
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) आज सुबह 10 बजे रेपो रेट को लेकर बड़ा ऐलान करने वाला है. मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन की बैठक के बाद आज इसका आखिरी दिन है. ऐसे में सभी की नजरें इस फैसले पर टिकी हैं कि आपकी होम लोन या पर्सनल लोन की EMI घटेगी या नहीं.
क्या कम होगी रेपो रेट?
अंदाजा लगाया जा रहा है कि आरबीआई इस बार रेपो रेट में 0.25% की कटौती कर सकता है. अगर ऐसा हुआ, तो ये लगातार दूसरी बार होगा जब केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट घटाया है. इससे पहले फरवरी में भी रेपो रेट 6.5% से घटाकर 6.25% कर दी गई थी. यह कटौती करीब 5 साल बाद की गई थी.
RBI गवर्नर करेंगे ऐलान
आज सुबह 10 बजे आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा इस फैसले की जानकारी देंगे. उनका संबोधन आरबीआई के यूट्यूब चैनल पर लाइव देखा जा सकता है. यह मौद्रिक नीति चालू वित्त वर्ष 2025-26 की पहली और इस कैलेंडर वर्ष की दूसरी पॉलिसी है.
रेपो रेट क्या होता है?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI बैंकों को लोन देता है. जब ये दर घटती है, तो बैंकों को सस्ता लोन मिलता है. इसका असर ग्राहकों तक पहुंचता है क्योंकि बैंक भी अपने लोन की ब्याज दरें कम कर देते हैं. इससे आपकी EMI घट सकती है.
क्या है एक्सपर्ट का अनुमान?
HSBC और Goldman Sachs जैसे बड़े ग्लोबल रिसर्च हाउस का मानना है कि RBI अप्रैल में 0.25% की कटौती कर सकता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, घरेलू मांग में कुछ सुस्ती, ब्रेंट क्रूड की कीमतों में गिरावट और डॉलर इंडेक्स में कमजोरी की वजह से आरबीआई पर कटौती का दबाव बन सकता है.
MRG ग्रुप के डायरेक्टर रजत गोयल ने भी उम्मीद जताई है कि इस बार रियल एस्टेट सेक्टर को राहत मिल सकती है. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में महंगाई घटी है, जिससे RBI के पास कटौती का मजबूत कारण है.
आरबीआई ने इस साल की 6 बैठकें तय की हैं. पहली बैठक 7-9 अप्रैल तक है. अगली बैठकें जून, अगस्त, अक्टूबर, दिसंबर और फरवरी 2026 में होंगी. MPC यानी मौद्रिक नीति समिति में छह सदस्य होते हैं. इसमें तीन RBI के और तीन बाहर से नामित सदस्य शामिल हैं. इस कमेटी की अध्यक्षता गवर्नर मल्होत्रा करते हैं. बाहरी सदस्यों में सौगत भट्टाचार्य (अर्थशास्त्री), डॉ. नागेश कुमार और प्रोफेसर राम सिंह शामिल हैं.
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