इंग्लैंड और पाकिस्तान के बीच पहले सेमीफाइनल में रोमांचक मुकाबला होने की संभावना है (फाइल फोटो)
चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच रहा है. टूर्नामेंट के पहले सेमीफाइनल में कार्डिफ में बुधवार को इयोन मोर्गन की इंग्लैंड टीम का मुकाबला सरफराज अहमद की पाकिस्तान टीम से होगा. पाकिस्तान की टीम ने हर किसी को आश्चर्यचकित करते हुए जिस तरह से अंतिम चार में स्थान बनाया है, उसे देखते हुए टीम के फैंस कल के मैच में उलटफेर की उम्मीद लगाए बैठे हैं. अपने प्रारंभिक मैच में प्रबल प्रतिद्वंद्वी टीम इंडिया के हाथों हारने के बाद पाकिस्तानी टीम ने अपने स्तर को जिस तरह से ऊपर उठाया है, वह तारीफ के काबिल है.
वर्ल्ड नंबर वन टीम दक्षिण अफ्रीका को हराकर पाकिस्तान टीम ने प्रतियोगिता में अपनी दावेदारी को बरकरार रखा और कल श्रीलंका को तीन विकेट से हराकर अंतिम चार में स्थान बना लिया. अप्रत्याशित प्रदर्शन में माहिर इस टीम के अब तक के प्रदर्शन को देखकर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि दक्षिण अफ्रीका की तरह कहीं मेजबान और गत उपविजेता इंग्लैंड भी तो कल उलटफेर का शिकार बनने नहीं जा रहा. वैसे, कागज पर इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के मुकाबले बेहद मजबूत नजर आ रही है और उसने अपने तीनों मैच आसानी से जीतकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. इस टीम को सरफराज के खिलाड़ी कल किस तरह का मुकाबला देते हैं, यह देखने वाली बात होगी. जानते हैं दोनों टीमों के मजबूत और कमजोर पक्ष...
इयोन मोर्गन की इंग्लैंड टीम
मजबूती: बल्लेबाजी में इस टीम में एलेक्स हेल्स, जो रूट, जोस बटलर और कप्तान इयोन मोर्गन जैसे बल्लेबाज हैं. जो रूट तो प्रतियोगिता में शतक बनाने में भी सफल रहे हैं. कप्तान मोर्गन ने भी टूर्नामेंट में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है. इस बल्लेबाजी के खिलाफ पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण की असल परीक्षा होगी. बेन स्टोक्स जैसा हरफनमौला टीम को संतुलन प्रदान करता है. स्टोक्स ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमा चुके हैं.
गेंदबाजी में भी यह टीम किसी तरह से कमजोर नहीं है. मार्क वुड, लियोन प्लंकेट और जैक बॉल जैसे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. स्पिन डिपार्टमेंट में मोइन अली और आदिल रशीद ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. हरफनमौला के रूप में बेन स्टोक्स और मोईन अली टीम के महत्वपूर्ण सितारे हैं. ये गेंदबाजी और बल्लेबाजी, दोनों में ही अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं.
कमजोरी : ओपनर जेसन रॉय का फॉर्म इंग्लैंड की चिंता का विषय बना हुआ है. इसके अलावा औसत का नियम (लॉ ऑफ एवरेज) भी मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ जा सकता है. अभी तक प्रमुख बल्लेबाजों ने ज्यादातर रन बनाए हैं. ऐसे में इनके असफल होने की स्थिति में आगे के बल्लेबाज कैसा प्रदर्शन करेंगे, यह देखना अभी बाकी है.
सरफराज अहमद की पाकिस्तान टीम
मजबूत पक्ष: गेंदबाजी आक्रमण पाकिस्तान टीम का सबसे मजबूत पक्ष है. इस टीम में मोहम्मद आमिर, हसन अली, जुनैद खान और फहीम अशरफ के रूप में अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है. स्पिनरों में शादाब और इमाद वसीम के अलावा हफीज भी हैं. हसन अली अब तक पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक सात विकेट हासिल कर चुके हैं.
किसी भी दिन अपने प्रदर्शन को टॉप गेयर में ले जाना पाकिस्तानी टीम की सबसे बड़ी विशेषता है. यह अपने खास दिन दुनिया की किसी भी टीम को धूल चटा सकती है.
कमजोर पक्ष: टीम की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी बल्लेबाजी है. बाबर आजम, शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है. ऐसे में बैटिंग का ज्यादातर दबाव कप्तान सरफराज पर आ जाता है. श्रीलंका के खिलाफ मैच में यह दिखाई भी दिया. वैसे युवा ओपनर फखर जमां ने अब तक बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है.
फील्डिंग में भी इस टीम के खिलाड़ी कमजोर हैं. इंग्लैंड जैसी विश्वस्तरीय टीम के खिलाफ कैच छोड़ना या खराब फील्डिंग करते हुए अतिरिक्त रन देना टीम को भारी पड़ सकता है.
वर्ल्ड नंबर वन टीम दक्षिण अफ्रीका को हराकर पाकिस्तान टीम ने प्रतियोगिता में अपनी दावेदारी को बरकरार रखा और कल श्रीलंका को तीन विकेट से हराकर अंतिम चार में स्थान बना लिया. अप्रत्याशित प्रदर्शन में माहिर इस टीम के अब तक के प्रदर्शन को देखकर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि दक्षिण अफ्रीका की तरह कहीं मेजबान और गत उपविजेता इंग्लैंड भी तो कल उलटफेर का शिकार बनने नहीं जा रहा. वैसे, कागज पर इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान के मुकाबले बेहद मजबूत नजर आ रही है और उसने अपने तीनों मैच आसानी से जीतकर टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाई है. इस टीम को सरफराज के खिलाड़ी कल किस तरह का मुकाबला देते हैं, यह देखने वाली बात होगी. जानते हैं दोनों टीमों के मजबूत और कमजोर पक्ष...
इयोन मोर्गन की इंग्लैंड टीम
मजबूती: बल्लेबाजी में इस टीम में एलेक्स हेल्स, जो रूट, जोस बटलर और कप्तान इयोन मोर्गन जैसे बल्लेबाज हैं. जो रूट तो प्रतियोगिता में शतक बनाने में भी सफल रहे हैं. कप्तान मोर्गन ने भी टूर्नामेंट में बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है. इस बल्लेबाजी के खिलाफ पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण की असल परीक्षा होगी. बेन स्टोक्स जैसा हरफनमौला टीम को संतुलन प्रदान करता है. स्टोक्स ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शतक जमा चुके हैं.
गेंदबाजी में भी यह टीम किसी तरह से कमजोर नहीं है. मार्क वुड, लियोन प्लंकेट और जैक बॉल जैसे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है. स्पिन डिपार्टमेंट में मोइन अली और आदिल रशीद ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है. हरफनमौला के रूप में बेन स्टोक्स और मोईन अली टीम के महत्वपूर्ण सितारे हैं. ये गेंदबाजी और बल्लेबाजी, दोनों में ही अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम हैं.
कमजोरी : ओपनर जेसन रॉय का फॉर्म इंग्लैंड की चिंता का विषय बना हुआ है. इसके अलावा औसत का नियम (लॉ ऑफ एवरेज) भी मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ जा सकता है. अभी तक प्रमुख बल्लेबाजों ने ज्यादातर रन बनाए हैं. ऐसे में इनके असफल होने की स्थिति में आगे के बल्लेबाज कैसा प्रदर्शन करेंगे, यह देखना अभी बाकी है.
सरफराज अहमद की पाकिस्तान टीम
मजबूत पक्ष: गेंदबाजी आक्रमण पाकिस्तान टीम का सबसे मजबूत पक्ष है. इस टीम में मोहम्मद आमिर, हसन अली, जुनैद खान और फहीम अशरफ के रूप में अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है. स्पिनरों में शादाब और इमाद वसीम के अलावा हफीज भी हैं. हसन अली अब तक पाकिस्तान के लिए सर्वाधिक सात विकेट हासिल कर चुके हैं.
किसी भी दिन अपने प्रदर्शन को टॉप गेयर में ले जाना पाकिस्तानी टीम की सबसे बड़ी विशेषता है. यह अपने खास दिन दुनिया की किसी भी टीम को धूल चटा सकती है.
कमजोर पक्ष: टीम की सबसे बड़ी कमजोरी इसकी बल्लेबाजी है. बाबर आजम, शोएब मलिक और मोहम्मद हफीज जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है. ऐसे में बैटिंग का ज्यादातर दबाव कप्तान सरफराज पर आ जाता है. श्रीलंका के खिलाफ मैच में यह दिखाई भी दिया. वैसे युवा ओपनर फखर जमां ने अब तक बल्ले से अच्छा प्रदर्शन किया है.
फील्डिंग में भी इस टीम के खिलाड़ी कमजोर हैं. इंग्लैंड जैसी विश्वस्तरीय टीम के खिलाफ कैच छोड़ना या खराब फील्डिंग करते हुए अतिरिक्त रन देना टीम को भारी पड़ सकता है.
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