
भारत के प्रतिभाशाली सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को डोपिंग परीक्षण में नाकाम रहने के कारण प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के सभी प्रारूपों से आठ महीने के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया. वेस्टइंडीज के खिलाफ 2018 में दो टेस्ट मैच खेलने वाले 19 वर्षीय शॉ रिपोर्टों के अनुसार अपने कूल्हे की चोट का उपचार करा रहे हैं. उनका सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट के दौरान डोपिंग परीक्षण किया गया और उन्हें 'टरबुटैलाइन' के सेवन का दोषी पाया गया. शॉ के अलावा दो अन्य घरेलू खिलाड़ियों विदर्भ के अक्षय दुलारवर और राजस्थान के दिव्य गजराज को भी क्रिकेट बोर्ड की डोपिंग रोधी संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया.
Board of Control for Cricket in India (BCCI): Prithvi Shaw registered with Mumbai Cricket Association, has been suspended for a doping violation for 8 months. Mr. Shaw had inadvertently ingested a prohibited substance, which can be commonly found in cough syrups. pic.twitter.com/m0bUnXrQC6
— ANI (@ANI) July 30, 2019
बीसीसीआई ने बयान में कहा, 'मुंबई क्रिकेट संघ के साथ पंजीकृत पृथ्वी शॉ को डोपिंग में पकड़े जाने के कारण निलंबित कर दिया गया है. शॉ ने अनजाने में प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया. यह पदार्थ आमतौर पर खांसी की दवा में पाया जाता है.'
पृथ्वी शॉ को आठ महीने के लिए निलंबित किया गया है जो 16 मार्च 2019 से 15 नवंबर 2019 तक प्रभावी रहेगा. इसका मतलब है कि वह बांग्लादेश और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखलाओं में नहीं खेल पाएंगे.
VIDEO: पृथ्वी शॉ ने पहले ही टेस्ट में जड़ा शतक
(इनपुट: भाषा)
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