भारत बनाम पाकिस्तान के बीच खेले जाने वाले चैंपियंस ट्रॉफी मैच के फाइनल में भारतीय क्रिकेट फैंस को युवराज सिंह से काफी उम्मीदें हैं.
खास बातें
- राहुल द्रविड़ ने युवराज सिंह की तारीफ की
- कहा, वनडे के बेस्ट क्रिकेटरों में से एक हैं
- द्रविड़ बोले, ऑल टाइम बेस्ट क्रिकेटरों में होगा युवी का नाम
नई दिल्ली: दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमी चैंपिंयस ट्रॉफी (Champions trophy 2017) के फाइनल में भारत और पाकिस्तान के मैच का इंतजार कर रहे हैं. लोग उम्मीद कर रहे हैं कि उन्हें बेहद रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा. ऐसे में भारत और पाकिस्तान के हरके क्रिकेटर की क्षमता पर पूर्व क्रिकेटर अपनी बातें रख रहे हैं. इसी कड़ी में भारतीय टीम के अनुभवी खिलाड़ी युवराज सिंह को लेकर भी काफी बातें हो रही हैं. युवराज ने वनडे क्रिकेट में 300 मैच पूरे किए हैं, साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी के पहले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने शानदार बैटिंग की थी. ऐसे में India vs Pakistan मैच में युवराज सिंह के प्रदर्शन को लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं. इस मुकाबले से पहले भारत के पूर्व कप्तान और महान क्रिकेटर राहुल द्रविड़ ने युवराज सिंह की जमकर तारीफ की है.
द्रविड़ ने युवराज को वनडे करियर के 300 मैच पूरे करने पर बधाई दी है. उनका मानना है कि युवराज ने पिछले 17 साल से निरंतर जिस प्रकार का प्रदर्शन किया है उससे अगर कोई भी भारतीय टीम का 'ऑलटाइम वनडे इलेवन' बनता है तो युवराज जरूर उसका हिस्सा होंगे.
क्रिकइन्फो के मुताबिक राहुल द्रविड़ ने कहा , 'युवराज 17 साल से जैसा प्रदर्शन करते आ रहे हैं वह एक सुपरस्टार का दर्जा पा चुके हैं. उनके बिना भारतीय 'ऑलटाइम वनडे इलेवन' की कल्पना नहीं की जा सकती और जो सभी के भारतीय 'ऑलटाइम वनडे इलेवन' बनाया जायेगा वह जरूर उसका हिस्सा होंगे.
द्रविड़ ने कहा, 'अगर मैं थोड़ा पहले सन 2000 की तरफ जाऊं तो मुझे उनकी वह पारी याद आती है जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली थी. एक 19 साल के खिलाड़ी के लिए ग्लेन मैक्ग्रा, ब्रेट ली और जेसन गिलेस्पी के खिलाफ वैसी पारी खेलना काफी प्रभावित करने वाला था.'
द्रविड़ का मानना है कि युवी ने अपने करियर में काफी उतार -चढ़ाव देखे हैं चाहे वो शारीरिक हो या खराब फॉर्म की वजह से, वह कैंसर से भी पीड़ित थे पर उन्होंने आगे बढ़ना नहीं छोड़ा. कुल मिलाकर युवराज शानदार खिलाड़ी हैं और भारत जब भी बड़ी प्रतियोगिताओं में जीता है, उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है.
मालूम हो कि युवराज सिंह ने साल 2000 में केन्या के खिलाफ अपना पहला वनडे मैच खेला था, अगले ही मैच में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी. युवराज महज 19 साल की उम्र से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेल रहे हैं.