मोहाली:
पिछले दोनों मैचों में बड़ी जीत से उत्साहित भारत बुधवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में ही पांच मैचों की शृंखला अपने नाम करने के लिए मैदान पर उतरेगा। दूसरी तरफ खराब प्रदर्शन से परेशान इंग्लैंड विजयी लय में लौटने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
हाल के दिनों में लगातार लचर प्रदर्शन के बाद टीम ने लगातार दो बड़ी जीत से खुद को साबित करने की शुरुआत कर रही है तथा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उम्मीद होगी कि उनके युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन जारी रखकर लगातार तीसरी जीत दर्ज करके शृंखला में अजेय बढ़त हासिल करने में सफल रहेगी।
भारत के युवा और अनुभवहीन गेंदबाजों ने पिछले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और जीत की नींव रखने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा खराब फॉर्म में चल रहे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने वापसी के संकेत दिए हैं। दबाव निश्चिततौर पर इंग्लैंड की टीम पर रहेगा, जिन्हें भारतीयों को पीसीए स्टेडियम में शृंखला जीतने से रोकने के लिए प्रेरणादायी प्रदर्शन करना होगा। दोनों टीमों के लिए यह मैच बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है।
दो बड़ी जीतों के बाजवूद कुछ विभाग ऐसे हैं, जो भारतीयों के लिए चिंता का विषय है। इनमें सलामी जोड़ी को नहीं चल पाना भी शामिल है। गौतम गंभीर ने हालांकि अच्छी शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन वह इसे बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे हैं। दूसरे सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अच्छी टच में नहीं हैं और कम स्कोर पर आउट हुए हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत शृंखला में अभी तक अच्छी शुरुआत हासिल नहीं कर पाया।
भारतीय टीम प्रबंधन संभवत: पिछले दो मैचों में जीत दर्ज करने वाली टीम में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा। रविंदर जडेजा ने पिछले दो मैचों में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया जिससे अंतर पैदा हुआ। भारतीयों को टीम में संतुलन पैदा करने के लिए अदद आलराउंडर की सख्त जरूरत है और जडेजा इस स्थान को अच्छी तरह से भर रहा है।
सौराष्ट्र के इस युवा ऑलराउंडर को हालांकि निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। जडेजा की फॉर्म से कप्तान धोनी भी खुश हैं, क्योंकि एकदिवसीय मैचों के वर्तमान नियमों युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे पार्टटाइम गेंदबाजों से अधिक ओवर नहीं कराए जा सकते हैं।
धोनी ने कहा, वह (जडेजा) निश्चित तौर पर हमें संतुलन प्रदान करता है। वह इस लिहाज से जडेजा हमारे पास सही खिलाड़ी है। हम गेंदबाजी आलराउंडर के साथ संघर्ष कर रहे थे। हमारे पास इरफान (पठान) ही अकेला ऐसा खिलाड़ी था। उन्होंने कहा, नए नियमों से पहले हम युवराज सिंह और अन्य पार्टटाइम गेंदबाजों से दस ओवर करवाते थे। नए नियम आने के बाद युवी को गेंदबाज के तौर पर उनसे सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लगेगा। विराट कोहली की फॉर्म में वापसी भारतीयों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि हाल के टूर्नामेंटों में मध्यक्रम का लगातार असफल रहा भारतीयों पर भारी पड़ा था।
हाल के दिनों में लगातार लचर प्रदर्शन के बाद टीम ने लगातार दो बड़ी जीत से खुद को साबित करने की शुरुआत कर रही है तथा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को उम्मीद होगी कि उनके युवा खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन जारी रखकर लगातार तीसरी जीत दर्ज करके शृंखला में अजेय बढ़त हासिल करने में सफल रहेगी।
भारत के युवा और अनुभवहीन गेंदबाजों ने पिछले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया और जीत की नींव रखने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा खराब फॉर्म में चल रहे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों ने वापसी के संकेत दिए हैं। दबाव निश्चिततौर पर इंग्लैंड की टीम पर रहेगा, जिन्हें भारतीयों को पीसीए स्टेडियम में शृंखला जीतने से रोकने के लिए प्रेरणादायी प्रदर्शन करना होगा। दोनों टीमों के लिए यह मैच बहुत महत्वपूर्ण है और इसलिए मुकाबला रोमांचक होने की संभावना है।
दो बड़ी जीतों के बाजवूद कुछ विभाग ऐसे हैं, जो भारतीयों के लिए चिंता का विषय है। इनमें सलामी जोड़ी को नहीं चल पाना भी शामिल है। गौतम गंभीर ने हालांकि अच्छी शुरुआत कर रहे हैं, लेकिन वह इसे बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे हैं। दूसरे सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे अच्छी टच में नहीं हैं और कम स्कोर पर आउट हुए हैं। इसका परिणाम यह हुआ कि भारत शृंखला में अभी तक अच्छी शुरुआत हासिल नहीं कर पाया।
भारतीय टीम प्रबंधन संभवत: पिछले दो मैचों में जीत दर्ज करने वाली टीम में किसी तरह का बदलाव नहीं करेगा। रविंदर जडेजा ने पिछले दो मैचों में बल्ले और गेंद से शानदार प्रदर्शन किया जिससे अंतर पैदा हुआ। भारतीयों को टीम में संतुलन पैदा करने के लिए अदद आलराउंडर की सख्त जरूरत है और जडेजा इस स्थान को अच्छी तरह से भर रहा है।
सौराष्ट्र के इस युवा ऑलराउंडर को हालांकि निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना होगा। जडेजा की फॉर्म से कप्तान धोनी भी खुश हैं, क्योंकि एकदिवसीय मैचों के वर्तमान नियमों युवराज सिंह और सुरेश रैना जैसे पार्टटाइम गेंदबाजों से अधिक ओवर नहीं कराए जा सकते हैं।
धोनी ने कहा, वह (जडेजा) निश्चित तौर पर हमें संतुलन प्रदान करता है। वह इस लिहाज से जडेजा हमारे पास सही खिलाड़ी है। हम गेंदबाजी आलराउंडर के साथ संघर्ष कर रहे थे। हमारे पास इरफान (पठान) ही अकेला ऐसा खिलाड़ी था। उन्होंने कहा, नए नियमों से पहले हम युवराज सिंह और अन्य पार्टटाइम गेंदबाजों से दस ओवर करवाते थे। नए नियम आने के बाद युवी को गेंदबाज के तौर पर उनसे सामंजस्य बिठाने में थोड़ा समय लगेगा। विराट कोहली की फॉर्म में वापसी भारतीयों के लिए अच्छी खबर है, क्योंकि हाल के टूर्नामेंटों में मध्यक्रम का लगातार असफल रहा भारतीयों पर भारी पड़ा था।
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