अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच हुए एलिमिनेटर मैच के दौरान हुई थर्ड अंपायर द्वारा दिनेश कार्तिक को नॉट-आउट दिए जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. आईपीएल के मौजूदा सीजन में कई मैचों में अंपायर के फैसले के चलते विवाद हुआ है और बुधवार को दिन इससे अलग नहीं रहा. इस अहम मैच में टीवी अंपायर अनिल चौधरी द्वारा जिस तेजी से दिनेश कार्तिक के पक्ष में फैसला लिया गया, उससे दिग्गज हैरान है. रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की पारी के 15वें ओवर में रजत पाटीदार के आउट होने के बाद, दिनेश कार्तिक बल्लेबाजी को आए थे.
राजस्थान के तेज गेंदबाज आवेश खान ने दिनेश कार्तिक को पहली ही गेंद पर विकेट के आगे अपने जाल में फंसाया लिया था. गेंद दिनेश कार्तिक के पैड पर जाकर लगी थी, जिसके बाद राजस्थान के खिलाड़ियों की जोरदार अपील पर मैदानी अंपायर ने दिनेश कार्तिक को आउट करार दिया. लेकिन दिनेश कार्तिक ने इस फैसले के खिलाफ अपील की और डीआरएस लिया. इसके बाद थर्ड अंपायर ने बल्लेबाज को नॉट-आउट करार दिया. रीप्ले में दिखाया गया कि बल्ले का निचला हिस्सा सामने वाले पैड के करीब था, उसी समय गेंद बल्ले को पार कर रही थी और कार्तिक के आगे आने पर पैड से टकरा रही थी.
सवाल उठा था कि क्या अल्ट्रा एज पर जो स्पाइक आई वो गेंद के बल्ले के अंदरूनी किनारे से टकराने से थी या बल्ले से पैड से टकराने से. टीवी अंपायर अनिल चौधरी ने सोचा कि गेंद पर बल्ला लगा है और उन्होंने मैदानी अंपायर से नॉट आउट का अपना फैसला बदलने के लिए कहा. हालांकि, इसके बाद कुछ और रीप्ले दिखाए गए जिसमें लगा कि गेंद और बल्ले का कोई कनेक्शन नहीं हुआ था और अल्ट्रा एज पर जो स्पाइक आई वो बैट के पैड से टकराने पर आई थी. इस दौरान कमेंट्री कर रहे सुनील गावस्कर और केविन पीटरसन का भी यही मानना था कि दिनेश कार्तिक नॉट-आउट नहीं थे. थर्ड अंपायर के इस फैसले के बाद कुमार संगाकार को गुस्से में चौथे अंपायर के पास जाते हुए देखा गया.
वहीं मैच के बाद इस पूरे मामले में आवेश खाने ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए आवेश ने कहा कि दिनेश कार्तिक को संदेह का लाभ मिला और उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं थी. उन्होंने कहा,"जब आप गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो भावनाएं काफी तीव्र होती हैं. यदि आप किसी गेंदबाज को देखते हैं, तो वे हमेशा समीक्षा मांगते हैं, उन्हें लगता है कि बल्लेबाज आउट हो गया है [अगर यह करीब है]. लेकिन जब उन्होंने स्क्रीन पर रीप्ले दिखाया, तो कुछ संदेह हुआ - मुझे लगता है कि डीके भाई को संदेह का लाभ मिला. अंपायर ने जो निर्णय लिया वह सही रहा होगा, अंपायरिंग हमेशा निष्पक्ष होती है."
अगर कार्तिक को आउट दे दिया जाता तो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का स्कोर 6 विकेट के नुकसान पर 122 रन होता, लेकिन उन्होंने लोमरोर के साथ 24 गेंदों में 32 रन की साझेदारी करते की. दिनेश कार्तिन अंततः 19वें ओवर में आउट हुए. दिनेश कार्ति ने 12 गेंदों में 11 रन बनाए.
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