India vs Bangladesh, Chandika Hathurusingha: भारत ने कानपुर के ग्रीन पार्क में सीरीज के दूसरे मुकाबले में बांग्लादेश को हराने के लिए ऐतिहासिक प्रदर्शन किया. भारत ने मेहमान टीम को सात विकेट से हरा दिया और सीरीज 2-0 से क्लीन स्वीप की. यह भारत की घरेलू धरती पर लगातार 18वीं टेस्ट सीरीज जीत है. बांग्लादेश ने भारत का दौरा करने से पहले पाकिस्तान को उसी के घर पर हराकर इतिहास रचा था. ऐसे में बांग्लादेश की टीम से ऐतिहासिक प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन टीम की बल्लेबाजी सीरीज के दोनों टेस्ट में विफल रही.
भारत के तूफान में उड़ा बांग्लादेश
वहीं कानपुर में मिली हार के बाद बांग्लादेश के मुख्य कोच चंडिका हथुरुसिंघे ने मंगलवार को स्वीकार किया कि उनकी टीम भारत की 'पहले नहीं देखी गई' आक्रामक बल्लेबाजी के तूफानी में उड़ गई जिसके कारण मौसम से प्रभावित दूसरे टेस्ट में अंतत: नतीजा निकला. इस दौरान बांग्लादेश के कोच ने भारत के अप्रोच की सराहना की. पांचवें दिन बल्लेबाजी के पतन के कारण बांग्लादेश को केवल 173.2 ओवर तक चले खेल में सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा - जो टेस्ट इतिहास का चौथा सबसे छोटा मैच था.
चौथे दिन भारत की आक्रमक बल्लेबाजी के बाद बांग्लादेश को मैच बचाने के लिए जरुरी था कि वह पांचवें दिन कम से कम दो सेशन बल्लेबाजे करे. लेकिन मेहमान टीम केवल एक सत्र तक ही टिक पाई. बांग्लादेश ने पांचवें दिन 21 मिनट के अंदर कप्तान नजमुल हुसैन शान्तो, शादमान इस्लाम, शाकिब अल हसन और लिटन दास को खो दिया.
कानपुर टेस्ट में हार के बाद बोले बांग्लादेशी कोच
चंडिका हथुरुसिंघे ने टीम की हार के बाद कहा,"हार वास्तव में हमारे प्रदर्शन के मामले में हमें नुकसान पहुंचा रही है. भारत का अप्रोच वास्तव में पहले नहीं देखा गया था. उस अप्रोच के साथ आने और उसका मुकाबला करने के लिए रोहित और भारतीय टीम को पूरा श्रेय. हमने वास्तव में, भारत के अप्रोच पर, तुरंत प्रतिक्रिया नहीं दी."
चंडिका हथुरुसिंघे ने आगे कहा,"इस सीरीज में बल्लेबाजी निराशाजनक रही. पिछली सीरीज में कुछ खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया था. हम पिछली कुछ सीरीज में अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं. बल्लेबाजी का एक कारण विपक्षी टीम की गुणवत्ता थी. इस श्रृंखला में प्रदर्शित कौशल का स्तर बहुत ऊंचा था. हम इससे बहुत कुछ सीख रहे हैं.' यह सर्वश्रेष्ठ टीम है. भारत से भारत में खेलना सबसे कठिन कार्य है. हम जानते हैं कि हमें कितना सुधार करने की जरूरत है."
पाकिस्तान में ऐतिहासिक श्रृंखला जीतने के बाद बांग्लादेश भारत पहुंचा, लेकिन हथुरुसिंघा ने स्वीकार किया कि उन्हें भारत में मिलने वाली कड़ी चुनौती के बारे में पता था. चंडिका हथुरुसिंघे ने कहा,"हम पाकिस्तान को हराने के बाद यहां आए थे, लेकिन हम जानते थे कि भारत में चुनौतियां कड़ी होंगी. अगर मैं अपनी भावनाओं को अपने प्रदर्शन में जोड़ दूं तो यह अच्छी बात नहीं होगी. हम पाकिस्तान में जीत को लेकर बहुत उत्साहित नहीं थे. इसलिए हमें इस परिणाम के बाद बहुत अधिक निराश नहीं होना चाहिए. हम जानते थे कि हमने पाकिस्तान में जीतने के लिए क्या अच्छा किया था और हम जानते हैं कि इन लोगों से मुकाबला करने के लिए हम यहां क्या नहीं कर सकते थे."
चंडिका हथुरुसिंघे ने कहा,"मुझे लगता है कि हम इस सीरीज में पूरी तरह से मात खा गए. मैंने कौशल के स्तर में अंतर देखा, इसलिए हमें सुधार करने की आवश्यकता है. यह कहने के बाद भी, हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता से नहीं खेले. हम इससे निराश हैं. अगर हमें सही समर्थन नहीं मिल रहा है तो बीच में प्रत्येक खिलाड़ी और उनके हर फैसले पर दबाव डालने का कोई मतलब नहीं है."
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