प्रतीकात्मक फोटो.
सांगली:
महाराष्ट्र के सांगली जिले में सरकारी अस्पताल में घोर लापरवाही का नमूना सामने आया. अस्पताल ने वहां इलाज करा रहे एक व्यक्ति को न सिर्फ मृत बता दिया बल्कि उसके परिजनों को किसी और व्यक्ति का शव भी सौंप दिया. दूसरी तरफ बीमार व्यक्ति अस्पताल में स्वास्थ्य लाभ ले रहा है.
सांगली जिले के एक सरकारी अस्पताल ने एक जीवित व्यक्ति को मृत बताकर उसकी जगह किसी मृत व्यक्त का शव उसके परिवार को सौंप दिया.
बताया जाता है कि पचास वर्षीय अवनीश दादासाहेब बगवाडे को यकृत की तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके परिवार वाले जब शव लेकर अपने घर जा रहे थे तब उन्हें महसूस हुआ कि शव किसी और व्यक्ति का है. सांगली के सरकारी अस्पताल के अधिकारियों से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि बगवाडे जिंदा हैं और उन पर अस्पताल में इलाज का सकारात्मक असर हो रहा है.
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि गड़बड़ी के कारणों की जांच की जाएगी. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुबोध उगाणे ने कहा, ‘‘हम अगले 48 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंप देंगे और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’
अधिकारी ने कहा कि अब तक शव लेने कोई नहीं आया है.
(इनपुट भाषा से)
सांगली जिले के एक सरकारी अस्पताल ने एक जीवित व्यक्ति को मृत बताकर उसकी जगह किसी मृत व्यक्त का शव उसके परिवार को सौंप दिया.
बताया जाता है कि पचास वर्षीय अवनीश दादासाहेब बगवाडे को यकृत की तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके परिवार वाले जब शव लेकर अपने घर जा रहे थे तब उन्हें महसूस हुआ कि शव किसी और व्यक्ति का है. सांगली के सरकारी अस्पताल के अधिकारियों से पूछताछ करने पर खुलासा हुआ कि बगवाडे जिंदा हैं और उन पर अस्पताल में इलाज का सकारात्मक असर हो रहा है.
अस्पताल के एक अधिकारी ने कहा कि गड़बड़ी के कारणों की जांच की जाएगी. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ सुबोध उगाणे ने कहा, ‘‘हम अगले 48 घंटे में जांच रिपोर्ट सौंप देंगे और घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.’’
अधिकारी ने कहा कि अब तक शव लेने कोई नहीं आया है.
(इनपुट भाषा से)
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