India-Pakistan Champions Trophy Drama: भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी (Champions Trophy) खेलने के लिए पाकिस्तान (Pakistan) नहीं जाएगी. जिससे पाकिस्तानी बोर्ड में हड़कंप मचा हुआ है. अटकलें लगाई जा रही हैं कि भारत के पाकिस्तान आने से इनकार करने के बाद पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान से बाहर आयोजित किया जा सकता है. साउथ अफ्रीका में टूर्नामेंट को कराया जा सकता है. वहीं, ये बात सामने आने के बाद से पीसीबी ने आईसीसी को बताया है कि देश में सुरक्षा कोई मुद्दा नहीं है और उसने हाल ही में इंग्लैंड और न्यूजीलैंड की सफलतापूर्वक मेजबानी की है और चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी यही वादा किया है. वह पिछले साल एशिया कप की तरह इस प्रतियोगिता को ‘हाइब्रिड मॉडल' में नहीं कराने के अपने रुख पर अड़ा रहा जिसमें भारत के मैच श्रीलंका में आयोजित किए गए थे.
वहीं, पाकिस्तान ने कड़ा रूख भी अपनाया है और यह बात सामने आ रही है कि अगर चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी छीनती है तो फिर पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी से खुद को अलग भी कर सकती है. (Pakistan may withdraw from Champions Trophy) ऐसे में अब सवाल उठता है कि यदि पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी से खुद को अलग किया तो आईसीसी आगे क्या कर सकता है.
अगर पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी से हटा तो क्या होगा
ये बात सामने आ रही है कि अगर पाकिस्तान ने खुद को चैंपियंस ट्रॉफी से अलग करता है तो आईसीसी बड़ा फैसला कर सकती है. आईसीसी टीम पाकिस्तान को बैन भी कर सकती है. ICC फिर पाकिस्तान के बदले किसी और टीम को चैंपियंस ट्रॉफी में शामिल करने का फैसला कर सकती है. इसके अलावा पाकिस्तान की आलोचना भी हो सकती है. वैसे, आईसीसी पाकिस्तान और भारत के दल से बात करते आखिर कर बीच का रास्ता निकालने की भरसक कोशिश करेगा. हालांकि आईसीसी ने इस बारे में कोई ऑफिशियली कोई बात नहीं की है.
चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर बासित अली का बड़ा बयान
वहीं, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने कहा है कि "अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो मेजबान टीम को मैच के अंक मिलने चाहिए, लेकिन हाइब्रिड मॉडल नहीं अपनाया जाना चाहिए."
बासित अली का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने साफ कह दिया है कि वे पाकिस्तान नहीं जाएंगे और मेजबान टीम हाइब्रिड मॉडल अपनाने को तैयार नहीं है.
हिम्मत है तो पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाकर देखो
पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर ने आगे कहा, "पाकिस्तान को अपने सभी मैच पाकिस्तान में खेलने चाहिए. यह बहुत आसान है. अगर चैंपियंस ट्रॉफी उनसे छीनकर किसी और देश में आयोजित की जाती है तो पाकिस्तान को इसमें हिस्सा नहीं लेना चाहिए. लोग कह रहे हैं कि अगर वे हिस्सा नहीं लेंगे तो आईसीसी पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगा देगा. हिम्मत है तो पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाकर देखो. सबकी नींद उड़ जाएगी ."
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