- मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में वापसी की उम्मीदें बढ़ा दी हैं
- कप्तान शुभमन गिल ने शमी जैसे अनुभवी गेंदबाजों की गुणवत्ता को सराहा लेकिन चयन पर संयम जताया
- पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने शमी की फिटनेस और प्रदर्शन के आधार पर टीम में उनकी वापसी की मांग की
IND vs SA 1st Test: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच ईडन गार्डन्स में टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के सितारों से भरे प्लेइंग XI से भी ज़्यादा जिस एक नाम को लेकर चर्चा काफ़ी ज़ोरों पर है और वो नाम है टीम इंडिया में वापसी का रास्ता देख रहे शानदार पेसर-सीमर मोहम्मद शमी का. मौजूदा सीज़न में बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के बाद, अनुभवी तेज गेंदबाज शमी ने अपनी फिटनेस और वापसी के लिए बयान देकर चयनकर्ताओं पर सवाल खड़े कर दिए और इस बहस को तेज़ कर दी. ये और बात है कि टीम मैनेजमेंट टीम में पेसर्स के रोटेशन को लेकर एक अच्छा हेडेक भी महसूस कर रहा है.
क्या कहते हैं कप्तान गिल?
भारत के कप्तान शुभमन गिल ने भारत-दक्षिण अफ़्रीका टेस्ट से पहले कहा, "उनकी जैसी क्वालिटी के गेंदबाज बहुत कम हैं. लेकिन आपको उन गेंदबाजों को भी ध्यान में रखना होगा जो अभी खेल रहे हैं...आकाश दीप, सिराज, बुमराह - उन सभी ने शानदार काम किया है. कभी-कभी यह बहुत मुश्किल होता है, शमी भाई जैसे खिलाड़ियों को बाहर रहना पड़ता है. लेकिन आगे की योजना बनाना महत्वपूर्ण है, खासकर जब हम विदेश में दौरा कर रहे हों."
NDTV ने सीधे कप्तान गिल से पूछा कि क्या शमी टीम के भविष्य की योजनाओं का हिस्सा हैं? तो गिल ने मुस्कुराते हुए कहा, "सेलेक्टर आपको इस बारे में बेहतर जवाब दे पाएंगे." घरेलू क्रिकेट में छाये रहे शमी. शमी ने घरेलू रेड-बॉल क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है. इस रणजी सीजन में दो मैचों में उन्होंने 15 विकेट लिए, जिसमें गुजरात के खिलाफ 5 विकेट और उत्तराखंड के खिलाफ ख़तरनाक 3-4 ओवर्स के स्पेल शामिल हैं.
35 वर्षीय शमी हील सर्जरी से वापसी कर रहे हैं. ऐसे में उनकी गेंदबाज़ी के ये आंकड़े बेहद प्रभावित करते हैं. शमी क्रिकेट की पुरानी कहावत के लिए मिसाल बनते दिख रहे हैं कि ‘क्रिकेट में फॉर्म चला जाए मगर क्लास नहीं जाता.'
तीनों फॉर्मैट के लिए फिट: गांगुली
पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने भी शमी के टीम में नहीं चुने जाने को लेकर सवाल उठाये हैं. उन्होंने कहा, "शमी के लिए टेस्ट, वन-डे और टी20 खेलने का कोई कारण नहीं है. वह फिट हैं, शानदार गेंदबाजी कर रहे हैं, और अभी भी रेड-बॉल के साथ सर्वश्रेष्ठ में से एक हैं." लेकिन मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला से उनकी अनुपस्थिति के कारण वर्कलोड मैनेजमेंट और लॉन्ग टर्म प्लान (दीर्घकालिक योजना) को इसकी अहम वजह बताते हैं हुए सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं.
अगरकर और चयनकर्ताओं के लिए अनुभव और युवा गेंदबाज़ों के बीच तालमेल बनाकर फ़्यूचर टीम के लिए बैलेंस बनाना एक बड़ा चैलेंज बन गया है. ख़सकर इसलिए भी कि आकाश दीप जैसे युवा तेज गेंदबाजों टीम के लिए ख़ासकर इंग्लैंड दौरे पर शानदार प्रदर्शन करते नज़र आये हैं.
द.अफ़्रीका के ख़िलाफ़ शमी का रिकॉर्ड
शमी का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड भी शानदार रहा है. उन्होंने पिछली टेस्ट सीरीज़ में 3 मैचों में 14 विकेट लिए. सेंचुरियन टेस्ट की टीम इंडिया की जीत में उन्होंने 5 विकेट झटककर उन्होंने अपनी सीम और रिवर्स-स्विंग से सबका दिल जीत लिया था. ऐसे में कई जानकार मानते हैं कि भारतीय हालात में ईडन गार्डन्स टेस्ट से शमी को दूर रखना एक बड़ा रिस्क साबित हो सकता है.
कोलकाता टेस्ट से शमी की ग़ैरमौजूदगी से टीम इंडिया के प्लेइंग XI को लेकर जवाब से ज़्यादा सवाल खड़े होते दिखते हैं. जानकार ये भी दलील देते हैं कि भारतीय पेसर्स के लिए ये एक ट्रांजिशन (संक्रमण) का दौर है. ऐसे में मोहम्मद शमी की मौजूदगी ना सिर्फ़ टीम इंडिया का पलड़ा टेस्ट में भारी कर सकती थी, बल्कि टीम के नये खिलाड़ियों के लिए भी ये ट्रांजिशन का बेहतर ज़रिया साबित हो सकता था.
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