यह ख़बर 11 अगस्त, 2014 को प्रकाशित हुई थी

इंग्लैंड बनाम भारत : भारतीय टीम के लिए सीरीज अभी खत्म नहीं

लंदन:

इंग्लैंड के खिलाफ इनवेस्टेक टेस्ट शृंखला में लगातार दो करारी हार झेलने के बाद अब भारतीय टीम के पास सीरीज के एकमात्र मैच को जीत सीरीज बराबर कराने का एकमात्र विकल्प बचा है।

मैनचेस्टर के ओल्ड ट्राफोर्ड स्टेडियम में शनिवार को चौथे टेस्ट में तीसरे दिन ही पारी से करारी हार झेलने के बाद यह कहना तो आसान है, लेकिन वास्तव में इसे अमली जामा पहनाना उतना ही मुश्किल है।

भारतीय टीम के कोच डंकन फ्लेचर को लेकिन अपनी टीम के मनोबल को दोबारा ऊंचा उठाना होगा, ताकि वे आखिरी मुकाबला जीतकर सम्मान के साथ सीरीज का समापन कर सकें।

पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से पिछड़ने के बावजूद भारत के हाथ से सबकुछ निकल नहीं गया है। भारतीय टीम यदि अपनी बल्लेबाजी के स्तर को ऊपर ले जा सके तो थक चुके जेम्स एंडरसन और चोटिल स्टूअर्ट ब्रॉड के सामने जीत हासिल करना असंभव भी नहीं है।

भारत को इंग्लैंड की पिछले दो सीरीज की स्मृतियों को पीछे छोड़ना पड़ेगा और मौजूदा सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में किए गए प्रदर्शन को याद करना होगा, जिसमें उन्हें जीत मिली थी।

फ्लेचर को सबसे पहले टीम के बल्लेबाजों पर ध्यान देना होगा। मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे ने कम से कम सकारात्मक रवैया जरूर दिखाया है। ऑफ स्टम्प से बाहर जाती हुई गेंदों को उन्हें छोड़ना सीखना पड़ेगा।

विराट कोहली के लिए कह सकते हैं कि वह खराब फॉर्म में चल रहे हैं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड में उनका प्रदर्शन उन्हें एक कुशल बल्लेबाज की श्रेणी में रखता है। ध्यान रहे कि खराब फॉर्म कुछ समय की बात होती है।

शिखर धवन की गैर जिम्मेदाराना बल्लेबाजी के लिए टीम से उन्हें बाहर कर ही दिया गया है और गौतम गंभीर को लंबे समय बाद टीम में जगह दी गई है। गंभीर ने बिना अभ्यास के टीम में वापसी की, जिसका असर उनकी बल्लेबाजी पर भी दिखा। लेकिन गंभीर वापसी की क्षमता रखते हैं, जैसा कि वे न्यूजीलैंड दौरे पर कर चुके हैं।

सीरीज का अगला और आखिरी टेस्ट मैच लंदन के द ओवल स्टेडियम में होना है। इंग्लैंड का सबसे पुराना टेस्ट मैदान द ओवल अगस्त महीने में बल्लेबाजी के लिए काफी उपयुक्त माना जाता है। सिर्फ पहले दिन सुबह तेज गेंदबाजों को तथा आखिरी दिन स्पिन गेंदबाजों को इस पिच से कुछ मदद मिलती है।

चौथे टेस्ट में यदि भारत एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज के साथ उतरे तो उसे पिच का लाभ मिल सकता है। निश्चित तौर पर इशांत शर्मा के स्वस्थ रहने पर कोई और विकल्प नहीं सोचा जा सकता।

बल्लेबाजी में और गहराई देने के लिए पंकज सिंह की जगह स्टूअर्ट बिन्नी को टीम में शामिल किया जा सकता है। मोहम्मद समी तेज गेंदबाज के रूप में बिन्नी से बेहतर साबित हो सकते हैं, लेकिन न तो उनकी गेंदबाजी में मौजूदा सीरीज में वह धार दिखाई दी है और न ही उनसे हर बार ट्रेंट ब्रिज टेस्ट में की गई बल्लेबाजी की ही उम्मीद की जा सकती है।

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द ओवल टेस्ट में निम्न भारतीय टीम को मैदान पर उतारने का सुझाव दिया जा सकता है-
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान/विकेटकीपर), मुरली विजय, गौतम गंभीर, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, स्टूअर्ट बिन्नी या मोहम्मद समी, रविचंद्रन अश्विन, भुवनेश्वर कुमार, वरुण एरॉन और इशांत शर्मा।