
- वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने हाल ही में टेस्ट इतिहास का दूसरा सबसे कम स्कोर बनाया था, जिससे टीम की आलोचना हुई.
- वेस्टइंडीज क्रिकेट का पतन मुख्यतः 1980 से 2000 के बाद हुआ, जब प्रमुख दिग्गज खिलाड़ी टीम से बाहर हो गए.
- ब्रायन लारा ने वेस्टइंडीज क्रिकेट के सुधार के लिए व्यापक और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता बताई है.
Brian Lara on West Indies cricket crisis: वेस्टइंडीज हाल ही में टेस्ट इतिहास के दूसरे सबसे न्यूनतम स्कोर पर लुढ़क गया था जिसके बाद वेस्टइंडीज क्रिकेट की खूब आलोचना हुई थी. एक समय 1980 और 2000 के दशक के दौरान वेस्टइंडीज क्रिकेट पर राज किया करता था. विव रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड, माइकल होल्डिंग और ब्रायन लारा जैसे दिग्गजों के कारण वेस्टइंडीज क्रिकेट का वर्चस्व कायम था, लेकिन इन खिलाड़ियों के जाने के बाद वेस्टइंडीज क्रिकेट का पतन शुरू हो गया और आज यह क्रिकेट टीम सबसे कमजोर टीम में से एक मानी जाने लगी है. वहीं, अब पूर्व दिग्गज ब्रायन लारा ने वेस्टइंडीज क्रिकेट के पतन को कैसे रोका जाए, इसको लेकर प्रयास करना शुरू कर दिया है.
गेल, ब्रावो और पोलार्ड को शामिल करें
लारा ने इंस्टाग्राम पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा उन्होंने लिखा, "अब वेस्टइंडीज़ के लिए ज़्यादा "व्यापक और समावेशी दृष्टिकोण" अपनाने का समय आ गया है, साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि समस्याएं सिर्फ़ मैदान पर रणनीति और तकनीक तक ही सीमित नहीं हैं. पूर्व वेस्टइंडीज दिग्गज ने आगे कहा, "हमें यह समझना होगा कि वेस्टइंडीज़ क्रिकेट के सामने आने वाली चुनौतियां मैदान पर असंगत प्रदर्शन से कहीं आगे तक फैली हुई हैं. ये चुनौतियां पिछले दो दशकों में हुए सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक और संरचनात्मक बदलावों में गहराई से निहित हैं. अगर हम सचमुच इस गिरावट को उलटने के लिए प्रतिबद्ध हैं, तो हमें व्यापक अनुभव और समकालीन अंतर्दृष्टि का लाभ उठाने के लिए तैयार रहना होगा."
लारा ने लिखा कि "आधुनिक समय के दिग्गज क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड युवा पीढ़ी की बेहतर समझ लेकर आते हैं और यह तिकड़ी संवाद को बेहतर बना सकती है. उन्होंने आगे लिखा, "खासकर, मेरा मानना है कि क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो और कीरोन पोलार्ड जैसे पूर्व खिलाड़ियों के पास एक अनोखा और समयोचित दृष्टिकोण है जो अमूल्य साबित हो सकता है. ये खिलाड़ी न केवल उच्चतम स्तर पर खेले हैं, बल्कि उन्होंने ऐसा उस दौर में किया है जो आधुनिक एथलीट की मानसिकता, महत्वाकांक्षाओं और प्रेरणाओं को दर्शाता है. आज के खिलाड़ियों के साथ उनकी निकटता..पीढ़ीगत सामंजस्य और साझा ड्रेसिंग रूम के संदर्भ में, उन्हें इस बात की एक प्रामाणिक समझ देती है कि आधुनिक वेस्टइंडीज के क्रिकेटर को क्या प्रेरित करता है, क्या विचलित करता है या क्या भ्रमित करता है. अब हमें काम करने का समय है, लेकिन हमें मिलकर काम करना होगा."
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