फाइल फोटो
नई दिल्ली:
एशेज सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे है। 5 टेस्ट मैचों की इस सीरीज में इंग्लैंड के पास गुरुवार से शुरू हो रहा चौथा टेस्ट जीतकर सीरीज अपने नाम करने का सुनहरा मौका है। यह टेस्ट नॉटिंघम में खेला जाएगा। इंग्लैंड अपनी जमीन पर एशेज दोबारा जीतने से सिर्फ एक कदम दूर है।
लेकिन इंग्लैंड के लिए यह इतना आसान भी नहीं रहने वाला है, क्योंकि इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज जेम्स एंडरसन चोट के चलते चौथे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। पिछले 3 साल में यह पहला मौका है जब एंडरसन टेस्ट टीम में नहीं होंगे।
इसके साथ ही इंग्लैंड को लगातार दो टेस्ट मैच नहीं जीत पाने की अपनी आदत से भी छुटकारा पाना होगा। इंग्लिश टीम ने आखिरी बार अगस्त 2014 में भारत के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच जीते थे।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का कहना है, "हमें एक हार और एक जीत के सिलसिले को तोड़ने की जरूरत है। एक ओपनिंग गेंदबाज के तौर पर मैं पहला अच्छा ओवर डालने के बारे में सोच रहा हूं, न कि अपने 300 विकेट पूरे करने के बारे में।"
जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात है, तो वर्ल्ड चैंपियंस के खेमें में बहुत खलबली है। पिछले टेस्ट में हार का मुंह देखने के बाद ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11 में कुछ बदलाव संभव हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में एडम वोजिस की जगह शॉर्न मार्श और मिचेल स्टार्क की जगह पीटर सिडल को जगह मिल सकती है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने कहा है, "अगर हमें यह सीरीज जीतनी है, तो यह टेस्ट मैच जीतना ही होगा, उम्मीद करता हूं कि हम सब पिछले टेस्ट मैच की गलतियों से सीख लेंगे।"
कप्तान माइकल क्लार्क पर बहुत ज्यादा दबाव है और जानकार यहां तक कह रहे हैं कि अगर ऑस्ट्रेलिया सीरीज हार गया, तो क्लार्क को टेस्ट क्रिकेट भी छोड़ना होगा।
हालांकि क्लार्क ने सिडनी डेली टेलीग्राफ़ में अपने कॉलम में लिखा है, "लोग मेरे प्रदर्शन के आधार पर मेरी आलोचना कर सकते हैं, मगर मेरी क्रिकेट खेलने की इच्छा और भूख पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। मैं टेस्ट क्रिकेट अभी नहीं छोडूंगा।"
साल 2001 से इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया की टीम एशेज में नहीं जीत पाई है। ये आंकड़े बरकरार रहेंगे या फिर कंगारू पलटवार करेंगे इसका जवाब अगले कुछ दिनों में मिल जाएगा।
लेकिन इंग्लैंड के लिए यह इतना आसान भी नहीं रहने वाला है, क्योंकि इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज जेम्स एंडरसन चोट के चलते चौथे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। पिछले 3 साल में यह पहला मौका है जब एंडरसन टेस्ट टीम में नहीं होंगे।
इसके साथ ही इंग्लैंड को लगातार दो टेस्ट मैच नहीं जीत पाने की अपनी आदत से भी छुटकारा पाना होगा। इंग्लिश टीम ने आखिरी बार अगस्त 2014 में भारत के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैच जीते थे।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड का कहना है, "हमें एक हार और एक जीत के सिलसिले को तोड़ने की जरूरत है। एक ओपनिंग गेंदबाज के तौर पर मैं पहला अच्छा ओवर डालने के बारे में सोच रहा हूं, न कि अपने 300 विकेट पूरे करने के बारे में।"
जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात है, तो वर्ल्ड चैंपियंस के खेमें में बहुत खलबली है। पिछले टेस्ट में हार का मुंह देखने के बाद ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग 11 में कुछ बदलाव संभव हैं।
ऑस्ट्रेलियाई टीम में एडम वोजिस की जगह शॉर्न मार्श और मिचेल स्टार्क की जगह पीटर सिडल को जगह मिल सकती है।
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन ने कहा है, "अगर हमें यह सीरीज जीतनी है, तो यह टेस्ट मैच जीतना ही होगा, उम्मीद करता हूं कि हम सब पिछले टेस्ट मैच की गलतियों से सीख लेंगे।"
कप्तान माइकल क्लार्क पर बहुत ज्यादा दबाव है और जानकार यहां तक कह रहे हैं कि अगर ऑस्ट्रेलिया सीरीज हार गया, तो क्लार्क को टेस्ट क्रिकेट भी छोड़ना होगा।
हालांकि क्लार्क ने सिडनी डेली टेलीग्राफ़ में अपने कॉलम में लिखा है, "लोग मेरे प्रदर्शन के आधार पर मेरी आलोचना कर सकते हैं, मगर मेरी क्रिकेट खेलने की इच्छा और भूख पर सवाल नहीं उठाया जा सकता। मैं टेस्ट क्रिकेट अभी नहीं छोडूंगा।"
साल 2001 से इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया की टीम एशेज में नहीं जीत पाई है। ये आंकड़े बरकरार रहेंगे या फिर कंगारू पलटवार करेंगे इसका जवाब अगले कुछ दिनों में मिल जाएगा।
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