फतुल्लाह में भज्जी-अश्विन दिखाएंगे कमाल!

फाइल फोटो

नई दिल्ली:

करीब दो साल के बाद टीम इंडिया टेस्ट मैचों में फिरकी के दो जादूगरों को एक साथ मैदान पर उतार सकती है। हरभजन सिंह और आर अश्विन दो ऑफ स्पिन गेंदबाज़ों को फतुल्लाह टेस्ट के प्लेइंग 11 में जगह मिलना तय दिख रहा है।  

ये दौनों वैसे तो हमेशा ही एक जगह के लिए एक-दूसरे को चुनौती देते आए हैं, लेकिन इस बार दोनों को मिलकर जीत की कहानी लिखनी होगी।

दोनों के एक साथ प्लेइंग 11 में होने के दो मज़बूत कारण नज़र आते हैं। फतुल्लाह के स्टेडियम की पिच स्पिनर्स को रास आती है।

यहां पर 2005 में हुए एकलौते टेस्ट में 37 में से 24 विकेट स्पिनर्स ने ही निकाले थे।

दूसरा बांग्लादेश की टीम में बाएं के बल्लेबाज़ ज्यादा हैं, जिससे ऑफ़ स्पिनर का रोल अहम हो जाता है।

भज्जी और अश्विन की जोड़ी बहुत ज्यादा तो एक साथ नहीं खेली है, लेकिन टीम इंडिया के लिए ये जोड़ी उपमहाद्वीप की पिचों पर घातक साबित हो सकती है।

दोनों ने तीन टेस्ट मैच एक साथ खेले हैं, जिसमें से दो में भारत को जीत मिली। नवंबर 2012 में मुंबई टेस्ट में दोनों ने मिलकर 4 विकेट झटके थे, दो-दो दोनों के नाम रहे थे।
 
फरवरी 2013 में चेन्नई टेस्ट में मिलकर दोनों ने 15 विकेट निकाले, जिसमें से 12 विकेट अश्विन के थे। मार्च 2013 में हैदराबाद टेस्ट में 8 विकेट इस जोड़ी ने झटके, जिसमें से छह विकेट अश्विन के नाम रहे थे।

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इन दोनों के साथ खेलने से टीम मैनैजमेंट को भरोसा है कि दोनों का खेल निखरेगा और टीम को फायदा होगा।  भज्जी को जहां अपने अतीत की परछाई से निकलकर बेखौफ़ गेंदबाज़ी करनी पड़ेगी। वहीं विदेश में फ्लॉप रहने वाले अश्विन को साबित करना है कि वह बड़े फ़ॉर्मेट में भी उतने ही घातक और आक्रामक हैं। इन दोनों के बूते टीम इंडिया को करीब डेढ़ साल के बाद कोई टेस्ट सीरीज़ जीतने का भरोसा है।