यह ख़बर 31 जुलाई, 2013 को प्रकाशित हुई थी

पाकिस्तान को हराना 1992 के विश्वकप की सबसे सुखद याद : कपिल देव

खास बातें

  • कपिल देव ने कहा, "भारत ने 1992 के विश्वकप में खास प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन लीग चरण में पाकिस्तान को हराना इस विश्वकप का सबसे यादगार पल था, क्योंकि वह अंतत: चैम्पियन बने..."
वेलिंगटन:

दुनिया के सर्वकालिक बेहतरीन ऑल-राउंडरों में शुमार किए जाने वाले और वर्ष 1983 में वन-डे क्रिकेट विश्वकप जीतने वाली भारतीय टीम के कप्तान रहे कपिल देव ने वर्ष 1992 में हुए विश्वकप से जुड़ी यादों को साझा करते हुए कहा कि इस विश्वकप में चैम्पियन बनने की ओर अग्रसर पाकिस्तान को हराने की घटना को याद करना उन्हें सबसे सुखद लगता है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 1992 क्रिकेट विश्वकप में भारत ने पांच मैचों में हार का सामना किया था, और सिर्फ दो मैचों में उन्हें जीत हासिल हुई थी, जिनमें से एक जीत सिडनी में पाकिस्तान के खिलाफ थी। इस मैच में भारत ने बाद में टूर्नामेंट जीती पाकिस्तानी टीम को 43 रन से हराया था।

वर्ष 1992 के क्रिकेट विश्वकप में पूर्व कप्तान कपिल देव बतौर खिलाड़ी शामिल हुए थे और कुल उन्होंने 161 रन बनाने के अलावा नौ विकेट भी हासिल किए थे।

कपिल देव ने कहा, "भारत ने इस विश्वकप में कुछ खास प्रदर्शन नहीं किया था, लेकिन यदि आप मुझसे पूछें तो लीग चरण में पाकिस्तान को हराना मेरे लिए इस विश्वकप का सबसे यादगार पल था, क्योंकि वह अंतत: चैम्पियन बने... भले ही यह मेरे लिए कोई सकारात्मक याद नहीं है, लेकिन एक चैम्पियन टीम को हराने की बात से मुझे सुकून मिलता है..."

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वैसे, भारतीय क्रिकेट के महानतम खिलाड़ियों में गिने जाने वाले कपिल देव के लिए एक-दिवसीय क्रिकेट में रंगीन पोशाकों की शुरुआत भी एक यादगार पल था।