टीम इंडिया का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
दुनिया का कोई भी कप्तान सपने में भी ऐसा नहीं चाहता, जैसा धर्मशाला में भारतीय टीम के साथ हुआ. खासकर ऐसा कप्तान जो सौ से भी ज्यादा वनडे मैच खेलने के बाद पहली बार टीम इंडिया की कमान संभाल रहा हो, लेकिन होनी को शायद कुछ यही मंजूर था. रोहित शर्मा के हिस्से में भी कुछ ऐसा आया, जिसका उन्हें ताउम्र मलाल रहेगा. रविवार को श्रीलंका के खिलाफ टीम टीम इंडिया की हार ने एक-दो नहीं कई अनचाहे रिकॉर्ड बनाए. इसी में से एक रिकॉर्ड ऐसा रहा, जो भारत के हिस्से में करीब दस साल बाद आया. वास्तव में अगर बल्लेबाजों ने थोड़ी मेहनत और की होती, तो टीम इंडिया इस अनचाहे रिकॉर्ड की शिकार नहीं ही होती.
दरअसल यह अनचाहा रिकॉर्ड भारत ने साल 2007 में बड़ौदा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था. तब भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 39.4 ओवरों में सिर्फ 148 रनों पर ही ढेर हो गई थी. तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा 47 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया ने तब 149 के लक्ष्य को 25.5 ओवरों में ही हासिल कर लिया था. मतलब यह कि ऑस्ट्रेलिया ने तब 2007 में 145 गेंद बाकी रहते हुए यह मुकाबला अपनी झोली में डाल लिया था.
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लेकिन रविवार को श्रीलंका ने इस मामले में पिछले अनचाहे रिकॉर्ड पर पानी फेर दिया. धर्मशाला का मुकाबला थिसारा परेरा की टीम ने तब जीता, जब उनकी पारी में अभी भी 176 गेंदें फैंकी जानी बाकी बची थीं. इसके अलावा अगर और रिकॉर्डों की बात करें, तो किसी भी टीम ने आपस में इतने मैच नहीं खेले है, जितने भारत और श्रीलंका ने. धर्मशाला में भारत और श्रीलंका के बीच यह 156वां वनडे मैच था. और इतने मैच बाकी दो देशों ने आपस में नहीं ही खेले हैं.
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इसके अलावा धर्मशाला में रोहित और थिसारा परेरा दोनों के साथ ही ऐसा पहली बार हुआ, जब दोनों खिलाड़ियों ने सौ से ज्यादा वनडे मुकाबले खेलने के बाद पहली बार अपनी-अपनी टीम की कप्तानी की.
दरअसल यह अनचाहा रिकॉर्ड भारत ने साल 2007 में बड़ौदा में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बनाया था. तब भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 39.4 ओवरों में सिर्फ 148 रनों पर ही ढेर हो गई थी. तेंदुलकर ने सबसे ज्यादा 47 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया ने तब 149 के लक्ष्य को 25.5 ओवरों में ही हासिल कर लिया था. मतलब यह कि ऑस्ट्रेलिया ने तब 2007 में 145 गेंद बाकी रहते हुए यह मुकाबला अपनी झोली में डाल लिया था.
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लेकिन रविवार को श्रीलंका ने इस मामले में पिछले अनचाहे रिकॉर्ड पर पानी फेर दिया. धर्मशाला का मुकाबला थिसारा परेरा की टीम ने तब जीता, जब उनकी पारी में अभी भी 176 गेंदें फैंकी जानी बाकी बची थीं. इसके अलावा अगर और रिकॉर्डों की बात करें, तो किसी भी टीम ने आपस में इतने मैच नहीं खेले है, जितने भारत और श्रीलंका ने. धर्मशाला में भारत और श्रीलंका के बीच यह 156वां वनडे मैच था. और इतने मैच बाकी दो देशों ने आपस में नहीं ही खेले हैं.
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इसके अलावा धर्मशाला में रोहित और थिसारा परेरा दोनों के साथ ही ऐसा पहली बार हुआ, जब दोनों खिलाड़ियों ने सौ से ज्यादा वनडे मुकाबले खेलने के बाद पहली बार अपनी-अपनी टीम की कप्तानी की.
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