
- यह हरभजन का विराट रिकॉर्ड है!
- इस रिकॉर्ड को कोई नहीं तोड़ पाएगा !
- भज्जी का साल 2010 में डबल धमाका
भारतीय दिग्गज हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, तो वर्तमान भारतीय टीम के सदस्यों सहित तमाम दिग्गजों ने उन्हें भविष्य के अगले कदम के लिए शुभकामनाएं दीं, तो कइयों ने यादगार किस्से भी साझा किए थे. हरभजन ने अपने करीब 23 साल के करियर में ऐसी यादगार उपलब्धियां हासिल कीं, जिनके बारे में खिलाड़ी सपना भर देखते हैं. हरभजन के रिकॉर्डों की तुलना कई दिग्गजों से हो सकती है, लेकिन एक रिकॉर्ड भज्जी ने ऐसा बनाया, जो लगभग 144 साल के टेस्ट इतिहास में सिर्फ उन्होंने ही बनाया है. और वास्तव में आने वाले सालों में इस रिकॉर्ड की बराबरी करना या इसे तोड़ना मुश्किल ही नहीं, बल्कि एक तरह से असंभव जैसी बात होगी
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यह रिकॉर्ड सा 2010 में बना था, जब हरभजन सिंह न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में खेल रहे थे. यह टेस्ट मैच अहमदाबाद में था. इस मैच की पहली पारी में हरभजन ने 69 और दूसरी पारी में 115 रन बनाए थे, जिससे भारत ने टेस्ट मैच ड्रॉ कराया था.
इसके बाद 12 से 16 नवंबर के बीच हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में दूसरा टेस्ट हुआ, तो हरभजन ने सिर्फ 116 गेंदों पर 11 रन की पारी खेल डाली. सात चौकों और सात छक्कों से भज्जी ने दिखाया कि वह बल्लेबाजी करना भी बखूबी जानते हैं. लेकिन खास बात कुछ और ही थी.
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भज्जी ने जब यह पारी खेली, तो इसी के साथ ही हरभजन नंबर आठ पर बल्लेबाजी करके लगातार दो शतक जड़ने वाले टेस्ट इतिहास के पहले बल्लेबाज बन गए. न तो उनसे पहले (साल 2010) ही किसी ने यह कारनामा किया था. और न ही साल 2010 के बाद अभी तक ही यह कोई कर पाया है. और आने वाले कई और सालों तक लगता नहीं कि कभी ऐसे हालात बनेंगे कि नंबर आठ बल्लेबाज ऐसा कर पाएगा.
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