
- एशिया कप 2025 के फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब जीता लेकिन ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया.
- भारत और पाकिस्तान के बीच शुरुआत से ही मैच में तनाव रहा, दोनों टीमों ने हैंडशेक नहीं किया.
- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय रवैये की आलोचना की और आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है.
India vs Pakistan Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का फाइनल क्रिकेट इतिहास में असामान्य तरीके से दर्ज हुआ. भारत ने खिताब जीत लिया, लेकिन एशियाई क्रिकेट काउंसिल (ACC) के अध्यक्ष और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) प्रमुख मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से साफ इनकार कर दिया. समारोह अधूरा रह गया और भारतीय टीम ने बिना ट्रॉफी के ही मैदान पर जश्न मनाया. यह दृश्य पूरे टूर्नामेंट में चल रहे विवाद की चरम परिणति बना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद इस जीत को "खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर" लिखा.
फाइनल का नतीजा और मुख्य घटनाक्रम
दुबई में खेले गए फाइनल में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया. भारत की पारी डगमगाने के बाद तिलक वर्मा ने नाबाद 69 रन बनाए और टीम को संकट से निकाला. आखिरी ओवर में जीत पूरी हुई और भारतीय खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई. लेकिन खेल से ज्यादा चर्चा पुरस्कार समारोह की रही. मंच पर काफी देर तक इंतजार के बाद भी भारतीय टीम ने ACC प्रमुख से ट्रॉफी लेने से इनकार कर दिया. अंततः मोहसिन नकवी ने ट्रॉफी समारोह स्थल से बाहर भेज दी. भारतीय खिलाड़ियों ने इसके बाद मैदान पर ही जश्न मनाया. यह पहली बार था जब किसी बड़ी आईसीसी या एसीसी प्रतियोगिता में विजेता टीम ने औपचारिक ट्रॉफी स्वीकार नहीं की.
नो हैंडशेक विवाद, शुरुआत से तनाव
यह विवाद फाइनल तक अचानक नहीं आया. कप की शुरुआत से ही दोनों टीमों के बीच खिंचाव दिख रहा था. ग्रुप मैचों और सुपर फोर मुकाबलों में भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने हाथ मिलाने से परहेज किया. टॉस और मैच के बाद कप्तानों, खिलाड़ियों के बीच औपचारिक हैंडशेक नहीं हुआ. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इसे शिष्टाचार का अपमान बताया और आधिकारिक शिकायत दर्ज की. इस छोटे से प्रोटोकॉल ने पूरे टूर्नामेंट का माहौल तनावपूर्ण कर दिया.
बोर्डों और अधिकारियों की प्रतिक्रियाएं
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय खिलाड़ियों के रवैये को खेल भावना के खिलाफ बताया. पूर्व पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने भी नाराजगी जाहिर की. भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने अपनी तरफ से कहा कि मामला संवेदनशील है और इसकी शिकायत आईसीसी तक पहुंचाई जाएगी. एसीसी की तरफ से इस पूरे घटनाक्रम पर अब तक कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है. खेल से जुड़े विश्लेषक मानते हैं कि यह विवाद आगे भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तकरार को बढ़ा सकता है.
दर्शकों और फैंस की प्रतिक्रिया
मैच देखने आए दर्शक और टीवी पर देख रहे करोड़ों फैंस इस पूरे नजारे को देखकर हैरान रह गए. सोशल मीडिया पर दोनों देशों के समर्थकों के बीच तीखी बहस छिड़ गई. कई फैंस ने इसे खेल का अपमान कहा तो कईयों ने भारतीय टीम के फैसले का समर्थन किया. ट्विटर और इंस्टाग्राम पर एशिया कप से जुड़ी रील्स ट्रेंडिंग हैं.
खेल और राजनीति का मिलन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीत के बाद सोशल मीडिया पर लिखा,"खेल के मैदान पर ऑपरेशन सिंदूर. परिणाम वही भारत की जीत." इस बयान ने क्रिकेट की जीत को राजनीतिक और सैन्य संदर्भ से जोड़ दिया. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इस विवाद पर कहा था कि मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि एक बार खेलने का फैसला हो जाने के बाद, अगर हम पाकिस्तान के बारे में इतनी ही दृढ़ता से सोचते हैं तो हमें नहीं खेलना चाहिए था, लेकिन अगर हम उनके साथ खेलने जा रहे हैं तो हमें खेल की भावना से खेलना चाहिए और हमें उनसे हाथ मिलाना चाहिए था.
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