रांची:
महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने धोनी के गृहनगर रांची के जेएससीए मैदान पर रविवार को खेले गए चैम्पियंस लीग-2013 के ग्रुप-बी के अपने पहले मुकाबले मे दक्षिण अफ्रीका की टाइटंस टीम को चार विकेट से हरा दिया।
टाइटंस ने कप्तान हेनरी डेविड्स (52) और अब्राहम डिविलियर्स (77) की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर सुपर किंग्स के सामने 186 रनों का मुश्किल सा दिखने वाला लक्ष्य रखा लेकिन ट्वेंटी-20 के फन के माहिर सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने 18.5 ओवरों में छह विकेट खोकर जीत हासिल कर ली।
सुपर किंग्स की ओर से माइकल हसी और सुरेश रैना ने 47-47 रनों की तेज पारियां खेलीं और तीन बार आईपीएल खिताब जीत चुकी अपनी टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए जीत की दहलीज तक लेकर गए।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
टाइटंस ने कप्तान हेनरी डेविड्स (52) और अब्राहम डिविलियर्स (77) की जोरदार बल्लेबाजी के दम पर सुपर किंग्स के सामने 186 रनों का मुश्किल सा दिखने वाला लक्ष्य रखा लेकिन ट्वेंटी-20 के फन के माहिर सुपर किंग्स के बल्लेबाजों ने 18.5 ओवरों में छह विकेट खोकर जीत हासिल कर ली।
सुपर किंग्स की ओर से माइकल हसी और सुरेश रैना ने 47-47 रनों की तेज पारियां खेलीं और तीन बार आईपीएल खिताब जीत चुकी अपनी टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए जीत की दहलीज तक लेकर गए।
हसी ने 26 गेंदों पर सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि मुरली विजय (0) के सस्ते में विदा होने के बाद विकेट पर आए रैना ने 28 गेंदों की तूफानी पारी में पांच चौके और दो छक्के जड़े। हसी और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 12.13 के रन रेट से 89 रन जोड़े।
रैना का विकेट 95 के कुल योग पर गिरा जबकि हसी 114 रनों के योग पर आउट हुए। इसके बाद ड्वेन ब्रावो (38) और एस. बद्रीनाथ (नाबाद 20, 20 गेंद, 2 चौके) ने अपनी टीम को जीत तक ले जाने का काम किया। इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रन जोड़े। ब्रावो की 26 गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के शामिल हैं।
ब्रावो का विकेट 172 रनों के कुल योग पर गिरा। कप्तान धोनी (7) कुछ खास नहीं कर सके। रवींद्र जडेजा (0) को तो रोवान रिचर्ड्स (3 विकेट) ने खाता भी नहीं खोलने दिया लेकिन एल्बी मोर्कल (नाबाद 4) ने 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर चौका लगाकर बद्रीनाथ के साथ मिलकर रही-सही कसर पूरी करते हुए अपनी टीम को टूर्नामेंट की पहली जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी टाइटंस ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 185 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका की राष्ट्रीय एकदिवसीय टीम के कप्तान डिविलियर्स ने अपनी 36 गेंदों की तेज पारी में तीन चौके और सात छक्के लगाए जबकि डेविड्स ने 43 गेंदों पर चार चौके और दो छक्के जड़े।
डेविड्स और जैक्स रुडॉल्फ (21) ने टाइटंस को शानदार शुरुआत दिलाते हुए पहले विकेट के लिए 42 गेंदों पर 46 रन जोड़े। रुडॉल्फ ने 17 गेंदों पर चार चौके लगाए। उन्हें सुपर किंग्स के चपल फील्डरों ने रन आउट किया।
रुडॉल्फ के आउट होने के बाद कप्तान और डिविलियर्स ने दूसरे विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की। यह साझेदारी पारी का रुख बदलने वाली साबित हुई क्योंकि इन दोनों ने मात्र 37 गेंदों पर यह साझेदारी निभाई।
डेविड्स का विकेट 122 रनों के कुय योग पर गिरा लेकिन डिविलियर्स ने इसके बाद भी एफ. बेहरादीन (21) के साथ तीसरे विकेट के लिए 24 गेंदों पर 32 रनों की साझेदारी की। बेहरादीन ने 14 गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाया।
डेविड वेस (0) को ड्वेन ब्रावो ने खाता नहीं खोलने दिया। इसके बाद डिविलियर्स का प्रहार जारी रहा और उन्होंने रवींद्र जडेजा द्वारा फेंके गए 19वें ओवर में 17 रन बटोरे लेकिन जडेजा ने उन्हें 179 के कुल योग पर ब्रावो के हाथों कैच करा दिया।
रुएलोफ वान डेर मर्वे एक रन पर नाबाद लौटे जबकि मांगालिसो मोसेहले ने नाबाद चार रन बनाए। सुपर किंग्स की ओर से ब्रावो ने दो, जडेजा और अश्विन ने एक-एक सफलता हासिल की।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं