केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) देश की अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए गति शक्ति मिशन चला रही है. पीएम गति शक्ति (PM Gati Shakti) मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी 100 लाख करोड़ रुपये का नेशनल मास्टर प्लान है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 75वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर 15 अगस्त 2021 को पीएम गति शक्ति योजना (PM Gati Shakti Yojana)की घोषणा की थी. इसका उद्देश्य देश की बुनियादी ढांचे यानी इंफ्रास्टक्चर को मजबूत करना और लॉजिस्टिक्स को बेहतर बनाना है.इस योजना के तहत केंद्र सरकार के 16 मंत्रालयों के बीच तालमेल स्थापित कर देश में चल रहे सड़क, रेल, तेल और गैस जैसे मंत्रालयों के प्रोजेक्ट्स को एक डिजिटल प्लेटफॉर्म पर लाना है. इससे काम में तेज़ी आएगी और लागत कम होगी.
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने लॉजिस्टिक्स पर आने वाले खर्च को कम करने, कार्गो हैंडलिंग कैपेसिटी को बढ़ाने और एक जगह से दूसरी जगह सामान भेजने में लगने वाले समय को कम करने के मकसद से पीएम गति शक्ति योजना (PM Gati Shakti Yojana) की शुरुआत की थी.इससे देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के साथ-साथ देश में लाखों युवाओं को रोजगार मिलने की उम्मीद है.
पीएम मोदी ने गति शक्ति मिशन को लेकर कही ये बात
NDTV को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भी पीएम मोदी ने सरकार की गति शक्ति मिशन (Pradhan Mantri Gati Shakti)का जिक्र किया था.उन्होंने कहा कि गति शक्ति की चर्चा कम होती है, लेकिन सरकार का यह इतना बड़ा काम है, जिसने पुराने सरकारी ढर्रे को बदलकर रख दिया.
पीएम गति शक्ति योजना के फायदे
पहले सड़क, रेल, तेल और गैस जैसी परियोजनाओं को मंजूरी मैनुअली मिलने के चलते इसमें महीनों, सालों भी लग जाते थे. लेकिन अब पीएम गति शक्ति योजना (PM Gati Shakti Scheme) के तहत, सभी परियोजनाओं के लिए मंजूरी ऑनलाइन मिल जाएगी. इसके लिए एक नया डिजिटल पोर्टल बनाया गया है जहाँ सभी विभाग एक साथ काम करेंगे. इस दौरान ऑनलाइन प्रक्रिया होने के चलते कागजी कार्रवाई की झंझट खत्म हो जाएगी और ️मंजूरी मिलने में लगने वाला समय भी अब कम होगा.
इसका मतलब है सड़कें, रेलवे लाइनें, गैस पाइपलाइन का काम तेजी से होगा यानी सब कुछ जल्दी बनेगा. कागज और प्रिंटिंग पर पैसा बचेगा जिससे खर्च कम होगा.इतना ही नहीं, सब कुछ ऑनलाइन होगा, तो इन प्रोजेक्ट्स को लेकर ट्रांसपेरेंसी बढ़ेगी तो इससे भ्रष्टाचार की गुंजाइश भी कम होगी .
गति शक्ति मिशन के तहत इन 5 एक्सप्रेसवे पर काम शुरू
केंद्रीय केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने राज्यसभा में अलग-अलग राज्यों में विकसित किए जा रहे 5 एक्सप्रेसवे के बारे में लिखित जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि पीएम-गति शक्ति मिशन के तहत अबतक लाखों करोड़ों की परियोजनाओं का काम तेजी से चल रहा है.
- इस योजना के तहत राजधानी दिल्ली और मुंबई को बेहतर सड़क मार्ग से जोड़ने वाली 1386 किलोमीटर लंबी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस का काम आंशिक रूप से पूरा कर लिया गया है. इस प्रोजेक्ट के बन जाने के बाद देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई के सफर में लगने वाला समय 24 घंटे से घटकर 12 घंटे हो जाएगा.
- इसके अलावा, गुजरात के अहमदाबाद से धोलेरा को जोड़ने वाले 109 किलोमीटर के अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे का काम चल रहा है. वहीं, इस योजना के तहत जारी अन्य परियोजनाएं इस प्रकार हैं...
- बेंगलुरू-चेन्नई: 262 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे का निर्माण जोरों पर है. आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु के कई शहरों को इससे बड़ा फायदा मिलेगा.
- दिल्ली-अमृतसर-कटरा: 669 किलोमीटर का यह राजमार्ग तेज़ी से बन रहा है. हरियाणा, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के लोगों की यात्रा आसान और सुगम होगी.
- कानपुर-लखनऊ: 63 किलोमीटर का यह एक्सप्रेसवे बन रहा है. इसके तैयार होने के बाद लखनऊ से कानपुर की दूरी 40 मिनट से भी कम समय में तय हो सकेगी.
पीएम गति शक्ति का लक्ष्य देश में विश्व स्तरीय इंफ्रस्टचर फ्रेममवर्क तैयार करना है. यह नेशनल मास्टर प्लान (Gati Shakti National Master Plan) भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.
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