टीम इंडिया का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
रोहित शर्मा रणबांकुरे जब बुधवार को श्रीलंका के खिलाफ दूसरे -डे नाइट मुकाबले में पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन (पीसीए) के मोहाली स्टेडियम में सीरीज बराबरी के इरादे से मैदान पर उतरेंगे, तो उन्हें एक नहीं, बल्कि कई चुनौतियों से पार पाना होगा. वास्तव में ये चुनौतियां टीम के सीरीज जीतने की राह को बहुत ही मुश्किल बना रही हैं. कुछ चुनौतियां छोटी हैं, तो कुछ बड़ी. कुछ मैदान के भीतर, को कुछ मैदान के बाहर. वहीं कप्तान विराट कोहली भले ही न खेल रहे हों, लेकिन उनकी नजरें पर इन चुनौतियों का लगातार पीछा कर रही हैं क्योंकि मामला सीरीज जीतने से जुड़ गया है.
पहली चुनौती
धर्मशाला की घसियाली पिच पर टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के हत्थे से उखड़ने के बाद मोहाली में स्विंग और सीम के लिए प्रसिद्ध एक और ठीक पहले मैच जैसी पिच भारतीय बल्लेबाजों का इंतजार कर रही है. पिच पर 'अतिरिक्त घास' बतायी जा रही है. और यह अतिरिक्त घास 'अतिरिक्त चुनौती' भी साबित हो सकती है. अगर क्यूरेटर इस अतिरिक्त घास को हटा भी देता है, तो भी मोहाली की पिच टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों की धर्मशाला जैसी ही परीक्षा लेगा.
दूसरी चुनौती
टीम इंडिया के सामने यह चुनौती थोड़ी नैसर्गिक ज्यादा है, जो दोनों ही टीम के लिए बराबर है. बुधवार को मोहाली में बारिश और हल्की धूल भरी आंधी की भी भविष्यवाणी की गई है. सोमवार की रात भी यहां हल्की बारिश हुई. और अगर खुदा न खास्ता दूसरा वनडे बारिश से धुल जाता है, तो इसी के साथ ही टीम इंडिया और नियमित कप्तान विराट कोहली के सीरीज जीतने का सपना भी धुल जाएगा. और अगर मैच होता भी है, तो घटादार मौसम लंकाई गेंदबाजों को ज्यादा सीम और स्विंग कराने में मदद करेगा, जो बल्लेबाजों की चुनौती के स्तर को और बढ़ाएगा ही बढ़ाएगा. खासकर धर्मशाला में चार विकेट लेने वाले लंकाई सीमर सुरंगा लकमल के सामने
तीसरी चुनौती
वास्तव में इस चुनौती से मैच का परिणाम काफी हद तक जुड़ा हुआ है, लेकिन मौसम की तरह ही यह भी भारत के हाथ में नहीं है. अगर धर्मशाला की तरह ही इस मुकाबले को भी टॉस का बॉस कह दिया जाए, तो गलत नहीं ही होगा. सिक्के की उछाल ही यहां मैच का सत्तर फीसदी परिणाम तय कर देगी! जो भी टीम मोहाली में टॉस जीतेगी, वह पहले गेंदबाजी करना ही पसंद करेगी. ऐसे में करोडों भारतीय क्रिकेटप्रेमी अब यह दुआ करें कि रोहित शर्मा टॉस जीतें और भारत यहां की पिच के हिसाब से मनचाहा फैसला ले.
यह भी पढ़ें : अफगानिस्तान ही नहीं...बीसीसीआई ने इन तीन देशों को भी दिया है 'जीवन'
चौथी चुनौती
रोहित शर्मा के सामने मोहाली में एक बड़ी चुनौती हालात के हिसाब से 'संतुलित एकादश' का चुनाव है. धर्मशाला की घसियाली पिच पर दो स्पिनरों (कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल) का चयन समझ से परे रहा. खासतौर पर यह देखते हुए हार्दिक पंड्या को अभी भी तीसरे सीमर के रूप में खुद को स्थापित करना है. वहीं, तेज पिच पर तकनीकी रूप से ज्यादा मजबूत होने के चलते रोहित पर अजिंक्य रहाणे को भी इलेवन में चुनने का दबाव है. ऐसे में अगर यह कहा जाएगा कि रोहित के सामने संतुलित एकादश चुनने की चुनौती नहीं है, तो यह गलत होगा. देखने की बात यह होगी टीम मैनेजमेंट 'इस असमंजस' और दबाव से कैसे निपटता है.
पांचवीं चुनौती
हालांकि यह चुनौती ज्यादा बड़ी नहीं है, लेकिन नहीं है इससे इनकार नहीं किया जा सकता. पंजाब के लाखों क्रिकेटप्रेमी इस बात का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि पहली बार टीम इंडिया में शामिल किए गए उनके राज्य के गेंदबाज सिद्धार्थ कौल घरेलू मैदान पर अपने वनडे करियर का आगाज करेंगे. टीम मैनेजमेंट पर इस तरह के दबाव से निपटना आसान बात नहीं होती क्योंकि यह अलग तरह का ही दबाव लेकर आता है. यह बुधावर को अंतिम एकादश के ऐलान होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि रोहित इस बाबत क्या रास्ता निकालते हैं.
VIDEO : मोहाली में टीम इंडिया की 'पांचवीं चुनौती' सिद्धार्थ कौल को सुनिए कि वह क्या कह रहे हैं
कुल मिलाकर धर्मशाला में बतौर वनडे अपनी कप्तानी का 'अनचाहा आगाज' करने वाले रोहित शर्मा की मोहली जीत की राह में कई चुनौतिया हैं और मंगलवार की रात उन्हें नींद नहीं ही आएगी. देखते हैं कि रोहित इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं.
पहली चुनौती
धर्मशाला की घसियाली पिच पर टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों के हत्थे से उखड़ने के बाद मोहाली में स्विंग और सीम के लिए प्रसिद्ध एक और ठीक पहले मैच जैसी पिच भारतीय बल्लेबाजों का इंतजार कर रही है. पिच पर 'अतिरिक्त घास' बतायी जा रही है. और यह अतिरिक्त घास 'अतिरिक्त चुनौती' भी साबित हो सकती है. अगर क्यूरेटर इस अतिरिक्त घास को हटा भी देता है, तो भी मोहाली की पिच टॉप ऑर्डर बल्लेबाजों की धर्मशाला जैसी ही परीक्षा लेगा.
#TeamIndia trained in Mohali ahead of the 2nd @Paytm #INDvSL ODI. A high-intensity fielding session was followed by a net session. pic.twitter.com/jRBpLvSTVw
— BCCI (@BCCI) December 12, 2017
दूसरी चुनौती
टीम इंडिया के सामने यह चुनौती थोड़ी नैसर्गिक ज्यादा है, जो दोनों ही टीम के लिए बराबर है. बुधवार को मोहाली में बारिश और हल्की धूल भरी आंधी की भी भविष्यवाणी की गई है. सोमवार की रात भी यहां हल्की बारिश हुई. और अगर खुदा न खास्ता दूसरा वनडे बारिश से धुल जाता है, तो इसी के साथ ही टीम इंडिया और नियमित कप्तान विराट कोहली के सीरीज जीतने का सपना भी धुल जाएगा. और अगर मैच होता भी है, तो घटादार मौसम लंकाई गेंदबाजों को ज्यादा सीम और स्विंग कराने में मदद करेगा, जो बल्लेबाजों की चुनौती के स्तर को और बढ़ाएगा ही बढ़ाएगा. खासकर धर्मशाला में चार विकेट लेने वाले लंकाई सीमर सुरंगा लकमल के सामने
तीसरी चुनौती
वास्तव में इस चुनौती से मैच का परिणाम काफी हद तक जुड़ा हुआ है, लेकिन मौसम की तरह ही यह भी भारत के हाथ में नहीं है. अगर धर्मशाला की तरह ही इस मुकाबले को भी टॉस का बॉस कह दिया जाए, तो गलत नहीं ही होगा. सिक्के की उछाल ही यहां मैच का सत्तर फीसदी परिणाम तय कर देगी! जो भी टीम मोहाली में टॉस जीतेगी, वह पहले गेंदबाजी करना ही पसंद करेगी. ऐसे में करोडों भारतीय क्रिकेटप्रेमी अब यह दुआ करें कि रोहित शर्मा टॉस जीतें और भारत यहां की पिच के हिसाब से मनचाहा फैसला ले.
Indian cricket team's practice session ahead of their second ODI match against Sri Lanka in Mohali tomorrow pic.twitter.com/dzSrNDX2uG
— ANI (@ANI) December 12, 2017
यह भी पढ़ें : अफगानिस्तान ही नहीं...बीसीसीआई ने इन तीन देशों को भी दिया है 'जीवन'
चौथी चुनौती
रोहित शर्मा के सामने मोहाली में एक बड़ी चुनौती हालात के हिसाब से 'संतुलित एकादश' का चुनाव है. धर्मशाला की घसियाली पिच पर दो स्पिनरों (कुलदीप यादव और यजुवेंद्र चहल) का चयन समझ से परे रहा. खासतौर पर यह देखते हुए हार्दिक पंड्या को अभी भी तीसरे सीमर के रूप में खुद को स्थापित करना है. वहीं, तेज पिच पर तकनीकी रूप से ज्यादा मजबूत होने के चलते रोहित पर अजिंक्य रहाणे को भी इलेवन में चुनने का दबाव है. ऐसे में अगर यह कहा जाएगा कि रोहित के सामने संतुलित एकादश चुनने की चुनौती नहीं है, तो यह गलत होगा. देखने की बात यह होगी टीम मैनेजमेंट 'इस असमंजस' और दबाव से कैसे निपटता है.
पांचवीं चुनौती
हालांकि यह चुनौती ज्यादा बड़ी नहीं है, लेकिन नहीं है इससे इनकार नहीं किया जा सकता. पंजाब के लाखों क्रिकेटप्रेमी इस बात का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि पहली बार टीम इंडिया में शामिल किए गए उनके राज्य के गेंदबाज सिद्धार्थ कौल घरेलू मैदान पर अपने वनडे करियर का आगाज करेंगे. टीम मैनेजमेंट पर इस तरह के दबाव से निपटना आसान बात नहीं होती क्योंकि यह अलग तरह का ही दबाव लेकर आता है. यह बुधावर को अंतिम एकादश के ऐलान होने के बाद ही साफ हो पाएगा कि रोहित इस बाबत क्या रास्ता निकालते हैं.
VIDEO : मोहाली में टीम इंडिया की 'पांचवीं चुनौती' सिद्धार्थ कौल को सुनिए कि वह क्या कह रहे हैं
कुल मिलाकर धर्मशाला में बतौर वनडे अपनी कप्तानी का 'अनचाहा आगाज' करने वाले रोहित शर्मा की मोहली जीत की राह में कई चुनौतिया हैं और मंगलवार की रात उन्हें नींद नहीं ही आएगी. देखते हैं कि रोहित इन चुनौतियों से कैसे निपटते हैं.
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