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Local For Vocal: भारत में लॉन्‍च हुआ दुनिया का पहला 'स्क्रीन प्रोटेक्टर' टेम्पर्ड ग्लास

भारत में हर साल करीब 400 करोड़ टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर की मांग होती है. इसकी साल 2025 में खुदरा कीमत करीब 20,000 करोड़  रुपये आंकी गई है.

Local For Vocal: भारत में लॉन्‍च हुआ दुनिया का पहला 'स्क्रीन प्रोटेक्टर' टेम्पर्ड ग्लास
  • पीएम के आत्मनिर्भर भारत विजन के तहत बीआईएस-सर्टिफाइड टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर को किया गया लॉन्च.
  • भारतीय मानक ब्यूरो ने पहली बार टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर के लिए विशेष गुणवत्ता मानक लागू किए हैं
  • भारत में सालाना करीब चार सौ करोड़ टेम्पर्ड ग्लास की मांग होती है, जिसे सस्ते आयात से पूरा किया जाता है.
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नई दिल्‍ली:

सांसद और कन्‍फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्‍ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने बुधवार को मोबाइल फोन के लिए हाई क्‍वालिटी वाला, बीआईएस-सर्टिफाइड टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर लॉन्च किया है. यह लॉन्‍च प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत के विजन के तहत ही हुआ है.  इसे ऑप्टिमस इंफ्राकॉम लिमिटेड ने कॉर्निंग इंकॉर्पोरेटेड, यूएसए के सहयोग से विकसित किया है. ये खास ग्लास टेक्‍नोलॉजी में दुनिया की अग्रणी कंपनी है. 

हाई क्‍वालिटी वाले स्‍टैंडर्ड 

दुनिया में पहली बार, भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने 'रासायनिक तौर पर टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर' के लिए खास क्‍वालिटी वाले स्‍टैंडर्ड लागू किए गए हैं. इससे एकरूपता, टिकाऊपन और उपभोक्ता सुरक्षा सुनिश्चित होगी. यह स्क्रीन प्रोटेक्टर इन कठोर मानकों पर खरा उतरता है और इसमें हर पीस पर ‘फॉग मार्किंग' निर्माता ब्रांडिंग दी गई है. इससे ग्राहक आसानी से असली उत्पाद की पहचान कर सकें और नकली से बच सकें. 

इसकी लॉन्चिंग करते हुए खंडेलवाल ने कहा, 'यह सिर्फ एक उत्पाद का शुभारंभ नहीं, बल्कि भारत के लिए गर्व का क्षण है. टेम्पर्ड ग्लास के लिए दुनिया का पहला बीआईएस मानक लागू कर, हम गुणवत्ता आश्वासन में वैश्विक मिसाल कायम कर रहे हैं और भारतीय विनिर्माण को सशक्त बना रहे हैं। यह भारतीय नवाचार और वैश्विक तकनीक का आदर्श संगम है.' 

भारत में होती कितनी खपत 

भारत, जो दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मार्टफोन बाजार है, में हर साल करीब 400 करोड़ टेम्पर्ड ग्लास स्क्रीन प्रोटेक्टर की मांग होती है. इसकी साल 2025 में खुदरा कीमत करीब 20,000 करोड़  रुपये आंकी गई है. वर्तमान में इस मांग का 90 प्रतिशत से ज्‍यादा हिस्‍सा सस्ते आयात से पूरा होता है. इससे गुणवत्ता में असंगतता और बाज़ार में अव्यवस्था बनी रहती है. 

राइनोटेक—जो ऑप्टिमस का भारतीय ब्रांड है—ने कॉर्निंग की उन्नत तकनीक के साथ इस क्षेत्र में बदलाव की अगुवाई की है. अब यह तकनीक भारत में निर्मित होगी और घरेलू एवं अंतरराष्‍ट्रीय दोनों बाजारों के लिए उपलब्ध होगी. यह कदम भारतीय विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करेगा, रोजगार सृजित करेगा और उच्च-गुणवत्ता वाले, वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी उत्पादों को बढ़ावा देगा. 

इस पहल के साथ, भारत न केवल अपने विशाल घरेलू बाज़ार की ज़रूरतें पूरी करेगा बल्कि प्रीमियम मोबाइल स्क्रीन प्रोटेक्शन सॉल्यूशंस का वैश्विक केंद्र बनने की दिशा में भी अग्रसर होगा.  स्ट्रीट प्रोटेक्टर अंतरराष्ट्रीय स्तर की इंजीनियरिंग और स्थानीय विनिर्माण क्षमता का बेहतरीन मेल है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विजन से पूरी तरह मेल खाता है. 

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