नई दिल्ली:
न्यूजीलैंड के खिलाफ ट्वेंटी-20 मैचों और फिर श्रीलंका में होने वाले इस छोटे प्रारूप के विश्व कप से भारतीय टीम में वापसी करने वाले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह अपनी फार्म को लेकर काफी उत्साहित हैं।
हरभजन अभी काउंटी क्रिकेट में खेल रहे हैं और उन्होंने हाल के कुछ मैचों में अच्छी गेंदबाजी की। इस स्पिनर ने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि भारतीय टीम में वापसी की खबर ने टॉनिक का काम किया लेकिन, पिछले सप्ताह एसेक्स की तरफ से खेलते हुए मैं शानदार फार्म में था। मैं ऐसा महसूस कर रहा हूं जैसे कि मेरे सिर से बड़ा बोझ हट गया। पिछले सप्ताह मौसम अच्छा था और इससे मुझे लय हासिल करने में मदद मिली।’’
इस 32 वर्षीय स्पिनर ने पिछले दो काउंटी मैच में 11 विकेट लिये। उन्होंने रविवार को हालैंड की राष्ट्रीय टीम के खिलाफ प्रो-40 मैच में 37 रन देकर पांच विकेट लिये तथा 13 गेंद पर 22 रन ठोके। हरभजन ने कहा, ‘‘मैं पेशेवर खिलाड़ी हूं और एसेक्स की तरफ से योगदान देना मेरा काम है। यह बहुत अच्छी टीम है और मैं प्रबंधन का आभारी रहूंगा क्योंकि काउंटी में खेलने से मुझे वापसी में मदद मिली।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा कि मुझे अवकाश की जरूरत है। मैंने भारतीय टीम में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की। मेरे लिए सबसे राहत की बात खेलते रहना था। मैं जानता हूं मुझे कब विश्राम चाहिए लेकिन निश्चित तौर पर अभी मुझे विश्राम की जरूरत नहीं है।’’
हरभजन को काउंटी क्रिकेट में खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह मिला उन्होंने लंबे स्पैल किए। ग्लोमोर्गन के खिलाफ मैच में उन्होंने 65 ओवर तक गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लंबे स्पैल करना चाहता था और मुझे खुशी है कि मैं कुछ लंबे स्पैल करने में सफल रहा। मैं पहली पारी के स्पैल से खुश हूं क्योंकि विरोधी टीम के बल्लेबाजों के क्रीज पर पांव जमाने के बाद मैंने अपनी टीम को सफलता दिलाई। दूसरी पारी में समय सीमित था और मैंने चोटी के तीन बल्लेबाजों को आउट किया।’’
हरभजन ने कहा, ‘‘गेंदबाज जानता है कि कब उसकी लय अच्छी है। मैं महसूस कर सकता हूं कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं। मैं सीम को महसूस कर सकता हूं जो जरूरी है। गेंद पर मेरी ग्रिप अच्छी है। लंबे स्पैल करते हुए मैं वेरीएशन पर ध्यान देता हूं जो टी-20 में संभव नहीं हैं क्योंकि वहां गलती की संभावना बहुत कम होती है।’’
हरभजन ने भले ही छोटे प्रारूप के लिए वापसी की है लेकिन इससे पहले वह प्रथम श्रेणी मैच खेलकर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अधिक से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेलकर खुश हूं क्योंकि मुझे अधिक गेंदबाजी करने का मौका मिल रहा है। लंबे स्पैल से आपको टी-20 मैचों से पहले लय हासिल करने में मदद मिलती है। भारत लौटने से पहले मैं दो प्रो-40 मैच खेलूंगा और इससे भी मुझे तैयारियों में मदद मिलेगी।’’
वीवीएस लक्ष्मण पर चर्चा के दौरान हरभजन ने कोलकाता में उनकी 281 रन की ऐतिहासिक पारी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी पारी (281 रन) से मुझे ऑस्ट्रेलियाई टीम पर हावी होने में मदद मिली। वह महान क्रिकेटर होने के साथ ही बहुत अच्छा इंसान भी है। मुझे भारतीय ड्रेसिंग रूम में निश्चित तौर पर उनकी कमी खलेगी।’’
हरभजन अभी काउंटी क्रिकेट में खेल रहे हैं और उन्होंने हाल के कुछ मैचों में अच्छी गेंदबाजी की। इस स्पिनर ने कहा, ‘‘मैं नहीं जानता कि भारतीय टीम में वापसी की खबर ने टॉनिक का काम किया लेकिन, पिछले सप्ताह एसेक्स की तरफ से खेलते हुए मैं शानदार फार्म में था। मैं ऐसा महसूस कर रहा हूं जैसे कि मेरे सिर से बड़ा बोझ हट गया। पिछले सप्ताह मौसम अच्छा था और इससे मुझे लय हासिल करने में मदद मिली।’’
इस 32 वर्षीय स्पिनर ने पिछले दो काउंटी मैच में 11 विकेट लिये। उन्होंने रविवार को हालैंड की राष्ट्रीय टीम के खिलाफ प्रो-40 मैच में 37 रन देकर पांच विकेट लिये तथा 13 गेंद पर 22 रन ठोके। हरभजन ने कहा, ‘‘मैं पेशेवर खिलाड़ी हूं और एसेक्स की तरफ से योगदान देना मेरा काम है। यह बहुत अच्छी टीम है और मैं प्रबंधन का आभारी रहूंगा क्योंकि काउंटी में खेलने से मुझे वापसी में मदद मिली।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा कि मुझे अवकाश की जरूरत है। मैंने भारतीय टीम में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की। मेरे लिए सबसे राहत की बात खेलते रहना था। मैं जानता हूं मुझे कब विश्राम चाहिए लेकिन निश्चित तौर पर अभी मुझे विश्राम की जरूरत नहीं है।’’
हरभजन को काउंटी क्रिकेट में खेलने का सबसे बड़ा फायदा यह मिला उन्होंने लंबे स्पैल किए। ग्लोमोर्गन के खिलाफ मैच में उन्होंने 65 ओवर तक गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं लंबे स्पैल करना चाहता था और मुझे खुशी है कि मैं कुछ लंबे स्पैल करने में सफल रहा। मैं पहली पारी के स्पैल से खुश हूं क्योंकि विरोधी टीम के बल्लेबाजों के क्रीज पर पांव जमाने के बाद मैंने अपनी टीम को सफलता दिलाई। दूसरी पारी में समय सीमित था और मैंने चोटी के तीन बल्लेबाजों को आउट किया।’’
हरभजन ने कहा, ‘‘गेंदबाज जानता है कि कब उसकी लय अच्छी है। मैं महसूस कर सकता हूं कि मैं अच्छी गेंदबाजी कर रहा हूं। मैं सीम को महसूस कर सकता हूं जो जरूरी है। गेंद पर मेरी ग्रिप अच्छी है। लंबे स्पैल करते हुए मैं वेरीएशन पर ध्यान देता हूं जो टी-20 में संभव नहीं हैं क्योंकि वहां गलती की संभावना बहुत कम होती है।’’
हरभजन ने भले ही छोटे प्रारूप के लिए वापसी की है लेकिन इससे पहले वह प्रथम श्रेणी मैच खेलकर खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अधिक से अधिक प्रथम श्रेणी मैच खेलकर खुश हूं क्योंकि मुझे अधिक गेंदबाजी करने का मौका मिल रहा है। लंबे स्पैल से आपको टी-20 मैचों से पहले लय हासिल करने में मदद मिलती है। भारत लौटने से पहले मैं दो प्रो-40 मैच खेलूंगा और इससे भी मुझे तैयारियों में मदद मिलेगी।’’
वीवीएस लक्ष्मण पर चर्चा के दौरान हरभजन ने कोलकाता में उनकी 281 रन की ऐतिहासिक पारी का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘उनकी पारी (281 रन) से मुझे ऑस्ट्रेलियाई टीम पर हावी होने में मदद मिली। वह महान क्रिकेटर होने के साथ ही बहुत अच्छा इंसान भी है। मुझे भारतीय ड्रेसिंग रूम में निश्चित तौर पर उनकी कमी खलेगी।’’
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