पिछले कुछ सालों के दौरान थीमैटिक म्यूचुअल फंड्स (Thematic Mutual Funds) निवेशकों के बीच काफी चर्चा में रहे हैं. खासकर PSU-फोकस्ड फंड्स ने इस दौरान शानदार प्रदर्शन किया है. 5 साल की SIP निवेश की रैंकिंग में SBI, Invesco India और Aditya Birla Sun Life PSU फंड्स ने टॉप पोजीशन हासिल की है और 25% से ज्यादा के सालाना रिटर्न दिए हैं. यानी, अगर किसी निवेशक ने नियमित रूप से इनमें SIP निवेश किया तो उनके छोटे-छोटे निवेश से अच्छा खासा फंड तैयार हो गया होगा.
PSU फंड्स ने क्यों दिया दमदार रिटर्न
PSU फंड्स मुख्य रूप से सरकारी कंपनियों में निवेश करते हैं, जैसे बैंकिंग, एनर्जी, पावर, डिफेंस और इंफ्रास्ट्रक्चर. पिछले कुछ सालों में इन कंपनियों ने बेहतर मुनाफा कमाया, बैलेंस शीट को क्लीनअप किया और गवर्नमेंट रिफॉर्म का फायदा उठाया. इससे PSU फंड्स के स्टॉक्स में तेजी आई और इनके थीमैटिक फंड्स ने SIP निवेशकों को अच्छे रिटर्न दिए.
टॉप PSU SIP फंड्स (Top PSU SIP Funds)
1. SBI PSU फंड – डायरेक्ट प्लान
- सालाना रिटर्न: 27.3%
- 10,000 रुपए की मासिक SIP से 5 साल में लगभग 11.92 लाख रुपए का फंड तैयार हुआ
- हाई रिस्क कैटेगरी और एक्सपेंस रेश्यो 0.83%
2. इन्वेस्को इंडिया PSU इक्विटी फंड – डायरेक्ट प्लान
- सालाना रिटर्न: 26.64%
- 10,000 रुपए की मासिक SIP से 5 साल में लगभग 11.72 लाख रुपए का फंड तैयार हुआ
- हाई रिस्क कैटेगरी और एक्सपेंस रेश्यो 0.90%
3. आदित्य बिरला सन लाइफ PSU इक्विटी फंड – डायरेक्ट प्लान
- सालाना रिटर्न: 25.67%
- 10,000 रुपए की मासिक SIP से 5 साल में लगभग 11.47 लाख रुपए का फंड तैयार हुआ
- हाई रिस्क कैटेगरी और एक्सपेंस रेश्यो 0.61%
थीमैटिक फंड्स क्या हैं और इसमें किन्हें करना चाहिए निवेश?
थीमैटिक फंड्स किसी खास सेक्टर या थीम पर फोकस्ड होते हैं, जैसे PSU, बैंकिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर या एनर्जी. इनका फायदा यह है कि निवेशक उन सेक्टर्स में पैसा लगा सकते हैं, जिन्हें पॉलिसी या इकोनॉमिक रिफॉर्म से फायदा होने की संभावना है. पर ध्यान रखें कि थीमैटिक फंड्स सामान्य इक्विटी फंड्स से ज्यादा रिस्क वाले होते हैं. इसलिए यह लंबी अवधि और इससे जुड़े रिस्क समझने वाले निवेशकों के लिए ही सही हैं.
हालांकि ,पिछले 5 साल के रिटर्न शानदार नजर आते हैं, पर भविष्य की गारंटी नहीं है. थीमैटिक फंड्स का परफॉर्मेंस सेक्टर साइकिल, सरकारी नीतियों और आर्थिक माहौल पर निर्भर करता है. इसलिए निवेशक को हमेशा फंड की स्थिति, रिस्क और अपनी निवेश क्षमता को ध्यान में रखते हुए ही निवेश से जुड़ा कोई फैसला लेना चाहिए.
(डिस्क्लेमर:शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है. निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें.)
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