विज्ञापन
This Article is From Nov 21, 2023

ICC Board Meeting: 'पारी में तीसरी बार...', ये घड़ी बदल देगी पूरा खेल, आईसीसी ने बोर्ड मीटिंग में लिया बड़ा फैसला

ICC Introduce Stop Watch in ODI and T20: विश्व कप के समाप्ति के बाद आईसीसी बोर्ड मीटिंग में लिया गया बड़ा फैसला

ICC Board Meeting: 'पारी में तीसरी बार...', ये घड़ी बदल देगी पूरा खेल, आईसीसी ने बोर्ड मीटिंग में लिया बड़ा फैसला
ICC Board Meeting

ICC Introduce Stop Watch in ODI and T20: क्रिकेट में समय समय पर कई बदलाव किये जाते रहे हैं, कुछ बदलाव ऐसे भी हुए जो समय और परिस्थिति को ध्यान में रख कर लिए गए. अभी हाल में एक ऐसे नियम का उपयोग भी हुआ था जो बांग्लादेश बनाम श्रीलंका के बीच मुकाबले के दौरान लिया गया और वो फैसला विश्व क्रिकेट इतिहास में पहली बार लिया गया जो नियम था टाइम आउट (Time out Rule) का, तो इसी बीच विश्व कप के समाप्ति के बाद आईसीसी बोर्ड मीटिंग में एक बड़ा फैसला लिया गया.

आईसीसी करेगी स्टॉप वॉच की ट्रायल 

सीईसी ने दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक पुरुषों के एकदिवसीय और टी20ई क्रिकेट में परीक्षण के आधार पर एक स्टॉप घड़ी शुरू करने पर सहमति व्यक्त की. घड़ी का उपयोग ओवरों के बीच लगने वाले समय को जानने के लिए किया जाएगा. यदि गेंदबाजी करने वाली टीम पिछले ओवर के पूरा होने के 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं होती है, तो पारी में तीसरी बार ऐसा होने पर 5 रन का जुर्माना लगाया जाएगा.

इस नियम का इस्तेमाल शुरुआत में ट्रायल के तौर पर होगा. आईसीसी के बोर्ड की यहां हुई बैठक में यह फैसला किया गया. आईसीसी ने बयान में कहा, ‘‘मुख्य कार्यकारियों की समिति इस बात पर सहमत हुई के पुरुष एकदिवसीय और टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दिसंबर 2023 से अप्रैल 2024 तक ट्रायल के आधार पर ‘स्टॉप क्लॉक' का इस्तेमाल किया जाएगा. इस घड़ी का इस्तेमाल ओवरों के बीच में लगने वाले समय पर नजर रखने के लिए किया जाएगा.''

बयान के अनुसार, ‘‘अगर गेंदबाजी टीम पिछला ओवर खत्म करने के 60 सेकेंड के भीतर अगला ओवर फेंकने के लिए तैयार नहीं होती है तो पारी में तीसरी बार ऐसा करने पर पांच रन की पेनल्टी लगाई जाएगी.'' आईसीसी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी से पिच को प्रतिबंधित करने की अपनी प्रक्रिया में भी बदलाव किया.

आईसीसी ने कहा, ‘‘पिच और आउटफील्ड निगरानी नियमों में बदलाव को भी मंजूरी दी गई जिसमें उन मानदंडों को सरल बनाना शामिल है जिनके आधार पर पिच का मूल्यांकन किया जाता है और आयोजन स्थल का अंतरराष्ट्रीय दर्जा हटाने के लिए अब पांच साल में डिमेरिट अंकों की संख्या को पांच की जगह छह अंक किया जाएगा''

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: