मिस्‍बाह ने संन्‍यास की उम्र में जड़ा शतक, उम्र के साथ होते जा रहे हैं बेहतर

मिस्‍बाह ने संन्‍यास की उम्र में जड़ा शतक, उम्र के साथ होते जा रहे हैं बेहतर

चावल पुराना होने के साथ-साथ अपनी खुशबू बिखेरता है...। यह जुमला पाकिस्‍तान की टेस्‍ट टीम के कप्‍तान मिस्‍बाह उल हक पर पूरी तरह खरा उतर रहा है। दुबई में गुरुवार को इंग्‍लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्‍ट में उम्रदराज मिस्‍बाह ने शतक जमाते हुए पाकिस्‍तानी टीम को अच्‍छी स्थिति में पहुंचा दिया। पाकिस्‍तानी कप्‍तान ने 41 वर्ष 150 दिन की उम्र में यह शतक जमाया है।

जहां तक सबसे अधिक उम्र में टेस्‍ट जमाने की बात है तो यह रिकॉर्ड इंग्‍लैंड के जैक हॉब्‍स के नाम पर है, जिन्‍होंने मार्च 1929 में ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ 142 रन की पारी खेली थी। बहरहाल, तब से क्रिकेट बदलाव के नए पड़ाव तय करते हुए इतना प्रतिस्‍पर्धात्‍मक हो गया है कि उम्रदराज क्रिकेटर इसमें हाशिये पर आते जा रहे हैं।

क्रिकेट में यह धारणा आम है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ खिलाडि़यों के रिफ़लेक्‍सेस स्‍लो होते जाते हैं और उनके बल्‍ले से रन नहीं निकलते। अब 40 की उम्र पार करने के बाद या इससे कुछ पहले ही, ज्‍यादातर खिलाड़ी संन्‍यास ले लेते हैं, लेकिन मिस्‍बाह इसके अपवाद हैं। उम्र का उनकी बल्‍लेबाजी पर कोई असर नहीं पड़ा है बल्कि पुराने पड़ने के साथ उनके बल्‍ले से रनों का प्रवाह तेज ही हुआ है।

28 की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रवेश
मिस्‍बाह का इंटरनेशनल क्रिकेट में प्रवेश ही 25 की उम्र के बाद हुआ। 27 वर्ष की उम्र में उन्‍होंने करियर का पहला टेस्‍ट खेला, जबकि 28 की उम्र में पहला वन-डे। उम्र बढ़ने के साथ-साथ उनके बल्‍ले की धार और तेज होती गई। इसी वर्ष मार्च में उन्‍होंने वनडे क्रिकेट को अलविदा भले ही कह दिया है, लेकिन इस समय तक भी वे जोरदार फॉर्म में चल रहे थे। वर्ल्‍डकप-2015 में टीम इंडिया के खिलाफ अहम मुकाबले में तो उन्‍होंने अपनी टीम की ओर से सर्वाधिक 76 रनों की पारी भी खेली थी। वर्ष 2015 में ही उन्‍होंने 9 वनडे मैचों में 50 रन  के आसपास के औसत से 453 रन बनाए थे।

30 पार करते-करते बढ़ता गया रन औसत
टेस्‍ट मैचों की बात करें तो 30 की उम्र बढ़ने के साथ ही उनका रन औसत बढ़ता गया। वर्ष 2007 में 33की उम्र में उन्‍होंने टेस्‍ट क्रिकेट में 78.73 के औसत से 551 रन बना डाले। वर्ष  2009 में कुछ नाकामी झेलने के बाद उन्‍होंने 2010 में 57.75 के औसत से 231, 2011 में 69.54 के औसत से 765, 2012 में 41.57 के औसत से 291, 2013 में 54.23 के औसत से 705 और 2014 में 57.46 के औसत से 747 रन बना डाले। इसके साथ ही हमें इस बात को भी ध्‍यान में रखना होगा कि सुरक्षा कारणों के चलते विदेशी टीमें पाकिस्‍तान का दौरा करने से कतराती रहीं, जिस कारण मिस्‍बाह को इंटरनेशन मैच खेलने के कम अवसर मिले, नहीं तो उनका रिकॉर्ड और प्रभावशाली होता।

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करियर के सभी शतक 30 के बाद
मिस्‍बाह ने अपने टेस्‍ट करियर में 9 शतक जमाए हैं, ये सभी उन्‍होंने 30 के बाद बनाए हैं। वर्ष 2007 में उनके बल्‍ले से दो, 2011  में एक, 2013 में दो, 2014 में तीन और 2015 में एक शतक निकला। करियर का सर्वाधिक स्‍कोर नाबाद 161 रन उन्‍होंने 2007 में बनाया।