शिविल कौशिक (बाएं) का एक्शन स्पिनर पॉल एडम्स जैसा है (फाइल फोटो)
आईपीएल 2016 में शुक्रवार को राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स और गुजरात लॉयन्स मैच में एक ऐसे गेंदबाज ने डेब्यू किया, जिसके एक्शन को देखकर हर कोई हक्का-बक्का रह गया। क्रिकेट फैन्स के दिमाग में उनके एक्शन को देखकर एक और खिलाड़ी की तस्वीर छाने लगी। यह गेंदबाज हैं शिविल कौशिक। उनका एक्शन दक्षिण अफ्रीका के चाइनामैन बॉलर पॉल एडम्स के जैसा है। एडम्स ने भी देर नहीं लगाई और कौशिक की प्रशंसा में ट्वीट कर दिया। अब भारत में इस शैली वाले दो गेंदबाज हो गए हैं। जानिए चाइनामैन बॉलिंग और भारत के इन दो गेंदबाजों के बारे में।
पॉल एडम्स ने लिखा, 'आप किसी की याद दिलाते हैं! क्या बात है #कौशिक! चाइनामैन बॉलिंग की कला को जिंदा देखकर काफी खुशी हुई...।'
'चाइनामैन बॉलर' टर्म कैसे आया
दरअसल जब कोई बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे चाइनामैन गेंदबाज कहते हैं। यह टर्म साल 1933 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए एक टेस्ट मैच के दौरान आया था। जब वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स बॉलर एलिस अचॉन्ग ने इंग्लैंड के बैट्समैन वाल्टर रॉबिन्स को ऑफ स्टंप के बाहर से गेंद को टर्न कराकर बोल्ड कर दिया, तो रॉबिन्स ने पैवेलियन लौटते समय झल्लाकर अंपायर से एलिस के लिए अपशब्दों के साथ 'चाइनामैन' शब्द का प्रयोग किया था। वास्तव में एलिस चीनी मूल के खिलाड़ी थे, जो वेस्टइंडीज के लिए खेलते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स, ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग इसी श्रेणी के गेंदबाज हैं।
भारत में एक और बॉलर है चाइनामैन, सचिन भी थे चकित
कानपुर के कुलदीप यादव भी एक चाइनामैन बॉलर हैं, जो गेंदबाजों में दुर्लभ माने जाते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस श्रेणी में गिने-चुने नाम ही हैं। दरअसल कुलदीप आईपीएल के दौरान चर्चा में आए थे। मुंबई इंडियंस टीम के एक प्रैक्टिस मैच में जब बल्लेबाजी के लिए सचिन तेंदुलकर मैदान में उतरे, तो उनके सामने एक अंजान सा युवा गेंदबाज था। उसने सचिन को गेंद फेंकी। गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पिच हुई और तेजी से अंदर की ओर आई और सचिन का मिडिल स्टंप उड़ा गई। इससे तेंदुलकर भी भौचक रह गए। बाद में 18 साल के कुलदीप यादव ने कहा कि सचिन पाजी को मालूम ही नहीं था कि वे चाइनामैन गेंदबाज हैं। उनके अनुसार यह बात केवल कोच शॉन पोलक को पता थी। फिर क्या था कुलदीप छा गए। इसके बाद कुलदीप यादव नेशनल क्रिकेट एकेडमी में टीम इंडिया की नई 'दीवार' चेतेश्वर पुजारा को भी अपनी गेंद से चकमा देकर सबका ध्यान खींच चुके हैं।
कौशिक को ऐसे मिला मौका
दरअसल इस मैच से पहले ही गुजरात लॉयन्स के फिरकी गेंदबाज प्रवीण तांबे चोटिल हो गए। ऐसे में कप्तान सुरेश रैना ने इस नए गेंदबाज पर दांव लगा दिया। कौशिक को क्रिकेट जगत का दूसरा पॉल एडम्स कहा जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर एडम्स भी अजीबोगरीब गेंदबाजी एक्शन के कारण चर्चा में रहे थे।
मिलते-मिलते रह गया विकेट, खींचा ध्यान
कौशिक को अपने मैच में कोई भी विकेट नहीं मिला, लेकिन वह दर्सकों का ध्यान खींचने में कामयाब। इतना ही नहीं, उनके एक्शन को देखकर पुणे के प्रशंसक भी उत्साहवर्धन कर रहे थे और हैरान भी थे। बाएं हाथ के कौशिक सिर के ऊपर से हाथ घुमाकर अनूठे अंदाज में गेंद फेंक रहे थे। उन्हें तीन ओवर में गेंदबाजी करने का मौका मिला, जिसमें 32 रन दिए। उन्हें विकेट भी मिल गया था, लेकिन नो-बॉल हो गई। उन्होंनेने अपने दूसरे ओवर में ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ को आउट कर दिया था, लेकिन वह गेंद नोबॉल निकल गई।
नहीं खेला था एक भी टी-20 मैच, 10 लाख में खरीदे गए
स्लो लेफ्ट ऑर्म गेंदबाज कौशिक ने आईपीएल में पदार्पण करने से पहले एक भी टी-20 मैच नहीं खेला था और न ही लिस्ट-ए का कोई मैच खेला है। वह कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में खेलते हैं। उनकी पहचान केपीएल में हुबली टाइगर्स के लिए खेलते हुए बनी। रैना की कप्तानी वाली गुजरात लॉयन्स ने कौशिक को आईपीएल के इस सीजन के लिए दस लाख रुपए के आधार मूल्य पर खरीदा है।
पॉल एडम्स ने लिखा, 'आप किसी की याद दिलाते हैं! क्या बात है #कौशिक! चाइनामैन बॉलिंग की कला को जिंदा देखकर काफी खुशी हुई...।'
Remind you of someone! Wow #Kaushik ! Great to see the art of #Chinaman bowling alive #IPL2016 #RPSvGL pic.twitter.com/6CCBLAvqeJ
— Paul Adams (@PaulAdams39) 29 April 2016
'चाइनामैन बॉलर' टर्म कैसे आया
दरअसल जब कोई बाएं हाथ का स्पिनर गेंद को उंगलियों की बजाय कलाई से स्पिन कराता है, तो उसे चाइनामैन गेंदबाज कहते हैं। यह टर्म साल 1933 में वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेले गए एक टेस्ट मैच के दौरान आया था। जब वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स बॉलर एलिस अचॉन्ग ने इंग्लैंड के बैट्समैन वाल्टर रॉबिन्स को ऑफ स्टंप के बाहर से गेंद को टर्न कराकर बोल्ड कर दिया, तो रॉबिन्स ने पैवेलियन लौटते समय झल्लाकर अंपायर से एलिस के लिए अपशब्दों के साथ 'चाइनामैन' शब्द का प्रयोग किया था। वास्तव में एलिस चीनी मूल के खिलाड़ी थे, जो वेस्टइंडीज के लिए खेलते थे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दक्षिण अफ्रीका के पॉल एडम्स, ऑस्ट्रेलिया के ब्रैड हॉग इसी श्रेणी के गेंदबाज हैं।
भारत में एक और बॉलर है चाइनामैन, सचिन भी थे चकित
कानपुर के कुलदीप यादव भी एक चाइनामैन बॉलर हैं, जो गेंदबाजों में दुर्लभ माने जाते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस श्रेणी में गिने-चुने नाम ही हैं। दरअसल कुलदीप आईपीएल के दौरान चर्चा में आए थे। मुंबई इंडियंस टीम के एक प्रैक्टिस मैच में जब बल्लेबाजी के लिए सचिन तेंदुलकर मैदान में उतरे, तो उनके सामने एक अंजान सा युवा गेंदबाज था। उसने सचिन को गेंद फेंकी। गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पिच हुई और तेजी से अंदर की ओर आई और सचिन का मिडिल स्टंप उड़ा गई। इससे तेंदुलकर भी भौचक रह गए। बाद में 18 साल के कुलदीप यादव ने कहा कि सचिन पाजी को मालूम ही नहीं था कि वे चाइनामैन गेंदबाज हैं। उनके अनुसार यह बात केवल कोच शॉन पोलक को पता थी। फिर क्या था कुलदीप छा गए। इसके बाद कुलदीप यादव नेशनल क्रिकेट एकेडमी में टीम इंडिया की नई 'दीवार' चेतेश्वर पुजारा को भी अपनी गेंद से चकमा देकर सबका ध्यान खींच चुके हैं।
कुलदीप यादव (फाइल फोटो)
कौशिक को ऐसे मिला मौका
दरअसल इस मैच से पहले ही गुजरात लॉयन्स के फिरकी गेंदबाज प्रवीण तांबे चोटिल हो गए। ऐसे में कप्तान सुरेश रैना ने इस नए गेंदबाज पर दांव लगा दिया। कौशिक को क्रिकेट जगत का दूसरा पॉल एडम्स कहा जा रहा है। दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर एडम्स भी अजीबोगरीब गेंदबाजी एक्शन के कारण चर्चा में रहे थे।
मिलते-मिलते रह गया विकेट, खींचा ध्यान
कौशिक को अपने मैच में कोई भी विकेट नहीं मिला, लेकिन वह दर्सकों का ध्यान खींचने में कामयाब। इतना ही नहीं, उनके एक्शन को देखकर पुणे के प्रशंसक भी उत्साहवर्धन कर रहे थे और हैरान भी थे। बाएं हाथ के कौशिक सिर के ऊपर से हाथ घुमाकर अनूठे अंदाज में गेंद फेंक रहे थे। उन्हें तीन ओवर में गेंदबाजी करने का मौका मिला, जिसमें 32 रन दिए। उन्हें विकेट भी मिल गया था, लेकिन नो-बॉल हो गई। उन्होंनेने अपने दूसरे ओवर में ही ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ को आउट कर दिया था, लेकिन वह गेंद नोबॉल निकल गई।
नहीं खेला था एक भी टी-20 मैच, 10 लाख में खरीदे गए
स्लो लेफ्ट ऑर्म गेंदबाज कौशिक ने आईपीएल में पदार्पण करने से पहले एक भी टी-20 मैच नहीं खेला था और न ही लिस्ट-ए का कोई मैच खेला है। वह कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में खेलते हैं। उनकी पहचान केपीएल में हुबली टाइगर्स के लिए खेलते हुए बनी। रैना की कप्तानी वाली गुजरात लॉयन्स ने कौशिक को आईपीएल के इस सीजन के लिए दस लाख रुपए के आधार मूल्य पर खरीदा है।
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