विराट कोहली (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में खेले गए वनडे सीरीज के पहले मैच में भारत ने विराट कोहली (122) रन और केदार जाधव (120) की शतकीय पारियों के दम पर इंग्लैंड को 3 विकेट से हरा दिया. भारत ने इस जीत के साथ ही तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है. (विराट कोहली और केदार जाधव के शतक से टीम इंडिया ने इंग्लैंड को 3 विकेट से हराया)
स्कोर ओपनिंग जोड़ी शिखर धवन और केएल राहुल, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी के विकेट गिरने के बाद एक समय भारत हार की ओर बढ़ रहा था लेकिन कोहली एक छोर पर डटे रहे. केदार जाधव का उन्हें भरपूर साथ मिला. दोनों ने इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया. भारत की जीत के प्रमुख पांच कारणों पर एक नजर :
विराट और केदार जाधव के आक्रामक शतक
विराट कोहली और केदार जाधव ने 351 रन के विशाल लक्ष्य को भी बौना साबित कर दिया. विराट कोहली ने 105 गेंदों में 8 चौकों और 5 छक्कों की मदद से शानदार 122 रन बनाए. वहीं, केदार जाधव ने भी बहुत ही आक्रामक पारी खेली. केदार ने महज 76 गेंदों में 12 चौकों और 4 छक्कों की बदौलत 120 रन की धुआंधार पारी खेली. केदार जाधव और विराट ने ऐसे समय जीत की नींव रखी जब टीम बहुत ही दवाब में थी. दोनों ने संयम दिखाते हुए यह पारी खेली.
पांचवें विकट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी
भारत की शुरुआत तो बेहद खराब रही. चोट के बाद वापसी कर रहे दोनों ओपनर शिखर धवन और लोकेश राहुल रनों के लिए संघर्ष करते नज़र आए. टीम इंडिया को 13 रन पर पहला झटका लगा. केएल राहुल 8 रन बनाकर आउट हुए जबकि धवन केवल 1 रन ही बना सके. इसके बाद युवराज सिंह मैदान पर आए और कोहली के साथ मिलकर भारत की रनगति को बढ़ाया. लेकिन वह भी उम्मीद जगाकर आउट हो गए. आज महेंद्र सिंह धोनी भी टीम इंडिया का साथ नहीं दे पाए. ऐसे में विराट कोहली और केदार जाधव ने पारी को संभाला और पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 200 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी की बदौलत भारत मैच में वापस आ गया.
हार्दिक पांड्या का ऑलराउंड प्रदर्शन
विराट कोहली के आउट होने के बाद ऐसा लगा कि कहीं यह मैच का टर्निंग पॉइंट साबित न हो जाए. मैदान पर आए हार्दिक पांड्या ने पहले केदार जाधव के साथ जोड़ी बनाने की कोशिश की. बाद में उसके आउट होने के बाद एक छोर थामे रखा. कमजोर का फायदा उठाते हुए बाउंड्री लगाई, सिंगल लेकर स्ट्राइक भी रोटेट करते रहे. पांड्या ने 37 गेंदों में 40 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और एक छक्का लगाया. पांड्या ने गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया और 9 ओवर में 46 रन देकर दो विकेट चटकाए. उन्होंने काफी किफायती गेंदबाजी की.
विशाल लक्ष्य को भी नहीं बचा पाए इंग्लैंड के गेंदबाज
पुणे की बेजान पिच पर गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली. सभी भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाज भी इस फ्लैट पिच पर कुछ खास नहीं कर सके. एक समय भरत का स्कोर 64 रन पर 4 विकेट था. ऐसा लगा कि भारत इस मैच को आसानी से गंवा देगा लेकिन इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अपनी लय-ताल खो दी.
टॉस जीतकर भी गेंदबाजी चुनना
भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी. यह फैसला भारत के पक्ष में गया. हालांकि जब इंग्लैंड ने 350 रन बनाए तो ऐसा लगा कि यह फैसला कहीं भारत के लिए खिलाफ न चला जाए. शाम से ओस के कारण इंग्लैंड के गेंदबाजों की गेंद से ग्रिप कमजोर होने लगी जिसका फायदा भारतीय बल्लेबाजों को मिला. इसके अलावा, इंग्लैंड की फील्डिंग भी कमजोर रही.
स्कोर ओपनिंग जोड़ी शिखर धवन और केएल राहुल, युवराज सिंह और महेंद्र सिंह धोनी के विकेट गिरने के बाद एक समय भारत हार की ओर बढ़ रहा था लेकिन कोहली एक छोर पर डटे रहे. केदार जाधव का उन्हें भरपूर साथ मिला. दोनों ने इंग्लिश गेंदबाजों का डटकर मुकाबला किया. भारत की जीत के प्रमुख पांच कारणों पर एक नजर :
विराट और केदार जाधव के आक्रामक शतक
विराट कोहली और केदार जाधव ने 351 रन के विशाल लक्ष्य को भी बौना साबित कर दिया. विराट कोहली ने 105 गेंदों में 8 चौकों और 5 छक्कों की मदद से शानदार 122 रन बनाए. वहीं, केदार जाधव ने भी बहुत ही आक्रामक पारी खेली. केदार ने महज 76 गेंदों में 12 चौकों और 4 छक्कों की बदौलत 120 रन की धुआंधार पारी खेली. केदार जाधव और विराट ने ऐसे समय जीत की नींव रखी जब टीम बहुत ही दवाब में थी. दोनों ने संयम दिखाते हुए यह पारी खेली.
पांचवें विकट के लिए रिकॉर्ड साझेदारी
भारत की शुरुआत तो बेहद खराब रही. चोट के बाद वापसी कर रहे दोनों ओपनर शिखर धवन और लोकेश राहुल रनों के लिए संघर्ष करते नज़र आए. टीम इंडिया को 13 रन पर पहला झटका लगा. केएल राहुल 8 रन बनाकर आउट हुए जबकि धवन केवल 1 रन ही बना सके. इसके बाद युवराज सिंह मैदान पर आए और कोहली के साथ मिलकर भारत की रनगति को बढ़ाया. लेकिन वह भी उम्मीद जगाकर आउट हो गए. आज महेंद्र सिंह धोनी भी टीम इंडिया का साथ नहीं दे पाए. ऐसे में विराट कोहली और केदार जाधव ने पारी को संभाला और पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 200 रनों की साझेदारी की. इस साझेदारी की बदौलत भारत मैच में वापस आ गया.
हार्दिक पांड्या का ऑलराउंड प्रदर्शन
विराट कोहली के आउट होने के बाद ऐसा लगा कि कहीं यह मैच का टर्निंग पॉइंट साबित न हो जाए. मैदान पर आए हार्दिक पांड्या ने पहले केदार जाधव के साथ जोड़ी बनाने की कोशिश की. बाद में उसके आउट होने के बाद एक छोर थामे रखा. कमजोर का फायदा उठाते हुए बाउंड्री लगाई, सिंगल लेकर स्ट्राइक भी रोटेट करते रहे. पांड्या ने 37 गेंदों में 40 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और एक छक्का लगाया. पांड्या ने गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया और 9 ओवर में 46 रन देकर दो विकेट चटकाए. उन्होंने काफी किफायती गेंदबाजी की.
विशाल लक्ष्य को भी नहीं बचा पाए इंग्लैंड के गेंदबाज
पुणे की बेजान पिच पर गेंदबाजों को कोई मदद नहीं मिली. सभी भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई हुई लेकिन इंग्लैंड के गेंदबाज भी इस फ्लैट पिच पर कुछ खास नहीं कर सके. एक समय भरत का स्कोर 64 रन पर 4 विकेट था. ऐसा लगा कि भारत इस मैच को आसानी से गंवा देगा लेकिन इसके बाद इंग्लैंड के गेंदबाजों ने अपनी लय-ताल खो दी.
टॉस जीतकर भी गेंदबाजी चुनना
भारत ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी. यह फैसला भारत के पक्ष में गया. हालांकि जब इंग्लैंड ने 350 रन बनाए तो ऐसा लगा कि यह फैसला कहीं भारत के लिए खिलाफ न चला जाए. शाम से ओस के कारण इंग्लैंड के गेंदबाजों की गेंद से ग्रिप कमजोर होने लगी जिसका फायदा भारतीय बल्लेबाजों को मिला. इसके अलावा, इंग्लैंड की फील्डिंग भी कमजोर रही.
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