
पाकिस्तान और यूएई में होने वाले आईसीसी मेंस चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर राष्ट्रीय टीम के मुख्य चयनकर्ताओं ने रोहित शर्मा की अगुवाई में 15 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है. इस टीम में पांच स्पिनर है और तीन तेज गेंदबाज हैं. चयनकर्ताओं का यह फैसला दुबई की परिस्थितियों को लेकर लिया गया है. लेकिन दुबई की पिच को लेकर रिपोर्ट आई है, जिसके बाद सवाल उठने लगे हैं कि कहीं टीम इंडिया का यह दांव उल्टा ना पड़ जाए.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, भारत को दुबई में अपने चैंपियंस ट्रॉफी लीग मैच धीमे और सीजन के अंत में खराब ट्रैक पर नहीं खेलने पड़ेंगे. टीम के लिए अपेक्षाकृत ताजा स्थिति में 22-यार्ड की दो स्ट्रिप्स रखी गई हैं. भारत अपने सभी तीन लीग मैच दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम (डीआईसीएस) में 20 फरवरी को बांग्लादेश, 23 फरवरी को पाकिस्तान और 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलेगा.
पिछले साल महिला टी20 विश्व कप के बाद से दुबई स्टेडियम में काफी क्रिकेट खेला गया है, जिसमें पुरुषों का अंडर-19 एशिया कप और आईएल टी20 लीग का आयोजन हुआ है. ILT20 के दौरान, दुबई ने 15 मैचों की मेजबानी की है, जिनमें दो नॉक-आउट मुकाबले शामिल थे. रिपोर्ट की मानें तो लीग चरण में हुए 13 मैचों के दौरान, दो पिचों को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए इस्तेमाल करने के लिए पूरी तरह से छोर दिया गया था.
मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने पीटीआई को बताया,"दुबई में 10 मैच स्ट्रिप हैं. लीग चरण के दौरान, विशेष निर्देश थे कि उन दोनों का अब उपयोग नहीं किया जाएगा और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए उन्हें ताजा रखने की जरूरत है."
"हालांकि, यह जानकारी नहीं है कि दोनों में से किसी का उपयोग प्ले-ऑफ के लिए किया गया था या नहीं. विचार यह सुनिश्चित करना है कि अधिक उपयोग के बाद यह कम और धीमा न हो जाए और मैच में देरी न हो जाए. ताजा पिचें बल्लेबाजों और गेंदबाजों को समान रूप से मदद करेंगी." परंपरागत रूप से, दुबई की पिच पर तेज गेंदबाजों ने काफी विकेट लिए हैं, लेकिन इस बार तेज गति से गेंदबाजी करने वाले स्पिनर अहम भूमिका निभा सकते हैं.
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