- गौतम अदाणी ने हिंडनबर्ग के आरोपों पर सेबी की क्लीन चिट मिलने के बाद अपने कर्मचारियों को संबोधित किया
- स्पीच के दौरान पीछे महाभारत के गांडीव धनुष का एनिमेशन दिखाया गया, जो पहली बार था
- गांडीव धनुष का प्रतीक अर्जुन की नैतिक दुविधा और धर्मयुद्ध के संदर्भ में कोडेड संदेश माना जा रहा है
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने सोमवार को अपने कर्मचारियों को संबोधित किया. यह एक तरह से हिंडनबर्ग के आरोपों पर SEBI की क्लीन चिट का विजय उत्सव था. उनकी स्पीच कृतज्ञता, दृढ़ता, अदम्य शक्ति और भारत की सेवा जैसे विषयों से भरी थी. गौतम अदाणी ने अपनी टीम के अटूट समर्थन की तारीफ करते हुए कहा कि यह "दुर्भावनापूर्ण हमला" व्यवसाय को न सिर्फ पटरी से उतारने में विफल रहा, बल्कि इसे नई ऊंचाइयों पर ले गया. क्लीन चिट मिलने के बाद से ग्रुप के मार्केट कैप में ₹60,000 करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.
लेकिन इस जश्न के माहौल के बीच, एक चीज ने सुर्खियां बटोरीं और पत्रकारों, विश्लेषकों और सोशल मीडिया के जानकारों के बीच अटकलों का तूफ़ान खड़ा कर दिया, वो था - गांडीव धनुष की आकर्षक पृष्ठभूमि. महाभारत का यह पौराणिक अस्त्र, जिसे योद्धा अर्जुन ने कौरवों के खिलाफ अपने धर्मयुद्ध में इस्तेमाल किया था. गौतम अदाणी के 11 मिनट के संबोधन के दौरान पीछे ये प्रमुखता से दिखाई दिया.

नाम न छापने की शर्त पर एक अंदरूनी सूत्र ने कहा, "यह कोई रैंडम फैसला नहीं था. गौतम अदाणी भारतीय विरासत के प्रति अपनी डीप एप्रीसिएशन के लिए जाने जाते हैं, लेकिन ऐसा लगा जैसे यह जानबूझकर किया गया हो, मानो कोई कोडेड मेसेज हो."
वास्तव में, धनुष की तस्वीर आते ही इसकी तुलना तुरंत ही अर्जुन की नैतिक दुविधा और भगवद्गीता में अंतिम विजय से की जाने लगी, जहां भगवान कृष्ण, अर्जुन को भारी बाधाओं के बावजूद धर्म के लिए लड़ने का आह्वान करते हैं.

स्पीच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवालों की बाढ़ आ गई कि क्या यह हिंडनबर्ग रिसर्च पर हमले का जवाबी संदेश था, जिसमें शॉर्ट-सेलर की रिपोर्ट को आधुनिक कौरवों की तरह सत्य और प्रगति पर हमला बताया गया था? या क्या यह किसी बड़ी बात का संकेत हो सकता है – शायद कर्तव्य की महाकाव्य कथाओं से प्रेरित होकर अदाणी का परोपकार की ओर झुकाव, या रक्षा क्षेत्र में आगामी विस्तार का संकेत, जहां "अटूट" ताकत सर्वोपरि है?
गौतम अदाणी खुद प्रश्नोत्तर सत्र के दौरान उस प्रतीक को लेकर चुप रहे, और जब एक कर्मचारी ने उनसे इस चॉइस के बारे में पूछा तो उन्होंने मुस्कुराकर जवाब दिया, "कुछ कहानियां समय के साथ खुद ही सामने आ जाती हैं" और फिर भविष्य के ग्रोथ की चर्चा करने लगे. अदाणी समूह की पीआर टीम ने भी इस पर आगे कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया और सिर्फ इतना कहा कि यह संबोधन प्रेरणा देने और एकजुट करने के लिए था.

सेबी की क्लीन चिट मिलने के बाद, ये एक सामान्य कॉर्पोरेट मनोबल बढ़ाने वाला कदम हो सकता था, लेकिन गांडीव धनुष के रहस्यमय बैकड्रॉप ने इसे पौराणिक कथाओं में लिपटी एक पहेली में बदल दिया है. अब क्यों? अजेय संकल्प और दैवीय हस्तक्षेप का प्रतीक, गांडीव धनुष ही क्यों?
उद्योग जगत के जानकार सोच में पड़ गए हैं - क्या अदाणी अपने साम्राज्य की गाथा में एक नए अध्याय का संकेत दे रहे हैं, या एक और गहरी, अनकही लड़ाई है? यह तो शायद अदाणी का अगला कदम या आने वाला समय ही बताएगा.
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(Disclaimer: New Delhi Television is a subsidiary of AMG Media Networks Limited, an Adani Group Company.)
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