सुनील गावस्कर ने भारत, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैड को खिताब का सबसे मजबूत दावेदार माना है (फाइल फोटो)
भारत चैंपियंस ट्रॉफ़ी टूर्नामेंट का डिफ़ेंडिंग चैंपियन है. पिछली दफ़ा 2013 में भारत ने फ़ाइनल में मेज़बान इंग्लैंड को ही हराकर ख़िताब जीता था. इसके बावजूद कई जानकार नहीं मानते कि टीम इंडिया इस बार भी ख़िताब का सबसे मज़बूत दावेदार है. वेस्टइंडीज के सुपरस्टार क्रिस गेल ने NDTV से ख़ास बात करते हुए कहा कि टीम इंडिया की दावेदारी सबसे मज़बूत नहीं मानी जा सकती. वे कहते हैं कि इंग्लैंड के हालात में जो टीम सबसे ज़्यादा अभ्यस्त होगी उसे ही जीत हासिल होगी.
इसी तरह पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर चामिंडा वॉस कहते हैं, "जो भी अच्छा खेल रहा है उसके जीतने की ज़्यादा उम्मीद होगी. मेरे हिसाब से इंग्लैंड का नाम सबसे ऊपर आता है और फिर न्यूज़ीलैंड का. इसके बाद उपमहाद्वीप से श्रीलंका, पाकिस्तान या भारत भी जीत के दावेदार हो सकते हैं." लेकिन पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने NDTV से ख़ास बातचीत में भारत को ख़िताब का सबसे मज़बूत दावेदार बताया. उनका कहना है कि भारत, मेज़बान इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका ख़िताब की सबसे मज़बूत दावेदार टीमें हैं. वे मानते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी लय में हैं और टूर्नामेंट शुरू होने से हफ़्ता भर पहले पहुंचने से उन्हें अभ्यस्त होने का पूरा मौक़ा है. वे कहते हैं कि 28 और 30 मई को अभ्यास मैच (vs न्यूज़ीलैंड और vs बांग्लादेश से ओवल में) से भी टीम इंडिया की तस्वीर और साफ़ हो जाएगी.
पूर्व भारतीय स्पिनर ईरापल्ली प्रसन्ना के मुताबिक भारतीय गेंदबाज़ी की ताक़त की वजह से टीम इंडिया फिर से ख़िताब अपने नाम कर सकता है. 2002 और 2013 में चैंपियन बनी टीम इंडिया के पक्ष में प्रसन्ना दलील देते हैं, "मुझे लगता है भारत और ऑस्ट्रेलिया दो सबसे ज़्यादा संतुलित टीमें हैं. उन्हें फ़ाइनल में पहुंचना चाहिए. ख़ासकर भारत की आक्रामक क्षमता शानदार नज़र आती है. उनके पास छह स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ हैं." उन्होंने ये भी कहा कि 2013 की तरह ही इस बार भी आर अश्विन और आर जडेजा टीम इंडिया की जीत में अहम रोल अदा करेंगे. 77 साल के प्रसन्ना (49 टेस्ट, 189 विकेट) के मुताबिक 50 ओवर के खेल में स्पिनर्स द्वारा फेंके गए 20 ओवर बेहद अहम साबित हो सकते हैं.
इरफ़ान पठान जैसे दूसरे कई भारतीय दिग्गज टीम इंडिया पर दांव लगा रहे हैं. जबकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ अपनी टीम की दावेदारी सबसे मज़बूत बता रहे हैं. यहां तक कि बांग्लादेश के कप्तान मशरफ़े मुर्तज़ा अपनी टीम की दावेदारी बेहद मज़बूत मानते हैं. वैसे मिशन चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए इंग्लैंड जाने से पहले CEAT क्रिकेटर का ख़िताब जीत चुके आर अश्विन ने कहा कि नए टूर्नामेंट के लिए कुछ नई तैयारी करके आए हैं. वो कहते हैं कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ (4 जून को मैच) मैच से पहले वॉर्म अप मैचों में वो अपने नए हथियार को मांजने की कोशिश करेंगे. यानी अश्विन का 'नया' दांव चला तो विपक्षी टीम के लिए ख़तरे की घंटी बज सकती है.
इसी तरह पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर चामिंडा वॉस कहते हैं, "जो भी अच्छा खेल रहा है उसके जीतने की ज़्यादा उम्मीद होगी. मेरे हिसाब से इंग्लैंड का नाम सबसे ऊपर आता है और फिर न्यूज़ीलैंड का. इसके बाद उपमहाद्वीप से श्रीलंका, पाकिस्तान या भारत भी जीत के दावेदार हो सकते हैं." लेकिन पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने NDTV से ख़ास बातचीत में भारत को ख़िताब का सबसे मज़बूत दावेदार बताया. उनका कहना है कि भारत, मेज़बान इंग्लैंड और दक्षिण अफ़्रीका ख़िताब की सबसे मज़बूत दावेदार टीमें हैं. वे मानते हैं कि टीम इंडिया के खिलाड़ी लय में हैं और टूर्नामेंट शुरू होने से हफ़्ता भर पहले पहुंचने से उन्हें अभ्यस्त होने का पूरा मौक़ा है. वे कहते हैं कि 28 और 30 मई को अभ्यास मैच (vs न्यूज़ीलैंड और vs बांग्लादेश से ओवल में) से भी टीम इंडिया की तस्वीर और साफ़ हो जाएगी.
पूर्व भारतीय स्पिनर ईरापल्ली प्रसन्ना के मुताबिक भारतीय गेंदबाज़ी की ताक़त की वजह से टीम इंडिया फिर से ख़िताब अपने नाम कर सकता है. 2002 और 2013 में चैंपियन बनी टीम इंडिया के पक्ष में प्रसन्ना दलील देते हैं, "मुझे लगता है भारत और ऑस्ट्रेलिया दो सबसे ज़्यादा संतुलित टीमें हैं. उन्हें फ़ाइनल में पहुंचना चाहिए. ख़ासकर भारत की आक्रामक क्षमता शानदार नज़र आती है. उनके पास छह स्पेशलिस्ट गेंदबाज़ हैं." उन्होंने ये भी कहा कि 2013 की तरह ही इस बार भी आर अश्विन और आर जडेजा टीम इंडिया की जीत में अहम रोल अदा करेंगे. 77 साल के प्रसन्ना (49 टेस्ट, 189 विकेट) के मुताबिक 50 ओवर के खेल में स्पिनर्स द्वारा फेंके गए 20 ओवर बेहद अहम साबित हो सकते हैं.
इरफ़ान पठान जैसे दूसरे कई भारतीय दिग्गज टीम इंडिया पर दांव लगा रहे हैं. जबकि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ अपनी टीम की दावेदारी सबसे मज़बूत बता रहे हैं. यहां तक कि बांग्लादेश के कप्तान मशरफ़े मुर्तज़ा अपनी टीम की दावेदारी बेहद मज़बूत मानते हैं. वैसे मिशन चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए इंग्लैंड जाने से पहले CEAT क्रिकेटर का ख़िताब जीत चुके आर अश्विन ने कहा कि नए टूर्नामेंट के लिए कुछ नई तैयारी करके आए हैं. वो कहते हैं कि पाकिस्तान के ख़िलाफ़ (4 जून को मैच) मैच से पहले वॉर्म अप मैचों में वो अपने नए हथियार को मांजने की कोशिश करेंगे. यानी अश्विन का 'नया' दांव चला तो विपक्षी टीम के लिए ख़तरे की घंटी बज सकती है.
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