
RBI MPC Meeting 2025 Updates: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) आज रेपो रेट को लेकर बड़ा फैसला लेने जा रहा है. 6 अगस्त को रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (MPC) अपनी तीसरी मीटिंग के बाद फैसलों का ऐलान करेगी. RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे जिसमें इस बात का खुलासा होगा कि रेपो रेट में (Repo Rate) कोई बदलाव होगा या नहीं. इससे यह तय होगा कि आपकी EMI सस्ती होगी या नहीं.
अगर आप नया घर खरीदने की सोच रहे हैं, कार लोन लेने का प्लान बना रहे हैं या फिर बच्चों की पढ़ाई के लिए एजुकेशन लोन लेना चाहते हैं तो आज की सुबह आपके लिए बहुत मायने रखती है.
EMI पर राहत मिलेगी या नहीं?
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए यह साफ करेंगे कि EMI पर राहत मिलेगी या नहीं. अगर रेपो रेट में कटौती होती है तो होम लोन,पर्सनल लोन और कार लोन सभी सस्ते हो सकते हैं. इसलिए आज की तारीख सिर्फ बैंकिंग सेक्टर के लिए ही नहीं, बल्कि हर आम आदमी के लिए अहम है, जो अपने खर्चों को लेकर प्लानिंग कर रहा है.
फिलहाल बदलाव की उम्मीद कम, लेकिन राहत की गुंजाइश बाकी
ज्यादातर जानकारों का मानना है कि फिलहाल RBI रेपो रेट को 5.50% पर ही बनाए रखेगा. यह वही रेट है जिस पर पिछली मीटिंग में 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की गई थी.
अमेरिका टैरिफ से बढ़ा दबाव, RBI ले सकता है ये फैसला
हाल ही में अमेरिका ने भारतीय प्रोडक्ट्स पर 25% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. इससे एक्सपोर्ट पर असर पड़ सकता है और देश की GDP पर भी हल्का दबाव आने की आशंका है.इसलिए RBI अब किसी जल्दबाजी में नहीं है. जानकारों का कहना है कि RBI अपनी पॉलिसी को "न्यूट्रल" ही बनाए रखेगा लेकिन उसका रुख थोड़ा नरम हो सकता है ताकि जरूरत पड़ने पर आगे राहत दी जा सके.
रिजर्व बैंक को महंगाई को 4% के आस-पास रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है. अच्छी बात यह है कि फरवरी से ही महंगाई दर 4% से नीचे बनी हुई है.
फेस्टिव सीजन से पहले मिलेगी राहत ?
हालांकि, RBI यह देखने के मूड में है कि आने वाले महीनों में यह ट्रेंड बना रहता है या नहीं. इसलिए एक्सपर्ट का मानना है कि RBI इस बार दरों में बदलाव नहीं करेगा लेकिन आने वाले फेस्टिव सीजन से पहले राहत दी जा सकती है.
रेट कट की उम्मीद से क्रेडिट ग्रोथ को मिलेगा बूस्ट
SBI रिसर्च की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर RBI इस बार रेपो रेट में 0.25% की कटौती करता है, तो इसका सीधा फायदा लोन की मांग में बढ़ोतरी के रूप में दिखेगा.त्योहारों से पहले अगर ब्याज दरें घटती हैं तो क्रेडिट ग्रोथ यानी लोन लेने की रफ्तार तेज हो सकती है. इससे बाजार में डिमांड बढ़ेगी और इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा.
क्या RBI बदलेगा GDP और महंगाई का अनुमान?
एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार RBI CPI यानी महंगाई के अनुमान में थोड़ी कमी यानी करीब 20 से 30 बेसिस प्वाइंट तक कर सकता है . लेकिन GDP ग्रोथ रेट का अनुमान फिलहाल 6.4% से 6.6% के बीच ही रहने की संभावना है.इसका मतलब है कि RBI फिलहाल अर्थव्यवस्था को स्थिर बनाए रखने पर फोकस कर रहा है और जल्दबाजी में कोई बड़ा कदम नहीं उठाना चाहता.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं