. हां, कुछ घटनाएं हो जाती हैं कुछ लोग आपको भड़काने की कोशिश करते हैं वो भी बच्चे का नाम रखने जैसी बात पर. दरअसल मेरे बड़े भाई का नाम इमरान था जिसके साढ़े तीन साल में ही इंतकाल हो गया. मेरी अम्मी कई बार मुझे ही इमरान बुलाकर भावुक हो जाती थी तब मैंने तय किया था कि अपने बेटे का नाम इमरान रखूंगा. सोशल मीडिया पर लोगों से बात करने का एक तरीका होता है, मैं बहुत ख़ुशकिस्मत हूं कि मुझे इतना प्यार मिला.
गौरतलब है कि दो माह पहले बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान और करीना कपूर के नवजात बेटे का नाम तैमूर रखे जाने को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ी गई थी. इरफान पठान भी बेटे के पिता बने. अपरोक्ष रूप से इस विवाद की याद ताजा करते हुए एक फैन ने इरफान को बेटे का नाम दाऊद या याकूब नहीं रखने की सलाह दे डाली थी. लेकिन बिना मांगे मिली इस सलाह पर इरफान पठान ने देशभक्ति की भावना से भरा ऐसा जवाब दिया कि हर कोई वाह-वाह कर उठा था. इरफान पठान ने अपने इस प्रशंसक को जवाब में ट्विटर पर लिखा, 'नाम चाहे कुछ भी रखेंगे, लेकिन एक बात पक्की है वो भी पापा और बड़े पापा की तरह इस मुल्क (देश) का नाम रोशन करेगा.
2004 में पाकिस्तान दौरे पर लाहौर के एक कॉलेज में एक छात्रा के सवाल का भी उन्होंने ज़िक्र किया जिसने पठान से पूछा था आप मुस्लमान होकर भारत के लिये क्यों खेलते हैं जवाब मैं मैंने कहा मैं भारत में पैदा हुआ हूं, भारतीय हूं, भारतीय होने पर मुझे गर्व है. अपने देश के लिये खेलना मेरे लिये प्रतिष्ठा और किस्मत की बात है. लाखों क्रिकेटर क्रिकेट खेलते हैं, लेकिन मुझे देश की नुमाइंदगी का मौक़ा मिला है. मैं देश के लिये जो भी छोटा-मोटा काम कर पाऊं मुझे उसपर फक्र है."
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